World Homeopathy Day 2010: हर साल 10 अप्रैल को विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है. जर्मन मूल के ईसाई फ्रेडरिक सैमुअल हैनीमैन को होम्योपैथी का जनक माना जाता है। सैमुअल हैनिमैन जन्म दिवस की याद में हर साल इस दिन विश्व होम्योपैथी दिवस मनाया जाता है। इस साल यानी 2020 में उनकी 265 वीं जयंती होगी।
भारत में हर साल विश्व होम्योपैथी दिवस की अलग-अलग थीम होती है। इस साल आयुष मंत्रालय द्वारा निर्धारित 'विश्व होम्योपैथी दिवस-2020' की थीम है 'सार्वजनिक स्वास्थ्य में होम्योपैथी का दायरा बढ़ा रहा है' है।
होम्योपैथी क्या है?
होम्योपैथी को अक्सर 'वैकल्पिक चिकित्सा' के रूप में जाना जाता है। आपने अक्सर लोगों को सफेद रंग की छोटी-छोटी मीठी गोलियां खाते हुए देखा होगा। ये होम्योपैथी दवा होती है जिसका काम होता है व्यक्ति के रोग को जड़ से खत्म करना।
होम्योपैथी कितनी कारगर है?
अगर किसी से होम्योपैथी मेडिसिन के बारे में पूछा जाए तो उसका यही राय होती है कि होम्योपैथी दवा के साइड इफेक्ट कम होते हैं, यह एलोपैथी की तरह स्ट्रांग नहीं होती लेकिन धीरे-धीरे काम करती है। इसलिए बड़ी बीमारियों के मामले में होम्योपैथी लेने का फायेदा नहीं होता है। इस खास अवसर पर हम आपको होम्योपैथी के बारे में कुछ बड़े फैक्ट्स बता रहे हैं।
1. प्रैक्टो डॉट कॉम पर छपी रिपोर्ट में एक शोध के कुछ हिस्से शामिल किए गए हैं जिसके मुताबिक होम्योपैथी मेडिसिन किसी भी अन्य दवाओं की तुलना में हाई ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने, कार्डियोवैस्कुलर बीमारी की रोकथाम करने और मैमोरी पॉवर बढ़ाने में अधिक फायदेमंद है।
2. किसी भी तरह के पेन और तनाव से राहत पाने के लिए होम्योपैथी की रहुस्टॉक्स 200 दवा बेहतरीन साबित हुई है। इसकी डोज तेजी से काम करती है और कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है।
3. जो लोग अपने जीवन में रोगों का समाधान पाने के लिए सबसे पहले होम्योपैथी मेडिसिन को चुनते हैं वे लोग माइग्रेन जैसी परेशानियों से दूर रहते हैं।
4. होम्योपैथी दवा गठिया का रोग हल करने में भी सहायक है। इसके सेवन से गठिया रोग को 82 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
5. नींद ना आना, नींद के दौरान खलल पड़ना, बुरे सपने देखना, नींद से जुड़ी ऐसी ही कितनी परेशानियों को होम्योपैथी दवा से 63 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है।
6. बड़े रोग जैसे कि गठिया की समस्या, अस्थमा, त्वचा संबंधी रोग आदि को ठीक करने में होम्योपैथी दवा अपना पूरा समय लेती है लेकिन इसे जड़ से खत्म करने का काम भी करती है।
7. लेकिन डायरिया, सर्दी-जुकाम, बुखार, आदि रोगों को एलोपैथी की तरह ही तेजी से दूर करती है होम्योपैथी दवा।
8. कुछ मामलों में होम्योपैथी को अन्य कन्वेंशनल दवाओं के साथ मिलाकर भी दिया जाता है। इस तरह का प्रयोग सबसे अधिक डायबिटीज में किया जाता है।
9. होम्योपैथी की सबसे अच्छी बात यह है कि इसे लेते समय किसी भी तरह के डाइट कंट्रोल की जरूरत नहीं पड़ती है। केवल लहसुन, अदरक, कच्चा प्याज खाने से मना किया जाता है, क्योंकि इन चीजों का स्वाद जीभ से जल्दी जाता नहीं है जिसके चलते इस तरह के खाद्य पदार्थ होम्योपैथी दवा को समय से काम नहीं करने देते हैं।
10. अगर हम देखें तो सभी होम्योपैथी दवाएं एक जैसी लगती हैं, लेकिन आपको जानकार हैरानी होगी कि दुनिया में 4 हजार तरह की होम्योपैथी दवाइयां हैं।