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World Cancer Day: कोरोना काल में इन 10 तरीकों से अपना बचाव कर सकते हैं कैंसर के मरीज

By उस्मान | Updated: February 4, 2021 11:13 IST

जानिये कोरोना वायरस महामारी के दौरान कैसे सुरक्षित रह सकते हैं कैंसर के मरीज

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ठळक मुद्देकैंसर के मरीजों का इम्यून सिस्टम होता है कमजोरमरीजों को कोरोना का टीका लगवाना जरूरी थोड़ी सावधानी रखकर दोनों रोगों पर हो सकता है कंट्रोल

कैंसर एक ऐसी खतरनाक बीमारी है जो दुनियाभर में मौत का दूसरा बड़ा कारण बनती है. इस जानलेवा बीमारी के खिलाफ लोगों में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से हर साल 4 फरवरी को विश्व स्वास्थ्य दिवस (World Cancer Day) मनाया जाता है। 

इस साल कैंसर दिवस कोरोना वायरस महामारी के बीच आया है जो अब तक लाखों लोगों को मौत के घाट उतार चुकी है। कमजोर इम्यून सिस्टम वालों को सबसे ज्यादा प्रभावित करने वाला यह वायरस कैंसर के मरीजों के लिए और भी ज्यादा खतरनाक है क्योंकि उनका इम्यून सिस्टम पहले से कमजोर होता है। 

इन बातों का ध्यान रखें कैंसर के मरीज

1) डाक्टरों का कहना है कि कीमाथैरेपी पर चल रहे लोगों को कीमो पूरी होने का इंतजार करना चाहिए और उसके बाद डाक्टर की सलाह पर ही कोविड का टीका लगवाना चाहिए। 

2) पत्रिका लांसेट की एक रिपोर्ट के मुताबिक कैंसर के मरीज अस्पताल जाने से बचने के लिए सर्जरी और कीमो टालते रहे ओर दवाएं खाकर संकट का समय गुजर जाने का इंतजार करते रहे। 

3) कोविड संक्रमण का जोखिम एक सामान्य व्यक्ति और कैंसर पीड़ित व्यक्ति में लगभग सामान ही होता है लेकिन संक्रमण की चपेट में आने के बाद उसके गंभीर होने का जोखिम कैंसर के मरीज में अधिक होता है। 

4) ऐसे में उन्हें निश्चित रूप से अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत होती है। इसी तरह कोविड-19 की वैक्सीन लगवाते समय भी कैंसर के मरीजों को विशेष एहतियात बरतनी चाहिए।

5) कीमोथेरेपी पर चल रहे मरीजों को कीमो पूरी होने तक वैक्सीन लगवाने का इंतजार करना चाहिए और संबंधित डॉक्टर की सलाह पर कोविड वैक्सीन लगवानी चाहिए। 

6) कीमोथैरेपी और रेडियोथैरेपी जैसी उपचार पद्धतियों पर चल रहे मरीजों की इम्युनिटी प्रभावित होती है और ऐसे में डॉक्टर और मरीज दोनों के लिए हिदायतें बढ़ जाती हैं। कोविड से संबंधित नियमों का पूरी तरह से पालन करें. 

7) किसी भी तरह की असहजता होने पर डॉक्टर से परामर्श लें। संक्रमण के डर से अस्पताल न जाने पर जोखिम बढ़ सकता है। ऐसे में जरूरी है कि कोविड संबंधी नियमों का पालन करते हुए अस्पताल जरूर जाएं और इलाज समय पर पूरा करें। 

8) अस्पताल न आना और कैंसर के इलाज में देरी करना ठीक नहीं है क्योंकि जितना इलाज टलता जाएगा, कैंसर की गंभीरता उतनी ही बढ़ती जाएगी और ठीक होने की गुंजाइश कम होती जायेगी। 

9) कैंसर के मरीज़ की इम्यूनिटी तुलनात्मक रूप से कम होती है इसलिए उनमें कोविड के साथ साथ किसी भी संक्रमण के गंभीर होने का जोखिम ज्यादा होता है, लेकिन संक्रमण के डर से इलाज बीच में छोड़ देना न केवल नासमझी है बल्कि बेहद खतरनाक भी है।  

10) कैंसर के मरीजों को कोविड के संदर्भ में अतिरिक्त सावधानी बरतने की जरूरत है। उन्हें जरूरी चिकित्सीय नियमों का पालन करने और टीके लगवाने में विशेष सावधानी बरतनी चाहिए.  

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