सेक्स एजुकेशन की कमी के कारण आजकल के युवा तेजी से यौन संचारित रोगों की चपेट में आ रहे हैं। वास्तव में लोग सेक्स से जुड़ी ऐसी बातों पर विश्वास करते हैं जो उन्हें खतरे में डाल सकती हैं। उदहारण के लिए दो कंडोम पहनने से या कुछ खास तरह की पोजीशन में सेक्स करने से प्रेगनेंसी का खतरा नहीं होता है। आपको बता दें कि यह सब मिथक हैं जिनका एक्सपर्ट खंडन करते हैं।
दिल्ली के मशहूर सेक्सोलॉजिस्ट डॉक्टर विनोद रैना के अनुसार, आजकल के युवाओं में यौन गतिविधियां तेजी से बढ़ रही हैं। इसका परिणाम लड़कियों का कम उम्र में प्रेगनेंसी के रूप में सामने आ रहा है। इसका सबसे बड़ा कारण सेक्स एजुकेशन की कमी है। कुछ ऐसे मिथक और गलत जानकारियां हैं जिन पर युवा आंख बंद करके विश्वास करते हैं।
1) शूज साइज से जान सकते हैं पेनिस साइज बहुत से लोग यह मानते हैं कि लड़कों से शूज साइज से उनके पेनिस साइज का पता चलता है। लेकिन इस बारे में अभी तक कोई वैज्ञानिक अध्ययन नहीं है जो ऐसा कहता है। ब्रिटेन में 104 पुरुषोंको लेकर हुए अध्ययन में उनके शूज साइज और पेनिस साइज में कोई संबंध नहीं मिला।
2) दो कंडोम लगाने से एसटीडी का नहीं है डरइससे बड़ा मजाक कुछ नहीं है। आपको बता दें कि दो कंडोम पहनने से एसटीडी का अधिक जोखिम होता है क्योंकि घर्षण के कारण कंडोम फटने का ज्यादा खतरा होता है
3) एनल सेक्स से नहीं है कोई खतरा अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि एनल सेक्स से कोई खतरा नहीं है, तो आप गलत हैं। एक्सपर्ट मानते हैं कि इससे आपको यौन संक्रमित रोगों का अधिक खतरा होता है। इससे आपको एचआईवी और हरपीज हो सकता है।
4) कपल्स रोजाना कर सकते हैं सेक्स इसमें कोई शक नहीं है कि सेक्स एक मजेदार क्रिया है लेकिन अगर आप ऐसा सोचते हैं कि कपल्स रोजाना सेक्स कर सकते हैं, तो आप गलत हैं। एक्सपर्ट्स के मुताबिक, कपल्स के बीच हफ्ते में केवल एक या दो बार सेक्स होता है।
5) कई सेक्स पोजीशन प्रेग्नेंट होने से बचा सकती हैआपको बता दें कि ऐसी कोई भी सेक्स पोजीशन नहीं है जो आपको प्रेग्नेंट होने से बचा दे। बच्चा पैदा होने के लिए स्पर्म और एग्स से बनता है और कोई भी पोजीशन स्पर्म को अंदर जाने से नहीं रोक सकती है।