लाइव न्यूज़ :

जोड़ों में चिकनाहट बढ़ाकर गठिया, जोड़ों का दर्द, सूजन और हड्डियों को खोखला होने से बचाती हैं ये 9 चीजें

By उस्मान | Updated: May 1, 2019 15:29 IST

Tips for Healthy Joints in Hindi: हड्डियों की समस्याएं जैसे आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, रयूमेटाइड अर्थराइटिस, बर्साइटिस, गाउट, स्ट्रेन, मोच से बचने के लिए आपको इन चीजों का जरूर सेवन करना चाहिए.

Open in App

जोड़ों में दर्द होना एक आम समस्या बन गई है। इससे सिर्फ बुजुर्ग ही नहीं बल्कि बच्चे और युवा भी पीड़ित हैं। इसका एक बड़ा कारण जोड़ों की चिकनाहट कम होना है। बढ़ती उम्र के साथ जोड़ों के कार्टिलेज घिस जाते हैं और उनमें चिकनाहट कम होने लगती है। इससे आपको गठिया यानी आर्थराइटिस, ऑस्टियोपोरोसिस, ऑस्टियोआर्थराइटिस, रयूमेटाइड अर्थराइटिस, बर्साइटिस, गाउट, स्ट्रेन, मोच और अन्य कई इंजरी हो सकती हैं। डॉक्टर जोड़ों में चिकनाहट कम होने के लिए खानीपेने को भी जिम्मेदार मानते हैं। 

डॉक्टर के अनुसार, किसी व्यक्ति का वजन और फिजिकल एक्टिविटी का जोड़ों के स्वास्थ्य में अहम रोल है। ज्यादा वजन होने से सारा भार जोड़ों पर पड़ता है जिससे धीरे-धीरे जोड़ों कार्टिलेज घिस जाते हैं और उनमें चिकनाहट कम होने लगती है। इसलिए आपको जोड़ों के दर्द, सूजन और गठिया से बचने के लिए वजन कंट्रोल रखना चाहिए।

लो इम्पैक्ट एक्सरसाइज से भी जोड़ो में मजबूती आती है। इसलिए आपको जोड़ों को लुब्रिकेट, टिश्यू को मजबूत बनाने और दर्द को कम करने के लिए वॉकिंग, साइकिलिंग, स्विमिंग और योग आदि का सहारा लेना चाहिए। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको रोजाना कुछ देर धूप लेनी चाहिए। इससे आपको विटामिन डी मिलता है, जिससे आर्थराइटिस के साथ मोटापा, डायबिटीज और कैंसर जैसी समस्याओं से भी बचने में मदद मिलती है।  

लहसुन और प्याजलहसुन और प्याज में भरपूर मात्रा में शक्तिशाली सल्फर यौगिक होता है जो सूजन और दर्द से लड़ता है। जाहिर है यह दोनों चीजें भोजन का स्वाद बढ़ाने के साथ सोडियम का लेवल कम करती हैं। अधिक मात्रा में सोडियम के सेवन से उच्च रक्तचाप का खतरा अधिक होता है।

सेबसेब में भरपूर मात्रा में क्वेरसेटिन होता है, जो कार्टिलेज के एक मुख्य घटक कोलेजन का निर्माण करने में मदद करता है। सेब में त्वचा, कार्टिलेज और हड्डियों को मजबूत और स्वस्थ रखने की क्षमता होती है।

बादामबादाम ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन ई और मैंगनीज से भरपूर होते हैं। ओमेगा 3 सूजन को कम करता है। विटामिन ई एक एंटीऑक्सिडेंट है जो शरीर को नुकसान से बचाता है। मैंगनीज ग्लूकोसामाइन को जोड़ों की मरम्मत के रूप में जल्दी और अधिक प्रभावी ढंग से काम करने में मदद करता है।

पपीता यह फल विटामिन सी, विटामिन ए और एंजाइमों का भंडार है। विटामिन सी गठिया के विकास की संभावना को कम करता है और विटामिन ए क्षति को कम करने के लिए एक और एंटीऑक्सिडेंट के रूप में कार्य करता है। 

जैतून और नारियल का तेलजैतून का तेल एंटीऑक्सिडेंट और ओमेगा 3 फैटी एसिड का भंडार है और यह  सूजन और दर्द को कम करता है। नारियल तेल में ऐसे ताव होते हैं, जो सूजन और दर्द को कम करते हैं और ऊतकों को हाइड्रेट रखते हैं। यह शरीर को नुकसान पहुँचाने वाले वायरस, बैक्टीरिया और कवक से बचाते हैं।

केला और एवोकाडो केले फाइबर का भंडार हैं। इसे खाने से आपका पेट लंबे समय तक भरा रहता है। केले  पोटेशियम का एक बड़ा स्रोत भी हैं। पोटेशियम को जोड़ों के स्वास्थ्य से जोड़ा गया है। एवोकाडो शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी से भी भरा होता है। यह पोटेशियम और ओमेगा फैटी एसिड का एक और अच्छा स्रोत है।

टॅग्स :हेल्थी फूडहेल्थ टिप्सघरेलू नुस्खेमेडिकल ट्रीटमेंट
Open in App

संबंधित खबरें

स्वास्थ्यBengaluru: सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने सेक्सुअल हेल्थ के इलाज के लिए बैंक लोन लेकर खरीदी थी जड़ी-बूटी, हो गई किडनी की समस्या, ₹48 लाख का हुआ नुकसान

स्वास्थ्यDinner Timing Matters: सर्दियों में जल्दी खाना क्यों बन सकता है हेल्थ गेम-चेंजर?

स्वास्थ्यअध्ययन: बच्चों में बढ़ती हिंसा और उसके मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव

स्वास्थ्यभारतीय वैज्ञानिकों ने गर्भ के अंदर 'जेनेटिक स्विच' का पता लगाया, गर्भावस्था में हो सकता मददगार

स्वास्थ्यक्या ‘बेरी’ खाना सुरक्षित है? कीटनाशक डाइमेथोएट के बारे में चिंता करना कितना सही

स्वास्थ्य अधिक खबरें

स्वास्थ्यबिहार हेल्थ विभागः टॉर्च की रोशनी में ऑपरेशन, ठेले पर स्वास्थ्य सिस्टम, बिहार में आम बात?, आखिर क्यों स्वास्थ्य मंत्री से लेकर मुख्यमंत्री तक थपथपा रहे हैं पीठ?

स्वास्थ्यबाप रे बाप?, हर दिन JK में 38 कैंसर केस, 5 साल में 67037 का आंकड़ा और 2024 में 14000 नए मामले

स्वास्थ्य1,738 पुरुषों की जांच, क्या दवा हिंसा और घरेलू हिंसा को कम कर सकती?, देखिए रिपोर्ट में बेहद दिलचस्प खुलासा

स्वास्थ्यUP: 972 सीएचसी और 3735 पीएचसी में वेंटिलेटर बेड नहीं, मरीजों को हो रही दिक्कत

स्वास्थ्यपराली नहीं दिल्ली में जहरीली हवा के लिए जिम्मेदार कोई और?, दिल्ली-एनसीआर सर्दियों की हवा दमघोंटू, रिसर्च में खुलासा