किडनी शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग है। किडनी का काम खून को साफ करना, शरीर की गंदगी को साफ करना, शरीर में मिनरल्स को कंट्रोल करना, हार्मोन उत्पादन करना, यूरिया अन्य अपशिष्ट नमक और खून से अधिक पानी, जहरीले पदार्थ को हटाना और मूत्र के जरिये उन्हें भार निकालना है। खराब खानपान और जीवनशैली की वजह से बहुत से लोग किडनी की पथरी (Kidney stone) के मरीज बन चुके हैं।
किडनी की पथरी क्या है? (What is kidney stone)
गुर्दे की पथरी मिनरल्स और नमक से बनी एक ठोस जमावट होती है। उनका माप रेत के दाने जितना छोटा से लेकर गोल्फ की गेंद जितना बड़ा हो सकता है। वे आपके गुर्दे में रह सकती हैं या मूत्र पथ के माध्यम से आपके शरीर से बाहर निकल सकती हैं।
किडनी के पथरी के लक्षण (Symptoms of kidney stone)
पथरी में यूं तो कोई परेशानी नहीं होती है लेकिन जब इसका दर्द उठता है तो वो असहनीय हो जाता है। जिन लोगों को किडनी की पथरी की समस्या होती है, उन्हें उसका पता शुरू में नहीं चल पाता। इसके लक्षण तभी दिखाए देते हैं जब किडनी की पथरी का आकार बढ़ने लगता है और यूरीन पास करने में दिक्कत होती है।
किडनी का क्या काम है? (Function of kidney)
किडनी खराब होने से शरीर में खून साफ करने, खून से अतिरिक्त पानी को फिल्टर करने और आपके ब्लड प्रेशर को कंट्रोल करने की आपके शरीर की क्षमता प्रभावित हो सकती है। शरीर में दो किडनी होती हैं, आपकी रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर आपकी कमर के ठीक ऊपर होती हैं।
किडनी की पथरी के लिए घरेलू उपाय (Home remedies for kidney stone)
दिल्ली स्थित अपोलो स्पेक्ट्रा हॉस्पिटल में किडनी स्पेशलिस्ट डॉक्टर एसके पॉल बता रहे हैं किडनी की पथरी होने पर आपको इन चीजों को खाने से बचना चाहिए।
1) अनार का रसअनार का रस गुर्दे की पथरी को दूर करने के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ये पोटेशियम का एक बेहतर स्रोत है। पोटेशियम मिनरल्स क्रिस्टल के गठन को रोकता है जो गुर्दे की पथरी का कारण बनते हैं। यह पथरी के निर्माण को भी कम करता है, गुर्दे से विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालता है और मूत्र में अम्लता के स्तर को कम करता है।
2) सिंहपर्णी (Dandelion) की जड़डॉक्टर के अनुसार, डैंडेलियन रूट टी या चाय पीने से किडनी के पथरी के मरीजों को फायदा हो सकता है। सूखे ऑर्गेनिक डंडेलियन पीने से किडनी की सफाई होती है। यह किडनी टॉनिक के रूप में काम करता है। इसके अलावा यह पित्त उत्पादन को उत्तेजित करके अपशिष्ट निकालने और पाचन को बेहतर करने में मदद करता है।
3) नींबू का रसडॉक्टर के अनुसार, बहुत महीन आकार की पथरी मूत्र मार्ग से मूत्र निकल जाती है लेकिन कई बार जब ये पथरी नहीं निकल पाती तो एक जगह जमा होने लगती है और पथरी के छोटे-छोटे कण मिलकर एक बड़ा रूप ले लेते हैं। नींबू के रस में साइट्रिक एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा होती है जो धीरे-धीरे ऑक्जालेट और सोडियम आदि तत्वों के इस जमाव को घुलाता रहता है। घुलने के बाद पथरी के छोटे-छोटे कण मूत्र मार्ग से ही निकलते रहते हैं।