स्टेम सेल प्रत्यारोपण से फेफड़ा रोग के मरीजों में नई उम्मीद जगी
By IANS | Published: February 11, 2018 12:22 PM2018-02-11T12:22:57+5:302018-02-11T12:28:47+5:30
यह रोग हार्ट अटैक और कैंसर की बिमारी के बाद तीसरा सबसे बड़ा है।
चीन के वैज्ञानिकों ने मूल कोशिका प्रत्यारोपण (स्टेम सेल ट्रांसप्लांटेशन) के जरिए एक मरीज के क्षतिग्रस्त फेफड़े को दुरुस्त किया है। चिकित्सा के क्षेत्र में इसे एक महत्वपूर्ण खोज के रूप में देखा जा रहा है, जिससे फेफड़ की गंभीर बीमारी का इलाज संभव हो पाएगा। प्रत्यारोपण के इस आरंभिक नैदानिक परीक्षण में तोंगजी विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने मरीज के श्वासनली से मूल कोशिकाएं निकाला और उनमें कई गुना वृद्धि होने दिया। उसके बाद कोशिकाओं को मरीज के फेफड़ों में प्रत्यारोपित किया।
इससे पहले, चूहों में यह मूल कोशिका प्रत्यारोपण सफ रहा था। चूहों के फेफड़ों में मानव की श्वासनली व वायुकोश की कोशिकाओं में पुनरुत्थान देखा गया। धमनी रक्त गैस विश्लेषण में पाया गया कि चूहों के फेफड़े के प्रकार्य में जबरदस्त सुधार था।
हार्ट अटैक और कैंसर की बिमारी के बाद तीसरा सबसे बड़ा है रोग
विश्वविद्यालय के प्रोफेसर वेई जुओ ने कहा, "हृदय और कैंसर की बीमारी के बाद तीसरा रोग, जिससे दुनिया में सबसे ज्यादा लोगों की मौत होती है व फेफड़े की बीमारी है।" उन्होंने कहा, "फेफड़े की गंभीर बीमारी से पीड़ित मरीजों के लिए यह सबसे बड़ी उम्मीद जगी है कि ब्रोंकिएक्टिैसिस और इंटर्स्टिटियल लंग डिजीज का इलाज मूल कोशिका प्रत्यारोपण से हो सकता है।"