नरेंद्र मोदी सरकार ने दांत, मुंह और मसूड़ों से जुड़ीं बीमारियों से पीड़ित रोगियों के इलाज में मदद देने के लिए 'ई-दंत सेवा' (e-Dant Seva) नामक वेबसाइट और मोबाइल एप्प की शुरुआत की है। इसमें मरीजों को ऑनलाइन परामर्श तथा आपात चिकित्सा सेवा में मदद पहुंचाई जायेगी। इस सेवा का लाभ एक साथ सौ करोड़ लोग उठा सकेंगे।
स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा एम्स के साथ मिलकर शुरू हुए डिजिटल प्लेटफॉर्म पर दंत चिकित्सा के देश भर में मौजूद शिक्षण संस्थानों की सूची भी दी गयी है। इसके माध्यम से न सिर्फ मुंह की बीमारियों से बचाव के लिये जागरुक किया जा सकेगा बल्कि इलाज में मरीजों की मदद भी की जा सकेगी।
इस सेवा में राष्ट्रीय दंत चिकित्सा सेवा कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी के अलावा स्वास्थ्य सेवा केन्द्रों की सूची एवं अन्य विस्तृत जानकारी मुहैया करायी जायेगी।
दूर-दराज के इलाकों में मरीजों को चिकित्सा केन्द्र खोजने में मदद के लिये मोबाइल ऐप और वेबसाइट के माध्यम से निकटतम अस्पताल की लोकेशन भी साझा की गयी है।
उन्होंने बताया कि मुंह की व्याधियों से जुड़े मिथक और गलत जानकारियों से मरीजों को बचाने के लिये प्रामाणिक वैज्ञानिक स्रोतों से उपलब्ध करायी गयी जानकारियों को डिजिटल प्लेटफॉर्म पर मुहैया कराया गया है।
ई-दंत सेवा पर ऐसे पाएं बीमारी का इलाज
-सबसे पहले https://edantseva.gov.in पर क्लिक करें-उसके बाद लेट्स टॉक टीथ (Let’s Talk Teeth) पर क्लिक करें-फिर सिम्पटम चेकर ( Symptom checker) पर जायें, यहां आपको पांच अलग-अलग ऑप्शन मिलेंगे-पहले ऑप्शन लक्षण का चयन (Choose symptom) पर क्लिक करके, मेल-फीमेल, उम्र और लक्षण/बीमारी का चयन करें-इसके बाद लक्षण की जगह का चयन करें, जैसे अगर आपको दर्द है, तो चयन करें कि जबड़े, मुंह या गर्दन कहां दर्द है-इसके बाद उस लक्षण से जुड़े जोखिम कारक का चयन करें। यहां आपको इन लक्षणों के कारण, इलाज, बचाव और जोखिम की जानकारी दी जाएगी-अगर आपको डॉक्टर की जरूरत है, तो डेंटल सुविधा (Dental Facilities) पर क्लिक करें -इसके बाद अपने शहर का नाम और डेंटल सुविधा का चयन करें। यहां आपके निकटतम डॉक्टरों की लिस्ट आ जाएगी।
e-Dant Seva का हेल्पलाइन नंबर
नेशनल डेंटल एंड ओरल हेल्थ आईवीआरएस हेल्पलाइन (1800-11-2032) है, जो वर्तमान में हिंदी और अंग्रेजी में उपलब्ध है। इसे लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज के डेंटल डिपार्टमेंट के सहयोग से विकसित किया गया है।