6 सबसे खतरनाक और खर्चीली बीमारियां, दूसरी बीमारी के इलाज पर खर्च होते हैं खरबों रुपये
By उस्मान | Published: July 30, 2019 01:20 PM2019-07-30T13:20:08+5:302019-07-30T13:20:08+5:30
अमेरिका में साल 2011 में हार्ट डिजीज के इलाज पर लगभग 316.6 बिलियन डॉलर खर्च हुए थे। यह खर्च पिछले सालों में और ज्यादा बढ़ा है।
अस्थमा
सांस लेने में परेशानी से जुड़ी इस बीमारी का खर्च सुनकर आपकी सांस थम सकती है। अस्थमा एंड एलर्जी फाउंडेशन ऑफ अमेरिका के अनुसार, संयुक्त राज्य में अस्थमा के इलाज की कुल लागत 2007 में 56 बिलियन डॉलर थी, जो 2002 में 6 फीसदी तक बढ़ गई। वर्तमान में इसका इलाज और ज्यादा बढ़ गया है। अस्थमा से जुड़ी लागतों में दवाइयां, अस्पताल में रहना, काम और और स्कूल की छुट्टियों के दिन भी शामिल हैं।
हार्ट डिजीज
इस खतरनाक बीमारी के इलाज का खर्च सुनकर मरीज को हार्ट अटैक आ सकता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अमेरिका में साल 2011 में हार्ट डिजीज के इलाज पर लगभग 316.6 बिलियन डॉलर खर्च हुए थे। यह खर्च पिछले सालों में और ज्यादा बढ़ा है।
कैंसर
इंसान को तड़पा तड़पाकर मारने वाली इस बीमारी का इलाज भी बहुत महंगा है। मेयो क्लिनिक के अनुसार, अमेरिका में एक साल की कैंसर दवाओं की औसत कीमत 100,000 डॉलर से अधिक होने का अनुमान है। इतना ही नहीं, कैंसर का बीमा वाले रोगियों के भी हर साल लगभग 30,000 डॉलर खर्च होते हैं।
मानसिक बीमारी
नेशनल एलायंस ऑन मेंटल इलनेस रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका में हर साल हर पांच में से एक व्यस्क मानसिक बीमारी से पीड़ित होता है। एजेंसी फॉर हेल्थकेयर रिसर्च एंड क्वालिटी के अनुसार, साल 2013 तक अमेरिका में मासिक बीमारी के इलाज पर हर साल लगभग 193.2 बिलियन डॉलर खर्च होते थे लेकिन वर्तमान में यह खर्चा और ज्यादा बढ़ चुका है।
डायबिटीज
डायबिटीज एक खतरनाक बीमारी है जिसका दुर्भाग्य से कोई इलाज नहीं है लेकिन इसे कंट्रोल किया जा सकता है। कई देशों में इसकी दवाएं काफी सस्ती हैं लेकिन कई देशों में इसका इलाज महंगा है। अमेरिका में डायबिटीज के मरीजों को दवाओं पर हर साल लगभग 13,700 डॉलर खर्च करने पड़ते हैं।
एचआईवी/एड्स
एचआईवी के मरीजों को एंटीरेट्रोवायरल थेरेपी दी जाती है। रेगुलर चेकअप और दवाओं को मिलाकर सालाना इसका खर्च अधिक हो जाता है। सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन के अनुसार, अमेरिका में साल 2010 तक एचआईवी के इलाज पर 379,668 डॉलर खर्च होते थे, वर्तमान में इसका इलाज महंगा हो गया है।