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Global Handwashing Day 2019 : हाथ धोना क्यों जरूरी, बीमारियों से बचने के लिए कब, कैसे, कितनी देर हाथ धोएं

By उस्मान | Updated: October 15, 2019 11:09 IST

Global Handwashing Day 2019: किसी भी तरह का खाद्य पदार्थ खाने से पहले हाथ धोने के लिए कम से कम 20 सेकंड दें, ऐसी सलाह विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दी है।

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हर साल 15 अक्टूबर को ग्लोबल हैंडवॉशिंग डे (Global Handwashing Day) मनाया जाता है। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य हाथ धोने के फायदों के बारे में जागरूकता फैलाना है। इस साल यानी 2019 में ग्लोबल हैंडवाशिंग डे की थीम 'सभी के लिए स्वच्छ हाथ' है, जो हैंडवॉशिंग इक्विटी के महत्व पर केंद्रित है।

वर्तमान भागदौड़ भरी जिंदगी में समय को अधिक महत्व दिया जाता है। फिर भी हर इन्सान स्वास्थ्य की ओर अनदेखी करता नजर आता है। इसी कारण अनेक बार बगैर हाथ धोए खाद्य पदार्थ का सेवन किया जाता है। इससे संक्रामक बीमारियों का प्रसार होता है। किसी भी तरह का खाद्य पदार्थ खाने से पहले हाथ धोने के लिए कम से कम 20 सेकंड दें, ऐसी सलाह विशेषज्ञ डॉक्टरों ने दी है। 

भागदौड़ भरी जिंदगी में ज्यादात लोग गलत आदतों के शिकार हो जाते हैं। उसमें मुख्य रुप से बगैर हाथ धोए अन्न पदार्थ का सेवन करना शामिल है। बढ़े हुए नाखून तथा उसका मैल स्वास्थ्य के लिए घातक होता है। लेकिन अनेक लोग इस ओर भी अनदेखी करते हैं। यही आदतें विभिन्न संक्रामक रोगों एवं पेट से जुड़ी बीमारियों की जड़ होती हैं। इससे बचने के लिए नियमित सफाई के साथ हाथ धोना ही सर्वोत्तम उपाय है। 

हाथ धोना क्यों जरूरी है?

कीटाणु हर तरफ हैं। कुछ प्रत्यक्ष दोषी हैं जैसे कि बाथरूम, लेकिन कुछ कम प्रत्यक्ष स्थान भी हैं जहां कीटाणु छुपते हैं। बच्चे दरवाज़े की नोब छूकर और साझा वस्तुओं का इस्तेमाल करके, जैसे कि कंप्यूटर एवं पढ़ने की जगह कीटाणु के वाहक बनते हैं। कीटाणु मजबूत होते हैं। CDC के अनुसार, कीटाणु किसी भी सतह पर जिसे आप छूते हैं, 2 घंटे से ज्यादा तक जीवित रह सकते हैं।

कीटाणु आसानी से एक से दूसरे में जा सकते हैं। बच्चे खिलौने और नाश्ता साझा करके, और आम चीज़ों को छूकर जैसे कि दरवाज़े की नॉब और पानी पीने के फाउंटेन को छूकर बहुत सारे कीटाणुओं के वाहक बनते हैं। छींक कीटाणु और रोगाणु की हजारों छोटी बूंदें हवा में फैलाती है। बच्चों को सिखाएं कि हाथ के बजाय अपनी कोहनी मोड़कर उसमें या एक टिश्यू में छींकें। 

हाथ धोना बीमार होने की संभावना के बचने की पहली रक्षा पंक्ति है। बच्चे खिलौने और खाने से कीटाणुओं के संपर्क में आए अपने हाथों से बार-बार अपना चेहरा छूते हैं। बच्चे जो नाश्ते और खेलने से समय के बाद डेटॉल ओरिजनल लिक्विड हैंड वाश से हाथ धोएंगे, वो कीटाणु ख़त्म करेंगे और बीमार होने की संभावना कम करेंगे।

हाथ धोने का सही तरीका

हाथ धोने का सही तरीका भी मालूम करें वर्ना इसका भी स्वास्थ्य पर प्रतिकूल परिणाम होता है। हाथ धोने की एक विशिष्ट पद्घति है। इसके लिए कम से कम 20 सेकंड का समय आवश्यक है। बॉक्स ऐसे धोएं हाथ और स्वस्थ्य रहें शुरूआत में हाथ स्वच्छ तथा गुनगुने पानी से गीले करें। इसके बाद साबुन लगाकर 20 सेकंड तक हाथों को एक-दूसरे पर रगड़ें। 

इस प्रक्रिया में हाथ के साथ हथेली, पीछे का हिस्सा, उंगलियां तथा नाखून भी स्वच्छ होने चाहिए। इसके बाद पानी से हाथ धोएं और स्वच्छ कपड़े से हाथ पोछें। हाथ पोछने के लिए रुमाल अथवा टॉवेल का उपयोग करें।

हाथ कब धोएं?

* खाना बनाते समय, खाते समय तथा खाना परोसने से पहले हाथ अवश्य धोएं। * शौच के पश्चात हाथ धोना आवश्यक है। * छींकने के बाद हाथ धोएं। * अपने बच्चों की नाक की सफाई करने के बाद भी हाथ धोएं। * शौच के बाद अथवा डाइपर बदलने के पश्चात, पालतू प्राणियों के साथ खेलने पर हाथ जरूर धोएं। * बीमार व्यक्ति से मिलने के बाद भी हाथ धोना आवश्यक है। 

हाथ धोने के लिए केवल कुछ सेकंड उचित पद्घति से देने पर आपको तथा आपके परिवार को डॉक्टर के पास जाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। नियमित सफाई तथा उचित तरीक से हाथ धोएं, जिससे संक्रामक बीमारियों समेत अन्य बीमारियों से बचा जा सकता है।

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