इसमें कोई शक नहीं है कि मेडिकल क्षेत्र में फार्मासिस्ट का अहम रोल है। दवाओं को लेकर उनका ज्ञान अतुलनीय है। साल 2017 में एनल्स ऑफ एलर्जी, अस्थमा एंड इम्यूनोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन में एक बात सामने आई है कि फार्मासिस्ट को डॉक्टर से ज्यादा ज्ञान होता है। इस अध्ययन में यह बात सामने आई है कि 78 फीसदी फार्मासिस्ट जानते थे कि पेनिसिलिन एलर्जी समय के साथ हल हो सकती है, जबकि केवल 55 फीसदी डॉक्टरों की इस बात की जानकारी थी। इतना ही नहीं इस अध्ययन में यह भी पता चला कि वो दवाओं के बारे में भी उनसे ज्यादा जानते हैं। चलिए आज वर्ल्ड फार्मासिस्ट डे के मौके पर जानते हैं उनकी पांच खूबियों के बारे में।
1) आपका साथीयदि आप बीमार हैं, तो आपका चिकित्सक आपका पहले स्थान पर हो सकता है लेकिन लेकिन जब निर्धारित दवाओं की बात होती है, तो आपका फार्मासिस्ट ही आपका पहला साथी होता है। जाहिर है उसने फार्मेसी स्कूल में मेडिकल केमिस्ट्री, पैथोफिजियोलॉजी और फार्माकोथेरेपी के बारे में सीखते हुए छह से आठ साल बिताए हैं।
2) आपकी दवाओं की जानकारीफार्मासिस्ट एक विशेषज्ञ हैं जो आपकी दवाओं के बारे में जानता है। उसे इस बात का जानकारी है कि किस दवा का क्या दुष्प्रभाव हो सकता है। इसलिए यदि आप एक नई दवा लेने जा रहे हैं, तो वो आपको सलाह देता है। इसलिए अगर आपको दवाओं को लेकर कुछ भी भ्रम है, तो आपका फार्मासिस्ट आपके काम आ सकता है।
3) दवाओं की हिस्ट्रीफार्मासिस्ट आसानी से एक मरीज की दवा की हिस्ट्री जानता है। वो यह भी जानता है कि किस मरीज को किस दवा से दुष्प्रभाव हो सकता है। उदहारण के लिए वो यह जानता है कि कई कारक जैसे कि तनाव अवांछित दुष्प्रभावों के कारण बन सकते हैं।
4) इलाज पर फोकसक्योंकि एक फार्मासिस्ट आपका साथी है इसलिए उसका ध्यान आपकी सेहत को बहतर बनाने पर होता है। कई बार आप बिना डॉक्टर के पर्चे के बिना उससे दवाएं लेते हैं। उसकी कोशिशि रहती है कि वो आपको सही दावा दे ताकि आपका भरोसा उस पर कायम हो।
5) सप्लीमेंट की जानकारीउसे नैचुरल सप्लीमेंट की अच्छी जानकारी होती है। उदहारण के लिए अगर ग्रीन टी पीने से फैट बर्न होता है, वो जानता है कि इसके अधिक सेवन से लीवर डैमेज भी हो सकता है।