एचआईवी/एड्स दुनिया में सबसे बड़े स्वास्थ्य खतरों में एक है। डब्ल्यूएचओ के अनुसार एचआईवी ने अब तक 70 मिलियन से अधिक लोगों को अपनी चपेट में लिया है और लगभग 35 मिलियन लोग मारे गए हैं। फिलहाल दुनियाभर में 37 मिलियन से से अधिक लोग एचआईवी की चपेट में हैं।
एचआईवी (HIV) किसी को भी हो सकता है। महिलाओं और बच्चों में इसके लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं। यह वायरस इम्युनिटी सिस्टम को इतना कमजोर कर देता है कि वो किसी भी तरह के संक्रमण का सामना नहीं कर पाता है और व्यक्ति धीरे-धीरे विभिन्न बीमारियों का शिकार होता चला जाता है।
महिलाओं में एचआईवी के लक्षण
महिलाओं में एचआईवी के लक्षणों में थकान, सिर दर्द, हल्का बुखार, खांसी, छींक आना, नाक बहना या बंद होना शामिल हैं। यह लक्षण दो से छह हफ्तों तक रह सकते हैं। ये लक्षण सर्दी या फ्लू से संबंधित हो सकते हैं, इसलिए जल्दबाजी में एचआईवी के साथ नहीं जोड़ सकता है।
बेहतर है आप डॉक्टर से सलाह लें ताकि समय रहते इलाज शुरू किया जा सके। इलाज के जरिए वायरस को फैलने से रोका जा सकता है।
इसके अलावा कुछ लक्षणों में लिम्फ नोड्स की सूजन, वैजाइनल यीस्ट इन्फेक्शन, अचानक वजन कम होना, चिड़चिड़ापन, त्वचा का रंग बदलना, पीरियड्स चेंज होना और पेल्विक इंफ्लेमेटरी डिजीज आदि भी शामिल हैं।
बच्चों में एचआईवी के लक्षण
बच्चों में एचआईवी के लक्षण उम्र पर निर्भर करते हैं। हालांकि प्रत्येक शिशु, बच्चा या किशोर में अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं। बच्चों में मुख्यतः फेंकने में परेशानी, पेट की सूजन, लिम्फ नोड्स में सूजन, डायरिया, निमोनिया, साइनस, कान में संक्रमण, चिकनपॉक्स और किडनी डिजीज शामिल हैं।