डायबिटीज से पीड़ित रोगियों के लिए योगासन बहुत उपयोगी है। रोजाना योग करने से इंसुलिन उत्पादन बढ़ता है और ब्लड शुगर कंट्रोल रहता है। अध्ययनों के अनुसार, योग का डायबिटीज के मरीजों पर सकारात्मक प्रभाव देखा गया है। योग डायबिटीज के अलावा अन्य कई बीमारियों के लिए बहुत उपयोगी है। विभिन्न अध्ययनों के अनुसार योग ना केवल शरीर को बाहर से बल्कि भीतर से भी स्वस्थ रखता है। हम कुछ योगासन बता रहे हैं, जो डायबिटीज के मरीजों के लिए काफी फायदेमंद साबित हो सकते हैं।
1) वृक्षासनरीढ़ की हड्डी को सीधा करके खड़े हो जाएं और पैरों को एक साथ रखें। अब अपने दाहिने पैर को बायीं जांघ पर रखें, आपकी हथेलियां जुड़ी हों और अपनी हथेलियों को अपने सिर से ऊपर उठाएं। कुछ समय इस मुद्रा में रहें और दूसरी तरफ से भी ऐसे ही करें। इस योगासन को करने से अग्न्याशय उत्तेजित होता है।
2) धनुरासनइस आसन के माध्यम से आंतों और अग्न्याशय के कामकाज में सुधार किया जा सकता है और ब्लड प्रेशर लेवल को कंट्रोल किया जा सकता है। अपने पेट के बल पर लेट जाओ और अपने घुटनों को झुकाकर अपने टखनों को पकड़ो। सांस लें और अपनी छाती को ऊपर उठाएं और अपने पैरों को ऊपर और पीछे खींचें। इस पोजीशन में 15-20 सेकंड तक रहें।
3) हलासनयह आसन सभी आंतरिक अंगों की मालिश करता है। अपनी पीठ के बल लेट जाएं, सांस लें और अपने दोनों पैरों को ऊपर उठाएं। अपने कूल्हों को अपने हाथों के समर्थन से उठाएं और पैरों को फर्श तक पहुंचने का प्रयास करें। इसे लगभग 10 सेकंड के लिए करें और फिर आसन को छोड़ दें और आराम करें।
4) ताड़ासनयह एक आसान योग मुद्रा है। इससे शरीर ताड़ के पेड़ के समान हो जाती है। यह आपके शरीर के ढांचे को सुधारने में मदद करता है। यह आसन जांघों, एड़ियों, भुजाओं को मजबुत रखता है और मांसपेशियो में खिंचाव बनाए रखने में मदद करता है।
5) उत्तानासनउत्तानासन योग के आपने ही फायदे है इस आसन को करने के लिए मैट पर खड़े हो जाएं उसके बाद अपने हाथ अपने शरीर के साइड में रखें। साँस छोड़ते हुए कूल्हे के जोड़ों से झुकें, फीर आप अपनी पीठ को सीधा रखे कूल्हे के जोड़ों से वापिस उपर आयें। ध्यान रखे की खाली पेट ना करे। उत्तानासन योग करने के भी कुछ अलग फायदे है। इस आसन को करने से शरीर में ब्लड सर्कुलेशन ठीक बना रहता है।
6) बाधा कोणासनयह आसन हाथ, पैर, जोड़ों और कमर के लिए एक बहुत ही अच्छा आसान है। यह शरीर के उन जगहों पर काम करता है, जहां अक्सर दर्द की शिकायत रहती है। कमर के साथ साथ यह मासिक धर्म मे होने वाली असुविधा में भी राहत पहुंचाता है। यह जांघो ओर घुटनो को मजबूती प्रदान करता है। पाचन क्रिया को दुरुस्त करता है।
7) शवासन योग
शवासन आसन तनाव दूर करने के लिए सबसे फायदेमंद है। शवासन में बस पीठ के बल लेट होता है और आंखों को बंद करने के बाद हल्की-हल्की सांस लें ध्यान कोई हलचल नहीं हो। मेडिटेशन के लिए काफी आच्छा जिसके चलते आप तनाव महसुस नहीं करते है। ब्लड प्रेशर को कंट्रोल मे रखने में मदद करता है।
8 भुजंगासनकमर की मांसपेशियों को थोड़ा सा स्ट्रेच करे बिल्कुल एक नाग सांप की मुद्रा में,इससे आपके कमर और उसके निचले हिस्से को मजबूती मिलेगी। ध्यान रखें कि इस आसन को करते समय अपने कंधों को ढीला छोड़े और पीछे की तरफ झुकें ताकि कोई चोट ना लगे। कमर में होने वाली अकड़न से राहत मिलती है। शरीर में लचीलापन आता है, मूड ठीक रहता है।