Asian Games: महिला हॉकी में दूसरा गोल्ड जीतने से चूकी भारतीय टीम, सिल्वर से करना पड़ा संतोष
By सुमित राय | Published: August 31, 2018 07:51 PM2018-08-31T19:51:51+5:302018-08-31T20:24:21+5:30
इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले जा रहे 18वें एशियन गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम को फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।
जकार्ता, 31 अगस्त। इंडोनेशिया के जकार्ता और पालेमबांग में खेले जा रहे 18वें एशियन गेम्स में भारतीय महिला हॉकी टीम को फाइनल मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा। फाइनल मुकाबले में जापान ने भारत को 2-1 से हराकर गोल्ड मेडल पर कब्जा किया और भारतीय महिला टीम को सिल्वर मेडल से संतोष करना पड़ा। इससे पहले भारतीय पुरुष टीम सेमीफाइनल में मलेशिया के खिलाफ पेनल्टी शूटआउट में हार गई थी।
जापान के लिए शिहोरी ओइकावा ने 11वें और मोतोमी कावामुरा ने 44वें मिनट में गोल किए। वहीं भारतीय टीम के लिए नेहा गोयल ने 25वें मिनट में एकमात्र गोल किया। इस हार के साथ ही भारतीय महिला टीम एशियाई खेलों में 36 साल बाद दूसरा स्वर्ण पदक जीतने से चूक गईं।
इस हार के साथ ही भारतीय महिला टीम को साल 2020 में खेले जाने वाले टोक्यो ओलंपिक का टिकट भी गंवाना पड़ा। टोक्यो ओलम्पिक खेलने के लिए भारतीय टीम को अब क्वालिफाईंग मैच खेलने होंगे।
साल 1982 में दिल्ली में खेले गए नौवें एशियन गेम्स में पहली बार महिला हॉकी को शामिल किया गया था और पहली ही बार में भारतीय महिलाओं ने शानदार प्रदर्शन करते हुए गोल्ड पर कब्जा किया था। इसके बाद भारतीय महिलाओं ने एशियन गेम्स में एक बार सिल्वर और दो बार ब्रॉन्ज अपने नाम किया, लेकिन गोल्ड पर कब्जा करने में नाकाम रहीं।
भारतीय महिला टीम ने चीन के खिलाफ हुए एक रोमांचक सेमीफाइनल मुकाबले में 1-0 की जीत दर्ज करते हुए फाइनल में जगह बनाई है। इससे पहले भारत ने इस टूर्नामेंट के ग्रुप स्तर के मुकाबलों में इंडोनेशिया (8-0), कजाकिस्तान (21-0), दक्षिण कोरिया (4-1) और थाईलैंड (5-0) को करारी शिकस्त दी थी। इस बार टीम ने ग्रुप स्तर के अपने सभी मुकाबलों में जीत दर्ज की है जिससे हर खिलाड़ी का आत्मविश्वास बढ़ा हुआ है।