लाइव न्यूज़ :

ई-सिगरेट जैसे उपकरण पर प्रतिबंध के लिए प्रस्ताव तैयार

By भाषा | Updated: June 12, 2019 14:57 IST

Open in App

केंद्र सरकार ने ई-हुक्का और ई-सिगरेट समेत अन्य 'इलेक्ट्रॉनिक निकोटिन डिलीवरी सिस्टम' (ईएनडीएस) पर सख्त रुख अख्तियार किया है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने इन वैकल्पिक धूम्रपान उपकरणों को औषधि और प्रसाधन सामग्री अधिनियम के तहत 'ड्रग्स' की श्रेणी में लाने के लिए प्रस्ताव दिया है, ताकि इनके उत्पादन, बिक्री, वितरण एवं आयात पर रोक लगाई जा सके.

सरकारी सूत्रों के मुताबिक, इस प्रस्ताव को औषधि तकनीकी सलाहकार बोर्ड (डीटीएबी) ने मंजूरी दे दी है. डीटीएबी देश में दवाओं से संबंधित तकनीकी मामलों पर शीर्ष सलाहकार निकाय है. कुछ संगठनों का दावा है कि ये उपकरण धूम्रपान की आदत को छुड़ाने में मददगार हैं और ये परंपरागत सिगरेटों से कम नुकसानदेह हैं, जबकि सरकार इनको प्रतिबंधित करने के लिए दलील दे रही है कि इनसे स्वास्थ्य को गंभीर खतरे हो सकते हैं जो परांपगत सिगरेट के समान ही हैं.

स्वास्थ्य मंत्रालय के तहत आने वाले केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन ने औषधि एवं प्रसाधन सामग्री अधिनियम 1940 की धारा 26 ए के तहत ई-सिगरेट व समान उत्पादों समेत ईएनडीएस के उत्पादन, बिक्री और वितरण को प्रतिबंधित करने का प्रस्ताव दिया है. इसके साथ ही संगठन ने कानून की धारा 10ए के तहत इसके आयात पर भी रोक लगाने का प्रस्ताव दिया है.

प्रस्ताव में कहा गया है कि अधिनियम में 'औषधि' के प्रावधानों के तहत धूम्रपान त्यागने में मदद करने वाली कोई भी चीज 'औषधि' की परिभाषा के दायरे में आती है. गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा, केरल, मिजोरम, कर्नाटक और जम्मू-कश्मीर पहले ही ई-सिगरेट आदि को प्रतिबंधित कर चुके हैं.

टॅग्स :हेल्थ टिप्स
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा

स्वास्थ्यखांसी-जुकामः कफ सीरप की बिक्री पर लगाम कसने की कोशिश

स्वास्थ्यपुरुषों की शराबखोरी से टूटते घर, समाज के सबसे कमजोर पर सबसे ज्यादा मार

स्वास्थ्यकश्‍मीर की हवा, कोयला जलाने की आदत, आंखों में जलन, गले में चुभन और सांस लेने में दिक्कत?

स्वास्थ्यखतरनाक धुएं से कब मुक्त होगी जिंदगी?, वायु प्रदूषण से लाखों मौत