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बेहतर लुब्रिकेशन, पीएच बैलेंस, ऑर्गेज्म, फर्टिलिटी, सेक्स ड्राइव के लिए ये 6 चीजें जरूर खायें लड़कियां

By उस्मान | Updated: January 15, 2020 10:49 IST

महिलाओं को ज्यादा डिस्चार्ज होना और प्राइवेट पार्ट्स से अजीब तरह की स्मेल आना इस बात का संकेत हो सकता है कि योनि के पीएच बैलेंस में कुछ गड़बड़ी हो।

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महिलाओं को ज्यादा डिस्चार्ज होना और प्राइवेट पार्ट्स से अजीब तरह की स्मेल आना इस बात का संकेत हो सकता है कि योनि के पीएच बैलेंस में कुछ गड़बड़ी हो। एक बैलेंस योनि पीएच की रेंज 3.8 से 4.5 के बीच है। जब ज्यादा दिनों तक यह बैलेंस बिगड़ता है, तो प्राइवेट हिस्से में बैक्टीरिया पनपने का खतरा बढ़ जाता है जिससे यूटीआई होने का चांस बढ़ता है।

डॉक्टर सलाह देते हैं कि हर महिला को समय-समय पर पीएच का टेस्ट कराना चाहिए। खैर, आप उचित खान-पान के जरिये भी पीच लेवल को बेहतर रख सकती हैं और कई तरह की समस्याओं से बच सकती हैं। हम आपको कुछ ऐसी चीजों के बारे में बता रहे हैं जिनके नियमित सेवन से आप वैजाइनल हेल्थ को बेहतर रख सकती हैं। 

यूटीआई के लिए क्रैनबेरी का रस

हेल्थलाइन के अनुसार, क्रैनबेरी जूस एंटीऑक्सिडेंट और अम्लीय यौगिकों से भरा होता है, जो शक्तिशाली संक्रमण से लड़ने वाले स्रोत हैं जो बैक्टीरिया को मूत्राशय की दीवार पर चिपकने से मदद कर सकते हैं। क्रैनबेरी विशेष रूप से यूटीआई के लक्षणों को रोकने में फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा इसमें प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने के लिए एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ई और विटामिन सी होते हैं। 

फर्टिलिटी बढ़ाने के लिए शकरकंद

इसके बहुत फायदे हैं, खासकर गर्भवती महिलाओं के लिए। बीटा कैरोटीन और विटामिन ए से भरपूर, शकरकंद गर्भाशय की दीवारों को मजबूत और संरक्षित करने में मदद करता है। बीटा कैरोटीन और विटामिन ए का पुरुषों और महिलाओं दोनों की प्रजनन क्षमता  पर असर पड़ता है। शकरकंद में पाए जाने वाले पोषक तत्व सेक्स हार्मोन के उत्पादन में भी मदद करते हैं और अक्सर पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओएस) से पीड़ित महिलाओं के लिए भी इसकी सलाह दी जाती है। 

अच्छे बैक्टीरिया के लिए दही

प्रोबायोटिक युक्त भोजन, जैसे किमची और दही जैसे किण्वित खाद्य पदार्थ सिर्फ आंत के लिए ही नहीं बल्कि आपके पीएच लेवल को बैलेंस रखने और संक्रमण को दूर करने में मदद करते हैं। ये खाद्य पदार्थ शरीर में अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देती हैं, जो विशेष रूप से खमीर संक्रमण को रोकने में सहायक है। इनमें मौजूद कैल्शियम को पीएमएस के लक्षणों में मदद करने के लिए जाना जाता है।

सर्कुलेशन और सेक्स ड्राइव के लिए प्लांट फैट

ओमेगा-3 फैटी एसिड परिसंचरण और रक्त प्रवाह में मदद करता है, जिससे योनि के सूखेपन से राहत मिलती है। इसके अलावा यह आपकी सेक्स ड्राइव के लिए बेहतर है। फैटी एसिड मछली और नट्स में पाया जाता है। इससे मासिक धर्म की ऐंठन से भी राहत मिलती है। 

ऑर्गेज्म के लिए एक सेब

ऐसा कहा जाता है कि जो महिलाएं दिन में एक बार सेब खाती हैं, उनका यौन जीवन बेहतर होता है। सेब में पाया जाने वाला एक फाइटोएस्ट्रोजन फ़्लोरिडेज़िन को बेहतर लुब्रिकेशन, सेक्सुअल फंक्शन, ऑर्गेज्म के लिए जाना जाता है। जो महिलाएं प्रति दिन खट्टे फल खाती हैं, उन्हें युटरीन फाइब्रॉएड विकसित होने की संभावना कम होती है।

योनि सूखापन को कम करने के लिए पत्तेदार साग

गहरे रंग के पत्तेदार साग खून को साफ करते हैं और नाइट्रेट्स जैसे कई पोषक तत्व होने की वजह से परिसंचरण को भी बढ़ाते हैं। यह योनि की सूखापन को रोकने और उत्तेजना को बढ़ाने में मदद कर सकता। इनमें साग विटामिन ई, मैग्नीशियम और कैल्शियम भी पाया जाता है, जो योनि की मांसपेशियों के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद होते हैं। 

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