साल का दूसरा सबसे बड़ा सूर्य ग्रहण (Surya Grahan or Solar Eclipse) आज लग रहा है। बताया जा रहा है कि यह ग्रहण 4 मिनट और 33 सेकंड तक रहेगा। अक्सर यह सवाल किया जाता है कि सूर्य ग्रहण क्या है और कब होता है? आपको बता दें कि सूर्य ग्रहण तब होता है, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक तरह से एक सीधी रेखा में होते हैं, जो चंद्रमा सूर्य की किरणों को पृथ्वी तक पहुंचने से रोकता है।
भारतीय समयानुसार 2 जुलाई की रात 10 बजकर 25 मिनट पर लगेगा और सुबह 3 बजकर 21 मिनट पर खत्म होगा। सूर्य ग्रहण दक्षिण अमेरिकी महाद्वीप के ब्राजील, अर्जेंटीना, मेक्सिको, पेरू, चिली, उरुग्वे जैसे देशों में देखा जा सकेगा। जहां तक भारत की बात है यहां इसका सूतक नहीं लगेगा। ग्रहण का असर राशियों और वातावरण पर तो पड़ता ही है, सेहत पर भी इसके प्रभाव देखे जा सकते हैं। एक्सपर्ट्स मानते हैं कि स्वास्थ्य प्रभावों से बचने के लिए आपको आज बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए।
1) अंधेपन का खतराऐसा माना जाता है कि बिना सुरक्षा सूर्य ग्रहण देखने से आंखों की रोशनी खत्म होना और पूरी तरह से अंधेपन होने का खतरा होता है। हालांकि उचित तरीके से आईवियर के द्वारा सुरक्षित तरीके से इस दृश्य का आनंद ले सकते हैं।
2) थकान और मूड खराब होनाआध्यात्मिक शोध के अनुसार, सूर्य ग्रहण से थकान या बीमारी की भावना पैदा हो सकती है। इस अवधि के दौरान बड़े निर्णय लेने की सलाह नहीं दी जाती है क्योंकि इसका प्रभाव आपके मूड पर पड़ सकता है। इसलिए ग्रहण के समय हल्का और आसानी से पचने वाली चीजों का ही सेवन करना चाहिए। तरल पदार्थ के रूप में नारियल पानी सबसे बेस्ट उपाय है।
3) गर्भावस्था पर बुरा असरसूर्य ग्रहण के समय गर्भवती महिलाओं को कुछ सावधानियां बरतने के लिए कहा जाता है। ऐसा माना जाता है कि इससे होने वाला बच्चा असामान्यताओं के साथ पैदा हो सकता है। हालांकि इसे एक मिथक भी मामा जाता है क्योंकि इसका कोई वैज्ञानिक प्रमाण अभी तक सामने नहीं है।
4) पाचन तंत्र पर पड़ सकता है बुरा असरकुछ लोगों का मानना है कि सूर्य ग्रहण आपके पाचन पर कहर बरपा सकता है। यही कारण है कि कुछ आध्यात्मिक लोग इस दौरान भोजन से बचते हैं और सूर्यग्रहण के दौरान उपवास भी रखते हैं। इसलिए आपको ग्रहण काल में पाचन के लिहाज से सख्त चीजें खाने से बचना चाहिए। ज्यादा प्रोटीन वाली चीजें या खमीरवाला वाले खाने से भी बचें।
5) सूर्य ग्रहण का मानसिक प्रभावबहुत से लोग मानते हैं कि सूर्य ग्रहण की दुर्लभ घटना का मनुष्यों पर मनोवैज्ञानिक प्रभाव पड़ता है। कई ऐसे मामले देखे गए हैं जिनमें सूर्य ग्रह होने से उत्सुकता का ज्यादा बढ़ना, असामान्य सपने आना, अचानक रचनात्मक विचार आना, यहां तक कि रिश्तों पर भी बुरा असर पड़ने जैसे मामले देखे गए हैं।