सोते समय मुंह से लार क्यों बहती है, क्या यह कोई बीमारी है, इसे कैसे रोका जा सकता है?

By उस्मान | Published: November 24, 2018 01:19 PM2018-11-24T13:19:09+5:302018-11-24T13:19:09+5:30

क्या आप जानते हैं कि अगर किसी के साथ ऐसा होता है और उस पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। सवाल यह है कि क्या यह कोई बीमारी है?

easons are behind drooling and how we can decrease it or stop it from happening | सोते समय मुंह से लार क्यों बहती है, क्या यह कोई बीमारी है, इसे कैसे रोका जा सकता है?

फोटो- पिक्साबे

सोते समय बहुत से लोगों के मुंह से लार बहती है। मुंह में ज्यादा लार का उत्पादन होने से ऐसा होता है। ऐसा सिर्फ बच्चों के ही साथ नहीं बड़ों के साथ भी होता है। क्या आप जानते हैं कि अगर किसी के साथ ऐसा होता है और उस पर ध्यान नहीं दिया जाए, तो यह समस्या और ज्यादा बढ़ सकती है। सवाल यह है कि क्या यह कोई बीमारी है? चलिए जानते हैं कि मुंह से लार बहने के क्या कारण हैं और इसे कैसे रोका जा सकते है।  

सोते समय मुंह से लार क्यों बहती है? 
सोते समय चेहरे की मांसपेशियां भी सो जाती हैं और निगलने वाली मसल्स को भी आराम मिलता है। चूंकि सोते समय मुंह में लार जमा हो जाती है इसलिए धीरे-धीरे टपकना शुरू हो जाती है। जागते समय लार नहीं बहती है क्योंकि लोग उसे निगल लेते हैं। सोते समय लार अधिकतर तभी बहती है जब या तो हम करवट लेकर सो रहे होते हैं या पेट के बल सो रहे होते हैं। पीठ के बल सोने से लार बहुत ही कम बहती है। क्योंकि पीठ के बल सोने पर लार अपने आप गले से होकर निगल जाती है। जबकि करवट लेकर और पेट के बल सोने पर ऐसा नहीं होता।

साइनस को साफ रखें
लार के मुख्य कारणों में नाक का बंद होना एक बड़ा कारण है। नाक बंद होने से व्यक्ति मुंह से सांस लेता है जिससे लार बह सकती है। इसके लिए आप गर्म पानी से स्नान कर सकते हैं। एसेंशियल ऑयल और विक्स जैसी चीजों का इस्तेमाल कर सकते हैं। 

पेट के बल न सोयें 
आपको पेट के बल सोने से बचना चाहिए। इससे आपकी लार मुंह से बाहर आ सकती है। इसलिए आपको पीठ के बल सोना चाहिए क्योंकि इस पोजीशन में सोने से मुंह की लार अंदर ही रहती है।  

खर्राटे की समस्या का इलाज है जरूरी
खर्राटे को मेडिकल भाषा में स्लीप एपनिया कहते हैं। इसमें व्यक्ति सही तरीके से सांस नहीं ले पाता है और नींद प्रभावित होती है। लार बहना सीधे रूप से इसका लक्षण हो सकता है। याद रखें कि धूम्रपान जैसे कारक विकार सांस से जुड़े विकारों के जोखिम बढ़ाते हैं। 

सोते समय मोटा और मुलायम तकिया लें
मुंह से लार बहने की समस्या से राहत पाने के लिए आपको सोते समय सिर को ऊंचे तकिये पर रखना चाहिए। इसलिए आपको आज ही कुछ मोटे और मुलायम तकिये खरीद लेने चाहिए।

वजन कम करें
वजन बढ़ने से कई समस्याएं हो सकती हैं। इससे आपकी नींद भी प्रभावित हो सकती है। कई अध्ययन इस बात की पुष्टि कर चुके हैं कि मोटापे से पीड़ित लोगों को सांस से जुड़ी समस्याएं हो सकती है जिनमें प्रमुख खर्राटे आना है। इसलिए आपको अपना वजन कम करना चाहिए। 

इस बात का रखें ध्यान
अगर आप इस समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको ऊपर बताए गए उपायों पर काम करना चाहिए। बावजूद इसके अगर आपको आराम नहीं मिल रहा है, तो आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।   

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