इस डिवाइस के जरिए खड़ी होकर यूरिन कर सकेंगी महिलाएं, गंदे टॉयलेट से होने वाले रोगों का खतरा होगा कम
By उस्मान | Published: November 20, 2018 07:25 AM2018-11-20T07:25:36+5:302018-11-20T07:25:36+5:30
इससे उन महिलाओं को फायदा होगा जो विकलांग, प्रेगनेंट या किसी अन्य ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं जिनकी वजह से उन्हें मजबूरी में गंदे टॉयलेट में बैठकर पेशाब करना पड़ता है।
आईआईटी दिल्ली के छात्रों ने 'सैनफे' नामक एक ऐसा उरिनल डिवाइस बनाया है जिससे उन महिलाओं को फायदा होगा जो विकलांग, प्रेगनेंट या किसी अन्य ऐसी बीमारियों से पीड़ित हैं जिनकी वजह से उन्हें मजबूरी में गंदे टॉयलेट में बैठकर पेशाब करना पड़ता है। सिर्फ 10 रुपये की कीमत वाले इस डिवाइस का इस्तेमाल कर ऐसी महिलाएं खड़ी होकर यूरिन कर सकती हैं।
महिलाओं के लिए कैसे फायदेमंद होगा ये डिवाइस?
सार्वजनिक शौचालयों में स्वच्छता की कमी से हर दो महिलाओं में से एक को मूत्र पथ में संक्रमण (यूटीआई) का शिकार होना पड़ता है। इस डिवाइस का इस्तेमाल करने से महिलाओं को गंदे टॉयलेट पर नहीं बैठना पड़ेगा और इस तरह की बीमारियों से बचने में मदद मिलेगी। इसके अलावा यह प्रोडक्ट गर्भवती और गठिया दर्द से पीड़ित महिलाओं के लिए भी फायदेमंद होगा और इसका इस्तेमाल रेलवे स्टेशनों, ट्रेनों, बस टर्मिनल आदि के सार्वजनिक शौचालयों में इस्तेमाल किया जा सकेगा।
उपयोग करने में आसान होने के अलावा स्टार्टअप सैनफे का दावा है कि यह भारतीय बाजार में सबसे किफायती उत्पाद है जो महिलाओं को स्थायी स्थिति में पेशाब करने में मदद करेगा। इस स्टार्टअप को शुरु करने वाले आईआईटी दिल्ली के छात्र अर्चित अग्रवाल का कहना है कि यह दुख की बात है कि भारत में 71 फीसदी सार्वजनिक वाशरूम साफ नहीं हैं। हम सब सिर्फ बैठ के स्वच्छ भारत का इंतजार करें, क्या हम बस इतना ही कर सकते है? लेकिन हमारी टीम ऐसा नहीं सोचती है। हम महिलाओं के जीवन की गुणवत्ता में सुधार करने के लिए काम कर रहे हैं। इस परियोजना को आईआईटी दिल्ली, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और बीआईआरएसी द्वारा सपोर्ट किया गया है।
एम्स में हुआ ट्रायल
टीम सदस्यों के अनुसार, इस डिवाइस का दिल्ली एम्स में ट्रायल हुआ है और सफल भी रहा। अब इस डिवाइस को देश के अन्य अस्पतालों में भी उपलब्ध कराया जाएगा। खास बात यह है कि लॉन्च होते है इस डिवाइस के दस हजार पीस बिक चुके हैं।
गंदे टॉयलेट से है इन बीमारियों का खतरा
- गंदे टॉयलेट का इस्तेमाल करने से आपको स्ट्रेप्टोकोकस संक्रमण का खतरा हो सकता है। इसे स्ट्रेप के रूप में जाना जाता है और एक प्रकार का बैक्टीरिया है। इससे आपको गले में संक्रमण, लाल बुखार और त्वचा का संक्रमण हो सकते हैं।
- गंदे शौचालयों से होने वाले मुख्य संक्रमण में हेपेटाइटिस ए संक्रमण भी है। इससे बुखार, उल्टी और पेट में ऐंठन हो सकती है। ये संक्रमित लोगों के मल से फैलते हैं। एक ही बाल्टी या मग इस्तेमाल करने से भी ये फैलते हैं।
- सार्वजनिक गंदे शौचालयों के इस्तेमाल से आपको सर्दी जुकाम का भी खतरा होता है। सिर दर्द, बुखार और नाक का रुकना और बहना आदि भी इस इन्फेक्शन के लक्षण हैं।