इस बीमारी से कम उम्र में हो गई थी मधुबाला की मौत, जानिये VSD रोग के कारण, लक्षण, इलाज

By उस्मान | Published: February 14, 2019 07:11 PM2019-02-14T19:11:00+5:302019-02-14T19:11:00+5:30

बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि मधुबाला दिल में छेद Ventricular Septal Defect (VSD) के साथ पैदा हुईं थी। यही वजह थी कि उनका 23 फरवरी 1969 को बहुत कम उम्र (36 वर्ष ) में ही निधन हो गया। 

Madhubala's 86th birth anniversary: Madhubala was suffering from ventricular septal defect, know sign, symptoms, treatment of VSD | इस बीमारी से कम उम्र में हो गई थी मधुबाला की मौत, जानिये VSD रोग के कारण, लक्षण, इलाज

इस बीमारी से कम उम्र में हो गई थी मधुबाला की मौत, जानिये VSD रोग के कारण, लक्षण, इलाज

जहां एकतरफ पूरी दुनिया वैलेंटाइन डे मना रही है, वहीं गूगल भारत की सबसे खूबसूरत अदाकारा रहीं मधुबाला का डूडल बनाकर उनका 86वां जन्मदिन मना रहा है। बहुत से लोग यह नहीं जानते हैं कि मधुबाला दिल में छेद Ventricular Septal Defect (VSD) के साथ पैदा हुईं थी। यही वजह थी कि उनका 23 फरवरी 1969 को बहुत कम उम्र (36 वर्ष ) में ही निधन हो गया। 

लोग कहते हैं वो पूरब की वीनस थी। वीनस, सौन्दर्य और प्रेम की ग्रीक देवी। वीनस सच थी या कल्पना, पता नहीं। मधुबाला हक़ीक़त थी। वीनस के बारे में बस लोगों ने बस सुना था। मधुबाला को दुनिया ने देखा। लोग कहते हैं हिन्दी सिनेमा की ज़मीं पर ऐसा सरापा नूर फिर नहीं उतरा। लोग कहते हैं, वो अपने दौर में दुनिया की सबसे हसीन औरत थी।

ऐसा कहा जाता है कि मधुबाला के दिल में छेद का तब चला, जब वह 1954 में एक फिल्म की शूटिंग कर रही थीं। 1960 तक उनकी हालत बहुत ज्यादा  बिगड़ चुकी थी। वह फेफड़े के दबाव से भी पीड़ित थी, जिससे उन्हें हर समय खांसी रहती थी। चलिए जानते हैं कि VSD क्या होता है और इसके क्या लक्षण होते हैं। 

निलय सेप्टल डिफेक्ट क्या है? What is a ventricular septal defect?

एक वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट, या वीएसडी, दीवार में एक छेद है (सेप्टम) जो हृदय के दो निचले कक्षों (वेंट्रिकल्स) को अलग करता है। यह एक सामान्य हृदय दोष है जो जन्म से ही होता है।

दिल में छेद होने के लक्षण Symptoms of ventricular septal defect

वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट के लक्षण बच्चे के जीवन के पहले कुछ दिनों, हफ्तों या महीनों के दौरान दिखाई देते हैं और इसमें निम्नलिखित शामिल हो सकते हैं-

त्वचा, होंठ और नाखूनों पर नीले रंग का निशान
कम खानापीना, पनपने में विफलता
वजन नहीं बढ़ना
तेज सांस लेना या सांस फूलना
बहुत जल्दी थकान होना 

दिल में छेद होने के कारण और जोखिम कारक Causes and risk factors of ventricular septal defect

शिशुओं में हृदय दोष (जैसे वेंट्रिकुलर सेप्टल डिफेक्ट) का सही कारण ज्यादातर मामलों में अज्ञात है। हालांकि, आनुवांशिकी और पर्यावरणीय कारक इसके लिए जिम्मेदार हो सकते हैं। कभी-कभी, वीएसडी अन्य आनुवंशिक समस्याओं के साथ हो सकता है, जैसे डाउन सिंड्रोम।

कुछ शिशुओं को उनके जीन या गुणसूत्रों में परिवर्तन के कारण हृदय दोष होता है। दिल के दोषों को जीन और अन्य जोखिम कारकों के संयोजन के कारण भी माना जाता है। यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि प्रेगनेंसी के दौरान मां क्या खाती है या मां द्वारा उपयोग की जाने वाली दवाइयाँ को कैसा असर है। 

दिल में छेद का इलाज Treatment of ventricular septal defect

डॉक्टर छेद के आकार और इसके कारण होने वाली समस्याओं के मद्देनजर उपचार की सलाह देते हैं। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन का कहना है कि यदि छेद छोटा है, तो बच्चे को सर्जरी और अन्य उपचार की आवश्यकता नहीं हो सकती है क्योंकि छोटे वीएसडी अक्सर अपने आप ही बंद हो जाते हैं। हालांकि, यदि छेद बड़ा है, तो इसे बंद करने और गंभीर समस्याओं को रोकने के लिए ओपन-हार्ट सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है।

Web Title: Madhubala's 86th birth anniversary: Madhubala was suffering from ventricular septal defect, know sign, symptoms, treatment of VSD

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