भारतीय स्वास्थ्य विशेषज्ञों की सलाह, कोरोना वैक्सीन पर झूठी उम्मीद से बचें, देश में निकट भविष्य में उपलब्ध नहीं होगा प्रभावी टीका
By उस्मान | Published: September 1, 2020 11:51 AM2020-09-01T11:51:17+5:302020-09-01T11:51:17+5:30
Coronavirus effects: स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने पीएम मोदी को लिखा है कि भारत में कोरोना वायरस की वैक्सीन अभी उपलब्ध नहीं होने वाली है
कोरोना वायरस महामारी से लड़ते-लड़ते सात महीने से ज्यादा हो गए हैं। अब तक कोविड-19 से देशभर में 3,691,166 लोग संक्रमित हो गए हैं और 65,435 लोगों की मौत हो गई है। कोरोना से बचाव के लिए कई वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल भी जारी है।
इस बीच सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों की संयुक्त टास्क फोर्स ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लिखा और कहा कि यह मानना होगा कि कोरोना वायरस के खिलाफ एक प्रभावी टीका 'निकट भविष्य में उपलब्ध नहीं होगा'
टीके की झूठी उम्मीद से बचना चाहिए
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के अनुसार, इंडियन पब्लिक हेल्थ एसोसिएशन (IPHA), इंडियन एसोसिएशन ऑफ प्रिवेंटिव एंड सोशल मेडिसिन (IAPSM) और इंडियन एसोसिएशन ऑफ एपिडेमियोलॉजिस्ट (IAE) के विशेषज्ञों ने एक संयुक्त बयान में कहा, 'भारत में कोरोना वायरस महामारी को कंट्रोल करने के लिए वर्तमान में टीकों की कोई भूमिका नहीं है। यह मानना होगा कि निकट भविष्य में एक प्रभावी टीका उपलब्ध नहीं होगा। हमें इस झूठी उम्मीद से बचना चाहिए।'
लॉकडाउन से बचना चाहिए
सार्वजनिक स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने सुझाव दिया है कि लॉकडाउन की रणनीति को बंद करना चाहिए। बयान में यह भी कहा गया है कि अब 'नियंत्रण के लिए रणनीति के रूप में लॉकडाउन को बंद कर दिया जाना चाहिए।
हालांकि स्वास्थ्य मंत्रालय या आईसीएमआर ने देश में कोरोना के कम्युनिटी ट्रांसमिशन से इनकार किया है। बयान में कहा गया है कि "क्लस्टर प्रतिबंध केवल उन क्षेत्रों में माना जाना चाहिए जिनमें कोई समुदाय संचरण नहीं है।"
सिर्फ कुछ जगहों पर लगे प्रतिबन्ध
नियंत्रण की रणनीति के रूप में लॉकडाउन को बंद कर दिया जाना चाहिए। भौगोलिक रूप से छोटी अवधि के लिए सीमित प्रतिबंध कुछ जगहों में लगाए जा सकते हैं। क्लस्टर प्रतिबंध केवल उन क्षेत्रों में माना जाना चाहिए, जहां कोई कम्युनिटी ट्रांसमिशन नहीं है।
लोगों को मिले कोरोना की सही जानकारी
उन्होंने सुझाव दिया की ध्यान कोरोना वायरस से होने वाली मौतों को रोकने के लिए होना चाहिए और संक्रमण को रोकने पर नहीं। आईईसी को लोगों को लक्षणों पर नजर रखने, टेस्ट कराने और उचित सलाह के लिए डॉक्टर से संपर्क करने की सलाह देनी चाहिए।
देश में कुल संक्रमितों की संख्या 36,91,166 हुई
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 69,921 नए मामले सामने आए हैं जिसके बाद कुल संक्रमितों की संख्या 36,91,166 हो गई। वहीं अब तक स्वस्थ हुए मरीजों की संख्या मंगलवार को 28,39,882 हो गई।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने इसकी जानकारी दी । स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में स्वस्थ होने की दर 76.94 फीसदी हो गई। मंत्रालय की ओर से मंगलवार सुबह आठ बजे अद्यतन आंकड़े के अनुसार पिछले 24 घंटे में 819 और मरीजों की मौत हुई जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 65,288 हो गई है ।
इसके अनुसार देश में संक्रमण से मृत्यु दर नीचे गिरकर अब 1.77 फीसदी है। आंकड़ों के अनुसार देश में फिलहाल 7,85,996 मरीजों का इलाज चल रहा है जो कि संक्रमण के कुल मामलों का 21.29 फीसदी है। देश में संक्रमण का आंकड़ा सात अगस्त को 20 लाख के पार जबकि 23 अगस्त को यह 30 लाख के पार हो गया था।
भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के अनुसार 31 अगस्त तक 4,33,24,834 नमूनों की जांच हो चुकी है जिसमें से सोमवार को 10,16,920 नमूनों की जांच हुई।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)