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सोरायसिस से जुड़ी ये 5 बातें जाननी हैं जरूरी, इलाज में मिलेगी मदद

By उस्मान | Updated: July 10, 2018 17:26 IST

यह बीमारी कभी भी किसी को भी हो सकती है। खराब खानपान और मौसम इस समस्या को बढ़ा सकते हैं

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सोरायसिस क्रॉनिक यानी बार-बार होने वाला ऑटोइम्यून रोग है, जो शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकता है। इसके कारण त्वचा पर लाल और सफेद रंग के धब्बे हो जाते है। ज्यादातर यह समस्या सिर, हाथ-पैर, हथेलियों, पांव के तलवें, कोहनी और घुटने में होती है, जो जल्दी ठीक नहीं होती है। यह रोग जेनेटिक है लेकिन कई कारणों से भी हो सकता है। खराब पर्यावरण भी इसका बड़ा कारण माना जाता है। यह बीमारी कभी भी किसी को भी हो सकती है। खराब खानपान और मौसम इस समस्या को बढ़ा सकते हैं। इस बीमारी को लेकर लोगों में कई तरह की भ्रांतियां हैं। दिल्ली के डर्मटोलोजिस्ट प्रेम चौधरी आपको इस रोग से जुड़े कुछ दिलचस्प तथ्य बता रहे हैं।  

1) अधिकतर लोग केवल इतना जानते हैं कि सोरायसिस में स्किन पर खुजली, लाल दाने हो जाते हैं लकिन क्या आप जानते हैं कि त्वचा पर होने वाले इन दानों में तेज दर्द हो सकता है और इनका आकार बढ़ सकता है।  

2) भारत में यह बीमारी हर साल 2-4 फीसदी यानि 10 मिलियन से अधिक लोगों को प्रभावित करती है। लेकिन डायबिटीज और कैंसर के विपरीत, लोग इस बीमारी के प्रति ज्यादा जागरूकता नहीं है।

3) कई लोग ऐसा सोचते हैं कि यह रोग गर्मियों में होता है लेकिन आपको बता दें कि सर्दियों में भी यह रोग हो सकता है। सर्दियों में ड्राइनेस से आपकी स्थिति और गंभीर हो सकती है। सर्दियों में ठंडी हवा, कम ह्यूमिडिटी और धूप नहीं होने से स्किन ड्राई हो सकती है और खुजली हो सकती है।

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4) आपको बता दें कि इसका खतरा केवल पुरुषों को ही नहीं बल्कि महिलाओं को भी होता है। क्योंकि दोनों इस रोग से समान रूप से प्रभावित होते हैं। इसके  अलावा, यह सभी आयु समूहों में हो सकता है, लेकिन मुख्यतः यह वयस्कों को प्रभावित करता है।

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5) यह एक गलतफहमी वाली बीमारी है और रोगी अक्सर अपने आपको कवर करके रखते हैं। स्किन को छिपाने के लिए लंबे कपड़े पहनते हैं। हालांकि इससे जल्दी राहत पाने के लिए आपको तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।  

(फोटो- पिक्साबे) 

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