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Pregnancy diet tips: गर्भावस्था में ये 4 चीजें खाने से मिसकैरेज का खतरा, खायें ये 4 चीजें, खून की कमी होगी दूर

By उस्मान | Updated: February 27, 2020 15:19 IST

Pregnancy diet chart: प्रेगनेंसी में पोषक तत्वों की कमी से बचने के लिए आपको किसी भी कीमत पर इन चीजों का सेवन करना चाहिए

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गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को अपनी डाइट का खास ध्यान रखने की जरूरत होती है। इससे महिला और उसके होने वाले शिशु के स्वास्थ्य पर सीधा असर पड़ता है। यह वो दिन होते हैं, जब महिलाएं सबसे ज्यादा परेशानियों को सामना करती है। हालांकि बहुत सी मुसीबतों को आप बेहतर डाइट लेकर खत्म कर सकती हैं। 

आजकल कई महिलाएं इसके लिए डायटीशियन या न्यूट्रिशनिस्ट की सलाह लेती हैं लेकिन अगर आपको यह पता चल जाए कि खाने में किन-किन चीजों की जरूरत होती है तो हर गर्भवती अपनी डाइट का ख्याल खुद रख सकती है।

गर्भावस्था में तबीयत बार-बार बिगड़ती है, मूड बदलता है, कुछ खाने का मन नहीं होता है ऐसे में जब भी खाएं तो हाई कैलोरी फूड ही लें। ताकि एक ही बार में जरूरी पौष्टिक तत्व बॉडी में जा सकें। प्रेग्नेंट महिला की डाइट में प्रोटीन की भरपूर मात्रा का होना बहुत जरूरी है। हम आपको कुछ चीजों के बारे में बता रहे हैं जिन्हें आपको अपनी डाइट में शामिल करना चाहिए और कुछ ऐसी भी चीजें हैं जिन्हें आपको खाने से बचना चाहिए। 

जीरे का पानी

अगर आप गर्भावस्था के दौरान जीरे का पानी का उपयोग करती हैं, तो आपको इस दौरान कई समस्याओं से छुटकारा मिल सकता है। इस दौरान सबसे अधिक पेट के गैस की समस्या होती है। जीरे के पानी से इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है। साथ ही इससे खून की कमी भी दूर हो सकती है। क्योंकि जीरे में आयरन भरपूर मात्रा में होता है। जीरे का पानी पीने से ब्लड प्रेशर बराबर बना रहता है। इसमें पोटेशियम और विटामिन भरपूर मात्रा में मौजूद होता है, जो प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मददगार साबित होता है। 

दूध और डेयरी उत्पाद

गर्भवती महिला को सुबह के नाश्ते में दूध या दूध से बनी चीजों का जैसे कि दही, छाछ, पनीर आदि का सेवन जरूर करना चाहिए। इन चीजों में कैल्शियम और प्रोटीन की भरपूर मात्रा होती है जो सुबह की मॉर्निंग सिकनेस को तो दूर करती ही है, साथ ही इंस्टेंट एनर्जी भी देती हैं।

रसीले फल या जूस

प्रेगनेंसी में कई बार कुछ खाने का मन नहीं होता है, एल्किन फल ऐसी चीज है जिसे जरूर खाना चाहिए। यदि फल कहने का मन ना हो तो फलों का जूस पियें। फलों में सेब, संतरा, अनार, मौसमी, आदि फलों को लिस्ट में शामिल करें।

अनाज

प्रोटीन, फाइबर, कैल्शियम का स्रोत होते हैं साबुत अनाज। इनका नियमित सेवन करने से प्रेग्नेंट महिला की बॉडी में एनर्जी बनी रहती है और जन्म से पहले ही शिशु कई सारी बीमारियों से लड़ने में शारीरिक रूप से सक्षम हो जाता है। अनाज में भी प्रियतमा बताती हैं कि कुछ लोग प्रेगनेंसी में 'स्प्राउट्स' खाने पर जोर देते हैं। लेकिन गर्भवती को हमेशा स्टीम किए हुए यानी उबले हुए स्प्राउट्स खाने चाहिए। साधारण स्प्राउट्स खाने से उसके पेट में गैस बन सकती है जो उसे दिन भर परेशान कर सकती है।

इन चीजों से बचेंशराबअगर आप शराब का सेवन करती हैं, तो आपको गर्भावस्था के दौरान इससे दूर रहना चाहिए। ऐसा इसलिए क्योंकि गर्भावस्था में शराब का सेवन करने से समयपूर्व प्रसव की संभावना बढ़ जाती है। इसके अलावा बच्चे की मानसिक क्षमता भी प्रभावित होती है तथा कम वजनी बच्चा पैदा होने की आशंका भी बढ़ जाती है।

कॉफीगर्भावस्था में कॉफी का सेवन करने से गर्भपात की संभावना बढ़ सकती है। इसलिए इस दौरान कॉफी का सेवन बिल्कुल न करें। कैफीन डाइयूरेटिक होता है। इसका मतलब है कि यह शरीर से ज्यादा से ज्यादा मात्रा में द्रव्यों के निष्कासन का काम करता है। इस वजह से शरीर में पानी और कैल्शियम की भारी कमी हो जाती है।  

मछलीमछली में भारी मात्रा में मर्करी पाई जाती है। ऐसे में प्रेग्नेंसी के दौरान मछली का सेवन बच्चे के शारीरिक विकास में देरी और उसके दिमाग को नुकसान पहुंचाने का कारण बन सकता है। इस दौरान कच्ची मछली भी खाने से बचना चाहिए।

पपीतापपीते की तासीर गर्म होती है। ऐसे में इसका सेवन बच्चे की सेहत पर बुरा असर डालता है। साथ ही किसी भी तरह का फल खाने से पहले उसे ताजे पानी से अच्छी तरह धोना न भूलें। 

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