वैज्ञानिकों ने खोज निकाली दवा, सबसे खतरनाक किस्म के ब्रेन कैंसर को जकड़कर फैलने से रोकेगी
By भाषा | Published: November 20, 2018 04:48 PM2018-11-20T16:48:15+5:302018-11-20T16:48:15+5:30
ब्रेन कैंसर से पीड़ितों के लिए एक खुशखबरी है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी दवा की खोज की है जो सबसे भयावह किस्म के ब्रेन कैंसर ग्लिओब्लास्टोमा को फैलने से रोक सकती है।
ब्रेन शरीर का सबसे अहम हिस्सा है। आपकी थोड़ी सी लापरवाही भी आपके लिए खतरा बन सकती है। ब्रेन सेल्स का ख्याल रखना जितना जरूरी है उतना ही जरूरी है दिमाग को आराम देना। ब्रेन कैंसर मस्तिष्क की एक प्रकार की बीमारी है, जिसमें मस्तिष्क के ऊतकों में कैंसर कोशिकाएं पैदा होने लगती हैं। ब्रेन कैंसर की अवस्थाओं को चार हिस्सों में बांटा गया है, लेकिन ब्रेन कैंसर अवस्था के चौथे स्टे्ज में स्थित घातक हो जाती है। ब्रेन कैंसर का इलाज बहुत मुश्किल है। ब्रेन कैंसर से पीड़ितों के लिए एक खुशखबरी है। वैज्ञानिकों ने एक ऐसी दवा की खोज की है जो सबसे भयावह किस्म के ब्रेन कैंसर ग्लिओब्लास्टोमा को फैलने से रोक सकती है।
वर्जीनिया पॉलिटेक्निक इंस्टीट्यूट और अमेरिका में स्टेट यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने बताया कि हमारे शरीर में जो उत्तक होते हैं उनका ज्यादातर हिस्सा द्रव्य के रूप में होता है। यह द्रव्य कोशिकाओं के इर्द गिर्द घूमता है और शरीर के सामान्य काम के लिए आवश्यक होता है। कई मामलों में यह द्रव्य नुकसान भी पहुंचा सकता है।
ग्लिओब्लास्टोमा में इस द्रव्य का दाब बहुत अधिक हो जाता है, जिसके कारण द्रव्य और तेजी से घूमता है और कैंसर कोशिकाओं पर फैलने का दबाव बनाता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक, कैंसर के सामान्य उपचार में हो सकता है कि यह द्रव्य और तेजी से घूमने लगे। उन्होंने एक दवा का इस्तेमाल किया ओर पाया कि वह द्रव्य के बहाव के प्रति कैंसर कोशिकाओं के इस व्यवहार को रोक सकती है।
ब्रेन कैंसर के लक्षण
ब्रेन कैंसर के लक्षणों में सिर दर्द, उल्टी आना, दौरे पड़ना, सुस्ती लगना, एक आंख में परेशानी, चलने में लड़खड़ाना, चेहरे पर कमज़ोरी, चेहरे के एक भाग से मुस्कुराना या पलक का लटक जाना, ताल मेल में परेशानी या बोलने में परेशानी आदि शामिल हैं।
1) सिरदर्द
ब्रेन कैंसर का यह आम लक्षण है। अगर आपको नियमित रूप से हल्का या लगातार दर्द होता है, तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। यह दर्द तब और बढ़ सकता है जब आप खांसते हैं, छींकते हैं या फिर झुककर कोई मेहनत वाला क काम करते हैं।
2) उल्टी महसूस होना
अगर दबाव का बढ़ना आपको बीमार करता है तो यह दिन की जगह सुबह के समय काफी ज्यादा बढ़ सकता है। यह तब भी बढ़ सकता है जब आप अचानक से अपना स्थान परिवर्तन करते हैं। जैसे बैठे या लेटे रहने पर अचानक खड़े हो जाते हैं।
3) दौरे पड़ना
कुछ लोग मांसपेशियों में ऐंठन महसूस कर सकते हैं जैसे हाथ और पैर में फड़कन या फिर पूरे शरीर में फड़कन। कभी कभी यह बेहोशी की हालत में भी पहुंचा सकता है। दौरे पड़ना एक डरावना अनुभव हो सकता है। अगर आप इससे ग्रसित हैं तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए ताकि इसका कारण पता लग सके और इलाज हो सके।
यह भी हैं प्रमुख लक्षण
- सुस्ती लगना
- बोलने में परेशानी होना
- डर का एहसास होना
- एक आंख में परेशानी होना
- गले में अकड़न रहना
- चलते समय लड़खड़ाना
- शरीर का वजन बढ़ना
- चेहरे के कुछ हिस्से में कमजोरी