दाद त्वचा पर होने वाला संक्रमण है। इससे त्वचा पर गोल आकार में छोटे-छोटे दाने हो जाते हैं, जिसस पर तेज खुजली और जलन होने लगती है। इनको अनदेखा करने पर यह बढ़ने लगती है और शरीर के बाकी हिस्सों पर भी फैलनी शुरू हो जाती है।
वैसे तो इसका डॉक्टरी इलाज करवाना बहुत जरूरी है लेकिन घरेलू तरीके से भी इस परेशानी से निजात पाई जा सकती है। हम आपको दाद के कुछ घरेलू उपाय बता रहे हैं, जिनके जरिये आप इस समस्या से काफी हद तक राहत पा सकते हैं।
जैतून का तेलजैतून के तेल में हल्दी मिलाकर पेस्ट बना लें और इसे दाद वाले हिस्से पर 5-6 घंटे तक लगाकर रखें। इसका इस्तेमाल दिन में 2 बार करें। लगातार 1 हफ्ते तक यह तरीका अपनाने से दाद ठीक हो जाएगी।
हल्दी हल्दी में एंटी इंफ्लामेटरी, एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। हल्दी पाउडर को लेके इसमें पानी मिला ले और इसका पेस्ट बना ले, और इसके बाद इसे दाद खाज खुजली वाले स्थान पर लगाएं।
लहसूनलहसून सिर्फ खाने का स्वाद बढ़ाने का काम नहीं करता बल्कि इसमें एंटीबैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण भी पाए जाते हैं। लहसुन के पेस्ट को दाद पर लगा कर कपड़े से बांध लें। इसे सोने से पहले इस्तेमाल करें, आपको आराम मिलेगा।
सेब का सिरकासेब के सिरका दाद खाज खुजली में बहुत ही असरदायक घरेलू उपचार है। इसमें एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं। खाज-खुजली को ठीक करने के लिए सेब के सिरके को एक रूई में भिगोकर प्रभावित हिस्से पर लगाएं।
अजवायनअजवायन का उपयोग बहुत उपयोगी होता है दाद के इलाज में। अजवाइन को पानी में मिला ले और फिर इस पानी से अपने दाद को धो ले। गर्म पानी ले और उसमे अजवाइन को पीस कर एक पेस्ट बना ले और फिर बाद में एक सप्ताह तक इसका लेप लगाये।
कच्चा पपीताकच्चे पपीते के इस्तेमाल से सूजन,जलन को बहुत आराम मिलता है। पपीते के पेस्ट को दाद पर लगा कर बीस मिनट बाद गर्म पानी से धो लें। यह हर तरह के फंगस को नष्ट कर सकता है।
नीमनीम के पत्ते दाद के उपचार में भी उपयोगी होते हैं। इसके प्रयोग के लिए नीम के पत्तों को पानी में उबाल कर उससे रोजाना नहाने से दाद में आराम मिलता है। इसका कारण यह है कि नीम के पत्तों में एंटी बैक्टीरियल और एंटीफंगल गुण पाए जाते हैं।
नींबूअपने आयुर्वेदिक गुणों के कारण बहुत विख्यात है इसलिए दिन में चार दाद पर खुजली करें और उस पर नींबू का रस लगाएं। इस उपाय में थोडी सी जलन तो अवश्य होगी, लेकिन ये बहुत कारगर उपाय है और इससे दाद पूरी तरह खत्म कर सकता है।
टी ट्री ऑयलइसमें एंटीफंगल और एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो फंगल और त्वचा संक्रमण के इलाज में बेहद प्रभावी हो सकता है। इसे कॉटन बॉल के जरिये प्रभावित हिस्से पर लगाएं. प्रति दिन दो या तीन बार प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं।
नारियल का तेलनारियल तेल में माइक्रोबियल और एंटीफंगल दोनों गुण होते हैं जो दाद के संक्रमण का इलाज करने में मदद कर सकते हैं। यह कैंडिडा जैसे दाद और अन्य कवक के साथ संक्रमण के लिए एक अत्यंत प्रभावी घरेलू उपाय है।