सुबह हरी घास पर चलने से सेहत को कई फायदे हो सकते हैं। जब घास पर नंगे पैर चलते हैं तो त्वचा सीधे धरती के संपर्क में आती है और पृथ्वी में मौजूद नकारात्मक आयन शरीर में सकारात्मक आयनों को संतुलित करने में मदद कर सकते हैं जो स्वास्थ्य को कई तरह से बेहतर बनाता है।
घास पर नंगे पैर चलने के दौरान, आपके पैरों पर दबाव सक्रिय हो जाता है और आपके शरीर को ऊर्जा देने के साथ-साथ आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाता है। विशेषज्ञ घास पर सुबह नंगे पैर चलने की सलाह देते हैं क्योंकि यह प्रतिरक्षा को बढ़ाता है और आंखों की रोशनी भी बढ़ाता है।
आंखों की रोशनी के लिएसुबह अगर आप घास पर चलते हैं तो आपकी आंखों की रोशनी बढ़ सकती है क्योंकि बॉडी का प्रेशर अंगूठे पर होता है। इन पॉइंट्स की मदद से आंखों की रोशनी बढ़ सकती है। इसके अलावा घास को देखने पर भी आंखों की रोशनी तेज होती है और हमें बहुत राहत मिल सकती है।
अनिद्रा को नियंत्रित करने के लिएनींद न आना, जिसे अनिद्रा भी कहा जाता है, एक नींद का विकार है। यदि आपको सोने में परेशानी होती है या रात में नींद में खलल पड़ता है तो आपको घास पर नंगे पांव चलना शुरू करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि घास पर नंगे पैर चलने से अनिद्रा का इलाज हो सकता है।
पैर और तलवों की एक्सरसाइजसुबह घास पर चलने से मांसपेशियों और तलवों की एक्सरसाइज होती है और कोई खिंचाव नहीं आता है। अगर आपके पैरों में दर्द या खिंचाव रहता है, तो आपको रोजाना हरी गास पर चलना चाहिए।
तंत्रिका तंत्र में सुधारघास पर नंगे पैर चलने से पैर के एक्यूपंक्चर पॉइंट उत्तेजित होते हैं और इसकी वजह से नसों को उत्तेजित करने में मदद मिलती है जिससे तंत्रिका तंत्र में सुधार होता है। वेरीकोज नर्व के कारण होने वाले दर्द को कम करने के लिए आपका ऐसा करना चाहिए।
तनाव से राहत के लिएतनाव आज की सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। इससे राहत पाने कल इए आप यह उपाय अपना सकते हैं। सुबह नंगे पांव चलने से तनाव भी कम हो सकता है और दिमाग शांत रहता है।
मासिक धर्म और हार्मोनल में सुधार हार्मोन के असंतुलन से कई मानसिक और शारीरिक समस्याएं हो सकती हैं। महिलाओं में प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के कारण मूड-स्विंग्स, पेट में दर्द, सिरदर्द, वजन बढ़ना, कब्ज, मुंहासे और कुछ अन्य लक्षण हो सकते हैं। घास पर नंगे पैर चलना इन लक्षणों में से कई को कम करने में मदद मिल सकती है।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल रखने में सहायकजब आप पैरों पर नंगे पैर चलते हैं तो आपका तनाव का स्तर अपने आप नीचे आ जाता है, क्योंकि पैरों की नसें उत्तेजित हो जाती हैं, जिससे तनाव दूर होता है। जतनाव कम होने से आपका रक्तचाप भी नियंत्रित हो सकता है।