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Fever treatment: देश के कई राज्यों में बुखार ने मचाया कहर, 100 से ज्यादा मौत, जानिये बुखार से निपटने के 8 घरेलू उपाय

By उस्मान | Updated: September 18, 2021 08:29 IST

कोरोना वायरस संकट के बीच बुखार के बढ़ते मामलों ने चिंता पैदा कर दी है

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ठळक मुद्देकोरोना वायरस संकट के बीच बुखार के बढ़ते मामलों ने चिंता पैदा कर दी हैहरियाणा और मध्य प्रदेश में बढ़े बुखार के मामलेउत्तर बंगाल में पिछले पांच दिनों में लगभग 1,200 बच्चे बुखार और सांस की बीमारी से प्रभावित

कोरोना वायरस के बीच भारत के कई शहरों में डेंगू और वायरल बुखार का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। पिछले कई हफ्तों में उत्तर और पूर्वी भारत के पांच राज्यों में डेंगू के तेज बुखार ने 100 से अधिक लोगों की जान ले ली है।

मध्य प्रदेश में बुखार के लगभग 3000 मामले सामने आए हैं। जबलपुर शहर में डेंगू के प्रसार को रोकने के लिए एयर कूलर पर प्रतिबंध लगाने का आदेश दिया गया है।

इधर उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले में अगस्त में 'रहस्यमय बुखार' की सूचना मिली थी। बाद में सरकार ने पुष्टि की कि यह डेंगू था। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री जय प्रताप सिंह ने बताया कि ज्यादातर मामले डेंगू के कारण होते हैं, जो मच्छरों द्वारा फैलने वाला मौसमी वायरल संक्रमण है, इसके बाद लेप्टोस्पायरोसिस, स्क्रब टाइफस और मलेरिया होता है।

उत्तर प्रदेश के कई जिलों में बच्चों में डेंगू के मामले तेजी से बढ़े हैं। जय प्रताप सिंह ने जानकारी दी थी कि राज्य सरकार राज्य में वायरल बुखार के प्रकोप को नियंत्रित करने के लिए हर संभव कदम उठा रही है।

समाचार एजेंसी पीटीआई ने रविवार को स्वास्थ्य विभाग के एक अधिकारी के हवाले से बताया कि मध्य प्रदेश में इस साल अब तक 2,500 से ज्यादा लोग डेंगू से संक्रमित हो चुके हैं।

हिंदुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, उत्तर बंगाल में पिछले पांच दिनों में लगभग 1,200 बच्चे बुखार और सांस की बीमारी से प्रभावित हैं, जबकि दो की मौत हुई है। 

राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कि कुछ नमूनों में रेस्पिरेटरी सिंकिटियल वायरस (आरएस वायरस) और इन्फ्लूएंजा-बी वायरस का पता लगाया गया है। एक मामले में कोविड का पता चला है। 

बिहार में भी 14 मौतों की रिपोर्ट श्वसन संबंधी निमोनिया होने की आशंका है। बच्चों में तेज बुखार के मामले बढ़ने के साथ पटना के बाल रोग वार्ड क्षमता से भरे हुए हैं।

इधर हरियाणा में भी वायरल बुखार ने कई बच्चों की जान ले ली है। राज्य के स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कुछ मौतें निमोनिया और गैस्ट्रोएंटेराइटिस के कारण हो सकती हैं। जांच के आदेश दिए गए हैं। हरियाणा के पलवल जिले के एक छोटे से गांव मिर्च में पिछले दो हफ्तों में एक 'रहस्यमय बुखार' ने आठ से अधिक बच्चों की जान ले ली। 

तेज बुखार के लक्षण

तेज बुखार के आम लक्षणों में थकान, पूरे शरीर में दर्द होना, शरीर का तापमान बढ़ना, खांसी, जोड़ो में दर्द, त्वचा के ऊपर रैशेज होना, सर्दी लगना, गले में दर्द, सिर दर्द उल्टी और दस्त का होना शामिल हैं।

बुखार के लिए घरेलू उपाय

मेथी का पानीमेथी के दानों को एक ग्लास पानी में डालकर रात भर के लिए छोड़ दें और सुबह इस पानी को छानकर रख लें। इस पानी का सेवन हर दो घंटे में थोड़ी-थोड़ी मात्रा में करें।

 

दालचीनीवायरल फीवर में दालचीनी एक प्राकृतिक एंटीबायोटिक का काम करता है। इससे खांसी, जुकाम एवं गले में दर्द जैसे लक्ष्णों में आराम मिलता है। एक कप पानी में एक छोटा चम्मच दालचीनी पाउडर और दो इलायची डाल लें और इसको पांच मिनट तक उबालकर पियें। 

तुलसी 5-7 तुलसी के पत्ते और एक चम्मच लौंग पाउडर को एक लीटर पानी में उबाल कर रख लें। हर दो घंटे के अंतराल में आधा कप की मात्रा में इसको पियें। आपको तुरंत आराम मिलेगा।

 

लहसुनकच्चे लहसुन के टुकड़े खाएं। आप इस पर शहद लगाकर भी खा सकते हें। इसके अलावा लहसुन की दो कलियों को दो चम्मच ऑलिव ऑयल में मिलाकर गर्म कर लें और इससे अपने पैरों के तलों में मसाज करें। फायदा होगा।

हल्दीहल्दी में कुरकुमिन पाया जाता है जिसमें एंटी-वायरल और एंटीऑक्सीडेंट्स होते हैं। इसलिए हल्दी का सेवन इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है जिससे शरीर को बुखार को ठीक करने की ताकत मिलती है। इसलिए बुखार को ठीक करने के लिए हल्दी को उपयोगी हर्ब माना जाता है।

लहसुनलहसुन में भी डाइफोरेटिक गुण होते हैं जिससे पसीना ज्यादा आता है। लहसुन शरीर से टॉक्सिन्स भी निकालने में मदद करता है। लहसुन में एंटी-फंगल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं इसलिए बुखार को कम करने में लहसुन का सेवन लाभकारी होता है।

शहद शहद कई रोगों के इलाज में रामबाण की तरह उपयोग किया जाता है। शहद में लौंग के पावडर को मिलाकर लेने से बुखार को कम करने में मदद मिलती है। अगर बुखार काफी तेज हो तो ठंडे पानी में साफ कपड़े को भिंगोकर उसे सिर पर रखने से बुखार कम हो जाता है।

अदरकअदरक में डाइफोरेटिक गुण होते हैं जो कि पसीना आने को प्रेरित करते हैं। अदरक का सेवन करने से तेजी से पसीना आता है और शरीर का तापमान कम हो जाता है जिससे बुखार को ठीक करने में मदद मिलती है। इसलिए बुखार को ठीक करने में अदरक का सेवन उपयोगी होता है।

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