World Suicide Prevention Day: इन 5 टिप्स की मदद से पहचानें आत्महत्या के लक्षण, जानें इसे रोकने के उपाय
By मनाली रस्तोगी | Published: September 8, 2022 10:57 AM2022-09-08T10:57:11+5:302022-09-08T11:07:36+5:30
अगर आपको अपने आसपास या किसी करीबी रिश्तेदार और दोस्त में आत्महत्या यानि सुसाइड के लक्षण नजर आ रहे हैं तो आप इसे अपने स्तर पर तुरंत रोक सकते हैं।
नई दिल्ली: हर साल लाखों लोग अपनी जान ले लेते हैं। यही नहीं, उन लोगों की संख्या भी कम नहीं जो अपने जीवन में एक बार आत्महत्या यानि सुसाइड की कोशिश करते हैं। हर आत्महत्या एक त्रासदी है जो परिवारों, समुदायों और देशों को प्रभावित करती है और पीछे छूटे लोगों पर इसका दीर्घकालिक प्रभाव पड़ता है। आत्महत्या न केवल उच्च आय वाले देशों में होती है, बल्कि दुनिया के सभी क्षेत्रों में एक वैश्विक घटना है।
आत्महत्या एक गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य समस्या है। हालांकि, समय रहते साक्ष्य-आधारित और अक्सर कम लागत वाले हस्तक्षेपों से आत्महत्याओं को रोका जा सकता है। राष्ट्रीय प्रतिक्रियाओं के प्रभावी होने के लिए एक व्यापक बहुक्षेत्रीय आत्महत्या रोकथाम रणनीति की आवश्यकता है। आत्महत्या को रोका जा सकता है। आत्महत्या और इसके प्रयासों को रोकने के लिए जनसंख्या, उप-जनसंख्या और व्यक्तिगत स्तरों पर कई उपाय किए जा सकते हैं।
फिलहाल, अगर आपको अपने आसपास या किसी करीबी रिश्तेदार और दोस्त में आत्महत्या यानि सुसाइड के लक्षण नजर आ रहे हैं तो आप इसे अपने स्तर पर तुरंत रोक सकते हैं। यहां कुछ ऐसे उपायों के बारे में बताया जा रहा है, जिनकी मदद से आप अपने किसी करीबी में नजर आने वाले सुसाइड के लक्षणों से उन्हें छुटकारा दिलाने में मदद कर सकते हैं।
आत्महत्या की चेतावनी के संकेत
(1) अगर कोई व्यक्ति ज्यादा लंबे समय से उदास नजर आ रहा है या किसी अत्यंत सोच में दिख रहा है, किसी प्रकार की चिंता ले रहा है तो ये संकेत है कि आपको ऐसे व्यक्ति की मदद करनी है।
(2) अगर व्यक्ति ये धमकी दे रहा है कि वो खुद को खत्म कर लेगा तो ये भी आत्महत्या का एक लक्षण है।
(3) अगर आपका कोई करीबी अचानक से ढेर सारी दवाइयां, रस्सी, जहर या हथियार खरीदना भी सुसाइड का लक्षण है।
(4) कई बार लोग अपने दोस्तों या परिवार वालों से दम घुटने और मन न लगने की बात भी कहते हैं। अगर आपसे कोई इस तरह की बातें तो कर रहा है तो उसे डॉक्टर के पास जरूर ले जाएं और उनकी काउंसिलिंग कराएं। इसे हल्के में कभी न लें।
(5) आत्महत्या और मौत के बारे में बात करना या इसके बारे में कुछ लिखना-पढ़ना भी सुसाइड का लक्षण है।
क्या आत्महत्या को रोका जा सकता है?
आत्महत्या को निश्चित रूप से नहीं रोका जा सकता है, लेकिन समय पर हस्तक्षेप से जोखिम को अक्सर कम किया जा सकता है। कई शोध से पता चलता है कि आत्महत्या को रोकने का सबसे अच्छा तरीका जोखिम कारकों को जानना, अवसाद और अन्य मानसिक विकारों के संकेतों के प्रति सतर्क रहना, आत्महत्या के लिए चेतावनी के संकेतों को पहचानना और व्यक्ति द्वारा आत्म-विनाश की प्रक्रिया को पूरा करने से पहले हस्तक्षेप करना है।