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बीपी, डायबिटीज और कैंसर की फ्री में जांच के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय शुरू करेगा राष्ट्रव्यापी अभियान

By रुस्तम राणा | Updated: February 18, 2025 17:35 IST

मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लें - 20 फरवरी से 31 मार्च तक गैर-संचारी बीमारियों (NCD) के लिए देशव्यापी जांच अभियान में शामिल हों और अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में मुफ्त जांच करवाएं।"

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ठळक मुद्देजांच अभियान 20 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगाइन बीमारियों की जांच निकटतम सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में की जाएगीउच्च रक्तचाप, मधुमेह, मौखिक, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर जांच में शामिल

नई दिल्ली: स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) ने उच्च रक्तचाप, मधुमेह और कैंसर जैसी गैर-संचारी बीमारियों (NCD) के लिए देशव्यापी जांच अभियान की घोषणा की है। जांच अभियान 20 फरवरी से 31 मार्च तक चलेगा। स्वास्थ्य मंत्रालय ने 30 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों से इन बीमारियों की जांच निकटतम सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र से करवाने का आह्वान किया है। 

मंत्रालय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर एक पोस्ट में कहा, "अपने स्वास्थ्य की जिम्मेदारी लें - 20 फरवरी से 31 मार्च तक गैर-संचारी बीमारियों (NCD) के लिए देशव्यापी जांच अभियान में शामिल हों और अपने नजदीकी सरकारी स्वास्थ्य सुविधा केंद्र में मुफ्त जांच करवाएं।"

इसमें कहा गया है, "सभी सरकारी स्वास्थ्य सुविधाएं उच्च रक्तचाप, मधुमेह, मौखिक, स्तन और गर्भाशय ग्रीवा के कैंसर के लिए एक राष्ट्रव्यापी विशेष जांच अभियान चलाएँगी।"  मंत्रालय ने पोस्ट के साथ एक इन्फोग्राफ़िक में मधुमेह के लक्षणों को भी सूचीबद्ध किया है जिन्हें किसी को नज़रअंदाज़ नहीं करना चाहिए। इनमें "धुंधली दृष्टि, भूख में वृद्धि, घावों का देर से भरना, थकान, लगातार प्यास लगना, अचानक वजन कम होना और बार-बार पेशाब आना" शामिल हैं।

मंत्रालय ने कहा, "मधुमेह के इन लक्षणों को नज़रअंदाज़ न करें!" स्क्रीनिंग अभियान ऐसे समय में चलाया जा रहा है जब देश में गैर-संचारी रोगों में उल्लेखनीय वृद्धि देखी जा रही है। 

भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय पोषण संस्थान (ICMR-NIN) के आंकड़ों के अनुसार, देश में कुल मृत्यु दर में गैर-संचारी रोगों का योगदान 66 प्रतिशत है। हृदय संबंधी बीमारियों, मधुमेह, पुरानी सांस की बीमारियों और कैंसर का बोझ भी एक महत्वपूर्ण सार्वजनिक स्वास्थ्य चुनौती बन गया है, खासकर 30 वर्ष से अधिक आयु के व्यक्तियों में।

टॅग्स :Ministry of HealthकैंसरडायबिटीजDiabetes
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