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खुशखबरी! ब्लड कैंसर के मरीजों की रक्षा करती है कोविड-19 वैक्सीन, स्टडी में हुआ चौंकाने वाला खुलासा

By आजाद खान | Updated: December 24, 2022 09:45 IST

इस खुलासे पर बोलते हुए प्रो. ओलिवर टी. केपलर ने कहा है कि बिना उपचार के ही बी-सेल लिंफोमा या मल्टीपल मायलोमा वाले रोगियों के लिए कई वैक्सीन खुराक की सिफारिश की जा सकती है।

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ठळक मुद्देकोविड-19 के वैक्सीन और ब्लड कैंसर को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा सामने आया है। दावा किया गया है कि कोरोना का वैक्सीन ब्लड कैंसर मरीजों को बचाता है और उनकी रक्षा करता है। यही नहीं इस स्टडी में कई और खुलासे भी हुए है।

बर्लिन: आम तौर पर यह देखा गया है कि ब्लड कैंसर वाले मरीजों का प्रतिरक्षा प्रणाली काफी कमजोर होता है जिससे उनके कोरोना से संक्रमित और बीमार होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है। यही नहीं ऐसे लोगों में यह भी पाया गया है कि कोविड-19 टीकाकरण के बाद भी इन लोगों में कई कैंसर उपचारों के कारण कोई भी कोई एंटीबॉडी विकसित नहीं हुई है। 

वहीं दूसरी ओर टीकाकरण टी कोशिकाओं को सक्रिय कर सकता है जो दीर्घकालिक प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया के लिए जिम्मेदार हैं। ऐसे में इस स्टडी में चौंकाने वाले खुलासे हुए है। 

स्टडी में क्या हुआ खुलासा

इस स्टडी को एलएमयू म्यूनिख के मेडिकल सेंटर-यूनिवर्सिटी ऑफ फ्रीबर्गैंड के वायरोलॉजिस्ट प्रो. ओलिवर टी. केप्लर के चिकित्सकों डॉ. एंड्रिया केपलर-हाफकेमेयर और डॉ. क्रिस्टीन ग्रील के नेतृत्व में एक टीम ने किया है। टीम ने अपनी स्टडी में यह पाया कि जो कोरोना के मरीज जिन्हें पहले से ब्लड कैंसर था और जिन लोगों ने कोरोना के तीनों टीका लिया हुआ था, उन्हें यह टीका SARS-CoV2 जैसे गंभीर बीमारी से बचाता है। 

आपको बता दें कि इस स्टडी में दो प्रकार के ब्लड कैंसर को रखा गया था जिसमें बी-सेल लिंफोमा और मल्टीपल मायलोमा को शामिल किया गया था। ऐसे में डॉ. एंड्रिया केप्लर-हाफकेमेयर ने बताया कि हमने इस स्टडी में पाया कि जो ब्लड कैंसर मरीज टीकाकरण कर चुके थे उनमें काफी मजबूत टी सेल प्रतिक्रिया पाई गई है। 

ब्लड कैंसर के मरीजों को लेकर प्रो. ओलिवर टी. केपलर ने क्या कहा है 

अध्ययन से पता चला कि जो रोगी एंटीबॉडी बना सकते हैं वे विशेष रूप से उच्च गुणवत्ता वाले एंटीबॉडी का उत्पादन करते हैं। ऐसे में अपने दूसरे टीकाकरण के बाद ये मरीज पहले से ही बेअसर करने में सक्षम इस प्रकार विभिन्न SARS-CoV-2 वेरिएंट को निष्क्रिय कर देते हैं। गौर करने वाली बात यह है कि यह क्षमता टीकाकृत स्वस्थ लोगों की तुलना में इन रोगियों की समूह काफी स्पष्ट दिखाई मिली है। 

इस पर आगे बोलते हुए प्रो. ओलिवर टी. केपलर ने कहा कि कोरोना का टीका विभिन्न प्रकार के रक्त कैंसर वाले रोगियों में बहुत ही व्यापक एंटीवायरल प्रतिरक्षा उत्पन्न कर सकता है। इन एंटीवायरल प्रतिरक्षा में अत्यधिक शक्तिशाली न्यूट्रलाइजिंग एंटीबॉडी भी शामिल है। 

ऐसे में प्रो. ओलिवर टी. केपलर का कहना है कि बिना उपचार के ही बी-सेल लिंफोमा या मल्टीपल मायलोमा वाले रोगियों के लिए कई वैक्सीन खुराक की सिफारिश की जा सकती है। 

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