मधुमेह यानी डायबिटीज (Diabetes) एक गंभीर समस्या है जिसका कोई पूर्ण इलाज नहीं है। इसमें ब्लड शुगर बहुत अधिक होता है। टाइप 2 डायबिटीज, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि किसी व्यक्ति का शरीर या तो पर्याप्त इंसुलिन का उत्पादन नहीं करता है, या उत्पादित इंसुलिन कोशिकाओं द्वारा खारिज कर दिया जाता है। इंसुलिन ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने और कोशिकाओं को ऊर्जा में बदलने के लिए आवश्यक है। यदि इंसुलिन ऐसा नहीं कर पाता है, तो शरीर में शुगर लेवल बढ़ सकता है, जिससे हृदय, आंख, नसों, गुर्दे और पैरों में गंभीर जटिलताएं हो सकती हैं।
डायबिटीज से बचने और ब्लड ग्लूकोज कंट्रोल करने के लिए आप घर में मौजूद अदरक का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। अदरक में एंटी-बैक्टीरियल, एंटी-वायरल और एंटी इन्फ्लेमटरी गुण पाए जाते हैं। इस जड़ी बूटी में कई प्रकार के शक्तिशाली एंटीऑक्सिडेंट भी शामिल हैं, जिसमें जिंजरोल, शोगोल और जिंजरोनस शामिल हैं। इन अद्भुत गुणों के कारण है कि अदरक कई स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक करने में मदद करता है।
इसमें पोषक तत्व और बायोएक्टिव यौगिक भरपुर मात्रा में पाया जाता है। यह हमारे शरीर और मस्तिष्क को बहुत लाभ पहुंचा है। इसके अलावा अदरक में आयरन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेटस, आयोडीन, क्लोरीन व विटामिन सहित कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं। डाइटीशियन शिखा ए शर्मा आपको बता रही हैं कि अदरक डायबिटीज के साथ-साथ ब्लड या हाइपरटेंशन को कम करने में कैसे सहायक है।
डायबिटीज के लिए अदरकअदरक में कार्बोहाइड्रेट और कैलोरी में कम होते हैं। बेशक अदरक डायबिटीज का इलाज नहीं कर सकता है लेकिन साल 2012 के एक अध्ययन ने पुष्टि की कि अदरक में ग्लाइसेमिक कंट्रोल करने और इंसुलिन संवेदनशीलता में सुधार करने की क्षमता होती है।
हाइपरटेंशन के लिए अदरकअदरक आपकी धमनियों और रक्त वाहिकाओं में रक्त के थक्कों यानी ब्लूस क्लॉट के गठन को रोककर हाई ब्लड प्रेशर यानी उच्च रक्तचाप को कम करने में भी मदद कर सकता है। रक्त के थक्के आपके संचार प्रणाली के माध्यम से रक्त को बहने से रोक सकते हैं, जिससे आगे उच्च रक्तचाप हो सकता है। रक्त के थक्कों को रोककर अदरक दिल के दौरे और स्ट्रोक जैसी दिल की बीमारियों को रोकने में भी मदद कर सकता है।