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दबी हुई नस और स्लिप डिस्क का रामबाण इलाज है ये चीज, दर्द से तुरंत मिलेगी राहत

By उस्मान | Updated: May 13, 2019 17:10 IST

दबी हुई नस या फिर स्लिप डिस्क की समस्या अगर किसी व्यक्ति को हो जाए तो उसके जिंदगी नर्क से कम नहीं होती। इन समस्याओं में व्यक्ति कोई काम सही तरीके से नहीं कर पाता है। इसके अलावा उसका उठना-बैठना और चलना-फिरना यहां तक कि सोना भी हराम हो जाता है।

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शारीरिक गतिविधियों की कमी या उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों के कमजोर होने की वजह से आजकल बहुत लोग नस के दबने की शिकायत करते हैं। नस दबने की समस्या को Pinched nerve कहा जाता है। नस दबने से आपको दर्द, उस हिस्से का सुन्न होना और कमजोरी जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। 

शरीर के किसी भी हिस्से के नस दब सकती है। वास्तव में नस पर दबाव पड़ने से नस संकुचित हो जाती है। कई मामलों में नस दबने से वो गंभीर रूप से क्षतिग्रस्त हो सकती है। कई बार नस दबने का व्यक्ति को पता नहीं चल पाता है। इस स्थिति का जल्दी पता लगाकर इससे राहत पाई जा सकती है। 

नस दबने से बचाव नहीं किया जा सकता लेकिन नस दबने की प्रक्रिया को धीमा किया जा सकता है। इसके लिए आपको शराब और धूम्रपान से बचना बहुत जरूरी है। इसके इलाज में पेनकिलर, स्टेरॉयड, पट्टी, फिजिकल थेरेपी और गंभीर मामलों में ऑपरेशन की जरूरत भी पड़ सकती है।

इसी तरह भीड़ भरी सड़कों पर गाड़ी चलाना और गैजेट्स के बढ़ते चलन के कारण देर तक गलत पॉस्चर में बैठे रहने से लोग स्लिप डिस्क से भी पीड़ित हैं. पहले जहां चालीस पार ही स्लिप डिस्क के मामले देखने को मिलते थे लेकिन अब युवा भी तेजी से इस समस्या का शिकार हो रहे हैं। इसे स्पाइनल डिस्क हर्निएशन भी कहा जाता है, कमर दर्द की एक बड़ी समस्या है। 

इसमें  ऐंठन और दर्द होता है और दबाव पड़ने के कारण रीढ़ की हड्डी के बीच की गद्दीदार डिस्क में दरार पड़ जाती है। अधिक दबाव, चोट, कमजोरी या अन्य किसी कारण से जब डिस्क के अंदर का नर्म हिस्सा बाहरी ठोस हिस्से को भेद कर बाहर निकल आता है तो इसके कारण दर्द होता है और परेशानी होने लगती है।

स्लिप डिस्क होने पर आपको गर्दन में दर्द और जलन, कन्धों में या हाथ में दर्द, हाथ के किसी हिस्से का सुन्न होना, गर्दन से लेकर हाथ तक दर्द होना और हाथों की मांसपेशियां कमजोर होना जैसे लक्षण महसूस हो सकते हैं। दबी हुई नस या फिर स्लिप डिस्क की समस्या अगर किसी व्यक्ति को हो जाए तो उसके जिंदगी नर्क से कम नहीं होती। 

दबी हुई नस और स्लिप डिस्क के लिए आयुर्वेदिक नुस्खा

इन समस्याओं में व्यक्ति कोई काम सही तरीके से नहीं कर पाता है। इसके अलावा उसका उठना-बैठना और चलना-फिरना यहां तक कि सोना भी हराम हो जाता है। इन समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए आप आयुर्वेदिक नुस्खे भी आजमा सकते हैं, जो काफी कारगर साबित हो सकते हैं।

इसके लिए आधा कप नारियल का तेल, काली मिर्च एक चम्मच, अदरक या हल्दी पाउडर 2 चम्मच, लैवेंडर का तेल और 15 बूंद पुदीने का तेल जैसी चीजें चाहिए। इसके बाद किसी बर्तन में पानी गर्म कर लें। नारियल का तेल कांच के बर्तन में रखकर उस पानी में रखें ताकि वो अच्छी तरह गर्म हो जाए। 

इसके बाद इसमें लाल मिर्च या अदरक या हल्दी पाउडर डालकर इसे अच्छी तरह से पकाएं। जब यह अच्छी तरह से पक जाए, तो इसमें लैवेंडर और पुदीने का तेल मिलाकर बंद कर दें। इस मिश्रण को कांच के बर्तन में भर लें और रोजाना रात को सोने से पहले अपनी स्लिप डिस्क और बंद हुई नस की मालिश करें।  इस बात का रखें ध्यानअगर आप ऊपर बताई गई समस्याओं से पीड़ित हैं, तो आप यह नुस्खा आजमा सकते हैं। बावजूद इसके अगर आपको कोई फायदा नहीं हो रहा है,  या आपके लक्षण ज्यादा गंभीर है, तो आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।

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