आयुष्मान भारत : 1 मिनट में हो रहा है 9 मरीजों का इलाज, ₹30 गोल्डन कार्ड से आप भी लें फ्री इलाज, 5 लाख बीमा
By उस्मान | Published: October 16, 2019 03:04 PM2019-10-16T15:04:43+5:302019-10-16T15:04:43+5:30
पिछले साल 23 सितंबर, 2018 को शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 50 लाख मरीजों का मुफ्त इलाज किया जा चूका है और 10 करोड़ 45 लाख ई-कार्ड यानी गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं।
नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा शुरू की गई दुनिया की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना 'आयुष्मान भारत योजना' (Ayushman Bharat Yojana) के तहत अब तक 50 लाख से अधिक मरीज इलाज करा चुके हैं। इस योजना को शुरू हुए सितंबर में एक साल पूरा हुआ है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के अनुसार, इस हिसाब से प्रति मिनट नौ मरीज अस्पतालों में अपना इलाज करा रहे हैं। इतना ही नहीं 32 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मरीजों के 7,901 करोड़ रुपयों की बचत हुई है।
पिछले साल 23 सितंबर, 2018 को शुरू हुई इस योजना के तहत अब तक 10 करोड़ 45 लाख ई-कार्ड यानी गोल्डन कार्ड जारी किए जा चुके हैं। योजना से अब तक 32 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 18,236 सरकारी और गैर सरकारी अस्पताल जुड़ चुके हैं।
On the occasion of 1 year anniversary of #AyushmanBharat#PMJAY, we are happy to share the cyber security milestones achieved in one year. #SaalEkAyushmanAnek@PMOIndia@MoHFW_INDIA@drharshvardhan@ibhushanpic.twitter.com/iPYVRIiSGM
— National Health Authority (NHA) (@AyushmanNHA) September 26, 2019
इलाज के लिए जरूरी है गोल्डन कार्ड
इस योजना के तहत देश के दस करोड़ गरीब परिवारों को कैंसर सहित 1300 से ज्यादा बीमारियों का मुफ्त इलाज और हर परिवार को 5 लाख रुपये तक का बीमा कवर दिया जा रहा है। अगर आपका नाम इस योजना के अंतर्गत आता है और आप इसका लाभ लेना चाहते हैं, तो आपके पास 'गोल्डन कार्ड' होना जरूरी है। इस कार्ड को आयुष्मान कार्ड (Ayushman Bharat Yojana Golden Card) के नाम से भी जाना जाता है।
गोल्डन कार्ड बनवाना हुआ आसान
अगर आपका नाम आयुष्मान भारत योजना में है और आप गोल्डन कार्ड बनवाना चाहते हैं, तो आपको इस योजना में शामिल अस्पताल या जन सेवा केंद्र से संपर्क करना चाहिए। ग्रामीण क्षेत्रों में कार्ड बनवाने के लिए जनसेवा केंद्र बनाए गए हैं, जहां आप इस कार्ड को बनवा सकते हैं। इसे बनवाने के लिए आपको मात्र 30 रुपये देने होंगे और साथ में राशन कार्ड, आधार कार्ड और मोबाइल नंबर बताना होगा।
आयुष्मान भारत में एक नया प्रावधान किया गया है। नया नियम यह है कि इस योजना से जुड़े परिवार में शादी करके आई नई नवेली बहू को मुफ्त स्वास्थ्य सेवाएं लेने के लिए किसी कार्ड या डाक्यूमेंट्स की जरूरत नहीं होगी। ऐसी महिलाएं सपनी पति का आधार कार्ड दिखाकर सभी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगी। बता दें कि पहले ऐसी महिलाओं को विवाह प्रमाण पत्र जरूरी होता था।
आयुष्मान भारत में ऐसे देखें अपना नाम
-सबसे पहले इस लिंक पर क्लिक करें https://mera.pmjay.gov.in/search/login
-इसके बाद अपना मोबाइल नंबर ऐड करें
- इसके बाद कैप्चा ऐड करें
- फिर ओटीपी जेनेरेट करें
- उसके बाद ओटीपी नंबर ऐड करें
- उसके बाद राज्य सेलेक्ट करें
- उसके अपने नाम या जाति श्रेणी से सर्च करें
- उसके बाद अपनी डिटेल इंटर करें और सर्च करें
आयुष्मान भारत हेल्पलाइन नंबर
आप इन नंबरों पर इस बात का पता कर सकते हैं कि आप आयुष्मान भारत योजना के लाभार्थी हैं या नहीं। हेल्पलाइन का नंबर 14555 है। इस पर मरीज आयुष्मान भारत योजना की जानकारी ले सकते हैं। प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना का एक और हेल्पलाइन नंबर 1800 111 565 भी है। यह नंबर 24 घंटे चालू रहेगा।