आयुर्वेद में तुलसी के पौधे को सबसे महान औषधि माना गया है। इस हरे पौधे की उसकी शाखाएं, पत्ती और बीज सभी का अपना-अपना महत्व है। एंटीबायोटिक और एंटीऑक्सीडेंट्स गुणों से भरपूर तुलसी में भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, विटामिंस, मिनरल्स जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। यह आपको कई गंभीर बीमारियों से बचाने में सहायक है। एक्सपर्ट मानते हैं कि दूध के साथ तुलसी के पत्तों का सेवन करने से कई रोगों से बचने में मदद मिल सकती है।
1) फ्लू का होता है नाशतुलसी में एंटीइंफ्लेमेटरी गुण होते हैं और यह दूध के हीलिंग गुणों के साथ मिलकर शरीर के तापमान को कम कर सकते हैं और फ्लू के लक्षणों को खत्म कर सकते हैं। फ्लू से जल्दी राहत पाने के यह बेहद सस्ता और आसान उपाय है।
2) दिल को स्वस्थ रखने में सहायकतुलसी में यूजेनॉल नामक एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो मानव दिल को स्वस्थ और मजबूत बनाने में सहायक है। इसके अलावा दूध के सेवन से भी पोषण मिलने से दिल स्वस्थ रहता है और उसे ऑक्सीजन मिलता है।
3) किडनी की पथरी का रामबाण इलाजतुलसी किडनी की पथरी के लिए रामबाण है। प्रतिदिन सुबह खाली पेट तुलसी के पत्तों या बीजों का सेवन करें तो कुछ ही दिन में पथरी पेशाब के साथ गल कर बाहर आ सकती है। तुलसी और दूध के संयोजन को एक उत्कृष्ट मूत्रवर्धक के रूप में जाना जाता है, जो यूरिक एसिड के स्तर को कम करता है और गुर्दे को सफाई करता है, जिससे गुर्दे की पथरी धीरे-धीरे गल जाती है।
4) सर्दी, खांसी और जुकाम तुलसी और गर्म दूध सर्दी,खांसी और जुकाम के लिए रामबाण औषधि है। यह समस्याएं अक्सर इम्युनिटी सिस्टम कमजोर होने से होती हैं। इसलिए आपको अपना सिस्टम मजबूत करने के लिए नियमित रूप से इस मिश्रण का सेवन करना चाहिए।
5) खून होता है साफआपको खून साफ करने के लिए रोजाना तुलसी के पत्ते चबाने चाहिए। इसके अलावा दूध के साथ सेवन करने से भी आपको रक्त से संबंधित बीमारियों जैसे कील-मुहासे, रक्त कैंसर आदि से बचने में मदद मिल सकती है।
4) कब्ज और दस्त का बेहतर उपायआजकल के लोगों में कब्ज की समस्या आम होती जा रही है। इससे राहत पाने के लिए आपको दूध में तुलसी के पत्ते डालकर पीना चाहिए। इसके अलाव अगर आप दस्त से परेशान हैं, आपकी इस मिश्रण से फायदा हो सकता है।