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टेस्ट पर खर्च नहीं होंगे हजारों रुपये, ये सस्ता देसी उपकरण 15 मिनट में बता देगा आपको ओरल कैंसर है या नहीं

By लोकमत समाचार ब्यूरो | Updated: December 5, 2018 11:08 IST

मुंह के कैंसर का इलाज समय पर हो, इसके लिए मुंह के कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता होना बहुत जरूरी है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह उपकरण संबंधित व्यक्ति की जांच के महज 15 मिनट के भीतर उसे मुख कैंसर होने की आशंका के बारे में सटीक जानकारी देता है।  

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ओरल कैंसर यानी मुंह का कैंसर एक गंभीर समस्या है। समय रहते अगर इसका इलाज न कराया जाए तो यह मौत का कारण बन सकता है। एक डेटा के अनुसार, भारत में हर एक लाख में से 20 लोग मुंह के कैंसर से पीड़ित हैं जो कि सभी प्रकार के कैंसर का 30 प्रतिशत हिस्सा है। ओरल कैंसर से मुंह तो प्रभावित होता ही है, साथ ही होंठ और जुबान पर भी इसका असर पड़ता है। बुखार, थकान, निगलने में परेशानी, मुंह में छाले या घाव, जबड़ों से खून निकलना या सूजन होना कैंसर के लक्षण हैं। मुंह के कैंसर का इलाज समय पर हो, इसके लिए मुंह के कैंसर के शुरूआती लक्षणों का पता होना बहुत जरूरी है। 

इस खास देसी उपकरण से पता चल जाएंगे ओरल कैंसर के लक्षण  देश में मुंह के कैंसर के बढ़ते खतरे के प्रति आम लोगों को समय रहते सचेत करने के लिए परमाणु ऊर्जा विभाग के इंदौर स्थित एक प्रमुख वैज्ञानिक संस्थान ने विशेष उपकरण विकसित किया है। वैज्ञानिकों का दावा है कि यह उपकरण संबंधित व्यक्ति की जांच के महज 15 मिनट के भीतर उसे मुख कैंसर होने की आशंका के बारे में सटीक जानकारी देता है। 

राजा रमन्ना प्रगत प्रौद्योगिकी केंद्र (आरआरसीएटी) में चिकित्सा उपकरणों के विकास से जुड़े विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक शोभन कुमार मजुमदार ने बताया कि ऑन्कोडाइग्नोस्कोप नाम का यह उपकरण टैबलेट कम्प्यूटर आधारित है और आकार में छोटा होने के कारण आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। उन्होंने बताया कि ऑन्कोडाइग्नोस्कोप से पेन्सिल के आकार वाली फाइबर ऑप्टिक प्रोब (मेडिकल यंत्र) जुड़ा होता है। इसे संबंधित व्यक्ति के मुंह में डालकर कैंसर की जांच की जाती है जिसका नतीजा मॉनीटर पर दिखाई देता है। 

मजुमदार के मुताबिक अलग-अलग अस्पतालों और स्वास्थ्य शिविरों में सैकड़ों मरीजों पर ऑन्कोडाइग्नोस्कोप का सफल परीक्षण किया गया है। उन्होंने दावा किया कि इस उपकरण के जरिये जांच से महज 15 मिनट के भीतर पता चल सकता है कि संबंधित व्यक्ति को मुख कैंसर की आशंका है या नहीं। यह उपकरण मुख कैंसर की जांच के मामले में 90 प्रतिशत तक सही नतीजे देने में सक्षम है। 

15 वर्ष का अनुसंधान, 2.5 लाख कीमत मजुमदार ने बताया कि करीब 15 साल के सतत अनुसंधान के बाद तैयार उन्नत उपकरण को विकसित करने में आरआरसीएटी को करीब 2.5 लाख रुपए का खर्च आया है। उन्होंने बताया, ''इस उपकरण की तकनीक को विनिर्माण इकाइयों को स्थानांतरित करने की सरकारी प्रक्रिया जारी है। हमें उम्मीद है कि यह उपकरण आम लोगों के बीच जल्द पहुंचकर कैंसर से जंग में मददगार साबित होगा।'' 

ओरल कैंसर के लक्षण- बुखार होना- थकान महसूस होना- निगलने में परेशानी- मुंह में छाले या घाव होना- जबड़ों से खून निकलना या सूजन होना

टॅग्स :कैंसरहेल्थ टिप्समेडिकल ट्रीटमेंट
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