आप स्टूडेंट्स हों या वर्किंग पीपल, आपने हमेशा नोटिस किया होगा कि जैसे-जैसे संडे यानी रविवार की शाम ढलती है, आपकी टेंशन बढ़ने लगती है। आपके दिमाग में यह विचार आने लगता है कि अगला दिन मंडे यानी सोमवार है और आपके सिर पर फिर काम या पढ़ाई का बोझ आ जाएगा। इसमें कोई शक नहीं है कि छुट्टी के दो दिन शनिवार और इतवार सभी को अच्छे लगते हैं और इनके खत्म होते ही आपको उदासी होने लगती है। शायद यही वजह है कि बहुत से लोग सोमवार को सबसे डिप्रेसिंग दिन मानते हैं। अगर आप भी ऐसा सोचते हैं कि सोमवार हफ्ते का सबसे डिप्रेसिंग दिन होता है, तो आप गलत हैं। एक रिसर्च में पाया गया है कि सोमवार नहीं बल्कि मंगलवार हफ्ते का सबसे डिप्रेसिंग दिन होता है। चलिए जानते हैं कैसे-
मंगलवार क्यों है सबसे डिप्रेसिंग दिन? लंदन स्कूल ऑफ इकनॉमिक्स की एक रिसर्च के अनुसार, मंगलवार हफ्ते का सबसे डिप्रेसिंग दिन होता है और इस दिन आपको सबसे ज्यादा निराशा और उदासी महसूस होती है। शोधकर्ताओं के अनुसार, बहुत से लोगों के लिए सोमवार को वीकेंड पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ होता है। दरअसल उनके दिमाग में वीकेंड के अगले दिन तक मौज-मस्ती की यादें तरोताजा रहती हैं और इसीलिए मंगलवार आते-आते लोग ज्यादा दुखी और अवसाद महसूस करने लगते हैं क्योंकि अगला वीकेंड आने में 3 दिन का वक्त बाकी होता है।
हफ्ते का सबसे खुशी वाला दिन क्या है? क्या आप जानते हैं कि सप्ताह का सबसे खुशहाल दिन कौन सा होता है? वैसे तो ज्यादातर लोगों ने सही अनुमान लगा ही लिया होगा शनिवार, सप्ताह का सबसे बेस्ट दिन माना जाता है। स्टडी में शामिल ज्यादातर प्रतिभागी शनिवार के दिन बेस्ट मूड में नजर आए और खुशियों वाली यह फीलिंग रविवार तक जारी रही।