World Asthma Day: अस्थमा का काल हैं ये 10 चीजें, सांस की बीमारियों को भी कर सकती हैं जड़ से खत्म
By उस्मान | Published: May 7, 2019 11:29 AM2019-05-07T11:29:30+5:302019-05-07T13:51:33+5:30
World Asthma Day 2019: वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के अनुसार अस्थमा से रोजाना कम से कम 1000 लोगों की मौत होती है। पूरी दुनिया में अस्थमा से 339 मिलियन से अधिक लोग पीड़ित हैं। भारत में यह संख्या 20 से 30 मिलियन है।
World Asthma Day 2019: अस्थमा वायुमार्ग की एक पुरानी बीमारी है, जो सांस लेने में कठिनाई का कारण बनती है। अस्थमा में वायु मार्ग की सूजन हो जाती है जिसकी वजह से वायुमार्ग का अस्थायी संकुचन होता है जो फेफड़ों तक ऑक्सीजन ले जाता है। इससे अस्थमा के लक्षण दिखाई देते हैं, जिसमें खांसी, घरघराहट, सांस की तकलीफ और सीने में जकड़न शामिल है। वर्ल्ड हेल्थ आर्गेनाईजेशन के अनुसार अस्थमा से रोजाना कम से कम 1000 लोगों की मौत होती है। पूरी दुनिया में अस्थमा से 339 मिलियन से अधिक लोग पीड़ित हैं। भारत में यह संख्या 20 से 30 मिलियन है।
वर्ल्ड अस्थमा डे थीम (World Asthma Day 2019 Theme)
आज दुनियाभर में वर्ल्ड अस्थमा डे (World Asthma Day) मनाया जा रहा है. इस दिवस को मनाने का उद्देश्य सांस की इस जानलेवा बीमारी के बारे में जागरूकता फैलाना है. इस साल यानी 2019 में वर्ल्ड अस्थमा डे की थीम 'STOP for asthma is the theme for World Asthma Day this year' है। STOP का अर्थ है- लक्षणों (Symptom) को समझें, टेस्ट (Test) कराएं, उनका मूल्यांकन (Observe) करें और उपचार कराने के लिए (Proceed) आगे बढ़ें।
अस्थमा के कारण (Causes of Asthma)
अस्थमा के मरीजों के वायुमार्ग बहुत संवेदनशील होते हैं, जो पर्यावरण में अलग-अलग चीजों पर प्रतिक्रिया करते हैं। इन चीजों के संपर्क में आने से अस्थमा होने का खतरा होता है। इनमें मुख्यतः साइनसाइटिस, जुकाम और फ्लू जैसे संक्रमण, एलर्जी जैसे कि परागकण, मोल्ड बीजाणु, पालतू जानवरों की रूसी, और धूल के कण, इत्र और वायु प्रदूषण से मजबूत गंध जैसे जलन, तंबाकू का धुँआ, तापमान, ठंडी हवा, चिंता, तनाव एस्पिरिन की दवा आदि शामिल हैं।
1) एवोकाडो
एवोकाडो में भरपूर मात्रा में एल-ग्लूटाथियोन होता है, जो सेल्स को फ्री रैडिकल डैमेज जैसे हिस्टामाइन से बचाता है। इसे सुपरफूड माना जाता है क्योंकि यह एंटीऑक्सिडेंट्स का भंडार होता है।
2) शहद
एक चम्मच शहद को एक कप गर्म पानी में मिलाकर दिन में तीन बार पीने से आपको फायदा हो सकता है। इससे गले में जमा कफ साफ होता है और अस्थमा के लक्षण कम होते हैं। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को भी कम करने के साथ मसूड़े की सूजन को रोकता है। आप इसमें दालचीनी और नींबू का रस मिलाकर पी सकते हैं।
3) काले
संतरे की तुलना में काले में अधिक विटामिन सी होता है। विटामिन सी से वायुमार्ग मार्ग में मांसपेशियों के संकुचन कम होता है। इसमें बीटा-कैरोटीन के साथ टामिन ए, विटामिन के, विटामिन सी, बी 6, मैंगनीज भी होते हैं, जो अस्थमा के लक्षणों को कम करने में मदद करते हैं।
4) लहसुन
लहसुन को अपने एन्टीवायरस गुणों के लिए जाना जाता है जो इसके औषधीय मूल्यों को बढ़ाते हैं। इससे ऐसे इन्फेक्शन को रोकने में हेल्प मिलती है जो संभावित रूप से अस्थमा का कारण बन सकते हैं। आप लहसुन की कली को सीधे खा सकते हैं या फिर बाजार में उपलब्ध कैप्सूल के रूप में भी इसका सेवन कर सकते हैं।
5) अदरक
अदरक में ऐसे कई तत्व होते हैं जो गले और सांस की समस्या से हमारा बचाव करते हैं। यह तत्व सांस लेना आसान बनाते हैं। विशेषज्ञ मानते हैं कि अदरक का सेवन यदि सीधे ही या फिर चाय में या इसे जूस के रूप में भी लिया जाए, तो ये सांस में जकड़न जैसी परेशानी को कम करने में मदद करता है।
इन चीजों के अलावा आप अपनी डाइट में कॉफी, पालक, सेब, केले, तुलसी, पानी, वसाका, अजवायन की पत्ती आदि चीजों का खूब सेवन करना चाहिए। एक्सपर्ट मानते हैं कि कुछ चीजें अस्थमा के लक्षणों को बढ़ाती हैं जिनमें मुख्यतः पीनट्स, अंडे, शेलफिश, दूध, सोयाबीन, श्रिम्प, गाजर, और खरबूज आदि शामिल हैं। इसलिए आपको इन चीजों से दूर रहना चाहिए।