गर्मियों का मौसम शुरू हो चुका है। इस मौसम में त्वचा से जुड़े रोगों का बहुत ज्यादा खतरा होता है। इन दिनों खासकर, खुजली, दाने, रूखापन, टैनिंग, फोड़े, फुंसी, मुंहासे, सनबर्न, फंगल इन्फेक्शन, घमौरी और मेलास्मा जैसी त्वचा संबंधी समस्याओं का डर होता है। दिल्ली के मशहूर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉक्टर विनोद अग्रवाल के अनुसार, शुरूआती लक्षणों के दौरान कुछ आसान उपायों से इन परेशानियों से राहत पाई जा सकती है लेकिन देरी करने पर स्थिति ज्यादा खतरनाक हो सकती है।
1) खुजली वाले दानेगर्मियों में पसीने वाली ग्रंथियां ब्लॉक हो जाती हैं। जब पसीना बाहर निकल पाता है, तो यह आपकी त्वचा के नीचे ही बनने लगता है जिससे त्वचा पर दाने, खुजली और छाले होने लगते हैं। इनसे बचने के लिए आप ठंडी सिकाई कर सकते हैं। इसके अलावा चने के आटे का पेस्ट बनाकर त्वचा पर लगा सकते हैं।
2) फुंसीगर्मियों में त्वचा पर फुंसी होना भी आम समस्या है। रोम छिद्रों के संक्रमित होने पर फुंसी होती है। यह चेहरे, खोपड़ी, बगल, पीठ, छाती, गर्दन, जांघों और नितंबों पर कहीं भी हो सकती हैं। इससे राहत पाने के लिए आप नीम के पानी से स्नान कर सकते हैं। इसके अलावा प्रभावित हिस्से पर सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर लगा सकते हैं।
3) मुंहासे गर्मियों में पसीना बैक्टीरिया और तेल के साथ मिलकर त्वचा पर मुंहासे पैदा करता है। ऐसा आपके छिद्रों के बंद होने से होता है। खासकर ऑयली स्किन वालों को यह समस्या बहुत होती है। इन्हें खत्म करने के लिए आपको मुल्तानी मिट्टी में एक चम्मच सेब के सिरके को डालकर पेस्ट बनाकर प्रभावित हिस्से पर लहाना चाहिए।
4) सनबर्नसूरज की यूवीए और यूवीबी किरणें आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा सकती हैं और इससे आपकी त्वचा पर सूजन, जलन, शुष्क और यहां तक कि छाले हो सकते हैं। इसलिए बाहर जाने से पहले हमेशा एसपीएफ लागू करें। इससे राहत पाने के लिए प्रभावित हिस्से पर साफ कपड़े से ठंडा दूध, दही लगायें।
5) फोड़ेगर्मियों में फोड़े होने का भी बहुत खतरा होता है। ये फोड़े मुख्य रूप से बैक्टीरिया के कारण होते हैं जो नम, पसीने वाली त्वचा पर होते हैं। कई मामलों में यह इतने पीड़ादायक हो जाते हैं कि आपको दवाओं की भी जरूरत पड़ सकती है। इनसे बचने के लिए आपको छाछ, नारियल पानी और ताजे फलों का रस और तरबूज का खूब सेवन करना चाहिए।
6) फंगल इन्फेक्शनगर्मियों में इसका सबसे अधिक खतरा होता है। फंगस त्वचा की ऊपरी सतह पर होता है यह नमी वाले हिस्से खासकर पैरों में अधिक होता है। इसके होने पर आपको तेज खुजली हो सकती है। ऐसा होने पर आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
7) मेलास्मा मेलास्मा चेहरे पर पड़ने वाले सामान्य निशान होते हैं। इसमें हमारे चेहरे की त्वचा पर भूरे धब्बे पड़ सकते हैं। हार्मोन परिवर्तन और तनाव के कारण चेहरे पर जो गहरे रंग के धब्बे पड़ जाते हैं उन का इलाज बहुत मुश्किल है। ये निशान अधिकतर महिलाओं में ज्यादा होती है। इससे बचने के लिए आप सेब के सिरके को पानी के साथ मिलाकर इस्तेमाल कर सकते हैं।