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चीनी से कैंसर, लीवर, मोटापे, ब्लैडर कैंसर का खतरा, चीनी उद्योग ने 50 साल से नहीं होने दी रिसर्च

By उस्मान | Updated: October 29, 2018 13:43 IST

साल 1968 से जारी इस अध्ययन में बताया गया है कि चीनी का ज्यादा सेवन करने से दिल से जुड़े रोग और ब्लैडर कैंसर का खतरा होता है। अपने इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि पिछले 50 सालों में चीनी उद्योग ने बहुत तेजी से पैर पसारे हैं और चीनी से होने वाले दुष्प्रभावों को सामने नहीं आने दिया है। 

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फेस्टिव सीजन जारी है और जल्द ही दिवाली, छोटी दिवाली, धनतेरस, भाई दूज और छठ पूजा जैसे बड़े त्यौहार आने वाले हैं। जाहिर है कोई भी उत्सव बना मिठाई के अधूरा है। इन बड़े त्योहारों पर मिठाई का खूब सेवन और लेनदेन किया जाता है। लड्डू, बर्फी जैसी सभी मिठाइयां चीनी से बनती हैं। वैसे चीनी का सेवन आम जीवन में लोग लगभग रोजाना ही करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह मीठी चीनी धीरे-धीरे जहर बनकर आपको मौत के मुंह में धकेलती है? अब तक इस बात का कोई सबूत नहीं था कि चीनी के कोई दुष्प्रभाव होते हैं लेकिन हाल ही के एक अध्ययन ने इस बात का खुलासा हुआ है कि चीनी से स्वास्थ्य पर कई बुरे असर पड़ते हैं। चीनी मानव के लिए कैंसर और हार्ट अटैक का कारण बन सकती है। 

हाल ही में पीएलओएस जर्नल में एक अधययन प्रकाशित हुआ है। यह अध्ययन कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं ने किया है। साल 1968 से जारी इस अध्ययन में बताया गया है कि चीनी का ज्यादा सेवन करने से दिल से जुड़े रोग और ब्लैडर कैंसर का खतरा होता है। अपने इस अध्ययन में शोधकर्ताओं ने यह भी बताया है कि पिछले 50 सालों में चीनी उद्योग ने बहुत तेजी से पैर पसारे हैं और चीनी से होने वाले दुष्प्रभावों को सामने नहीं आने दिया है। 

1) कैंसर का कारण बनती है चीनीअध्ययन में यह बात सामने आई है कि चीनी उद्योग ने कभी भी चीनी से होने वाले नुकसान का खुलासा नहीं किया। जबकि चीनी में सुक्रोज की संख्या पाया जाता है। यह कैंसर के लिए जिम्मेदार है और इससे हार्ट डिजीज का भी खतरा होता है।  खासकर इससे ब्लैडर कैंसर का अधिक खतरा होता है। 

2) चीनी की लत नशे की लत के बराबर चीनी सिर्फ कैलोरी नहीं है बल्कि इससे हर साल दुनिया भर में लगभग 184,000 मौतों की मौत हो जाती है। ऐसा अधिक अधिक चीनी के सेवन से होता है जिसमें शुगर ड्रिंक भी शामिल हैं। इतना ही नहीं चीनी मोटापे का सबसे बड़ा कारण भी है। चीनी खाने से शरीर में डोपामाइन का लेवल बढ़ता है जिससे लोगों को आनंद मिलता है। 

3) लीवर खराब करती है चीनीचीनी में फ्रक्टोज पाया जाता है जिसे जहर माना जाता है। यह शराब की तरह काम करता है और मेटाबोलिज्म को नुकसान पहुंचता है। यानी यह धीरे-धीरे लीवर को खराब कर देता है।   

4) गन्ने की खेती की वजह से जान से हाथ धो रहे हैं महाराष्ट्र के किसान  किसानों के बीच आत्महत्या में वृद्धि को ध्यान में रखते हुए, साल 1999 में केन्द्रीय जल आयोग के पूर्व अध्यक्ष माधव चितलाले ने सुझाव दिया कि मराठवाड़ा में गन्ना की खेती पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए। वास्तविकता यह है कि लगभग 2,000 से 2,500 लीटर पानी का इस्तेमाल करने से केवल एक किलो चीनी का उत्पादन होता है। इस साल की शुरुआत में, महाराष्ट्र सरकार ने अगले पांच वर्षों तक मराठवाड़ा में चीनी कारखानों पर प्रतिबंध लगाने के लिए एक प्रस्ताव पारित किया था। गन्ना की अनुपलब्धता के कारण मई, 2017 में अंतिम चीनी मिल बंद हो गई।

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