dengue treatment: 5 लक्षणों से समझें आपका डेंगू बुखार हो गया है घातक, दवाओं के साथ तुरंत खाना शुरू कर दें ये 8 चीजें
By उस्मान | Published: November 16, 2021 09:34 AM2021-11-16T09:34:09+5:302021-11-16T09:34:09+5:30
कोरोना महामारी के दौरान डेंगू का भी प्रकोप फैल रहा है इसलिए सावधान रहना बहुत जरूरी
कोरोना वायरस महामारी के बीच डेंगू का भी प्रकोप फैल रहा है। रोजाना डेंगू के नए मामले सामने आ रहे हैं। डेंगू फ्लेविविरिडे परिवार के एक वायरस के कारण होता है। चार अलग-अलग सीरोटाइप हैं जोकि डेंगू का कारण बनते हैं, यह हैं DENV-1, DENV-2, DENV-3 और DENV-4।
डेंगू के गंभीर होने के कारण और लक्षण
प्लाज्मा लीक होने, तरल पदार्थ जमा होने, सांस लेने में तकलीफ, गंभीर रक्तस्राव या अंग खराब होने के कारण डेंगू गंभीर हो सकता है। इसके चेतावनी और संकेतों में गंभीर पेट दर्द, लगातार उल्टी, तेजी से सांस लेना, मसूड़ों से खून आना, थकान, बेचैनी, उल्टी में खून आना आदि शामिल हैं।
डेंगू का क्रिटिकल फेज
बीमारी शुरू होने के लगभग 3-7 दिनों के बाद मरीज जिस स्थिति में आता है उसे क्रिटिकल फेज कहा जाता है। इस दौरान जब रोगी का बुखार कम होता है (38 डिग्री सेल्सियस/100 डिग्री फारेनहाइट से नीचे). इस दौरान उसे गंभीर डेंगू से जुड़े चेतावनी संकेत महसूस हो सकते हैं।
यदि इस चरण में रोगी को ऊपर बताए गए लक्षण दिखते हैं, तो अगले 24-48 घंटों तक बहुत ज्यादा सावधान रहने की जरूरत है। इस दौरान जटिलताओं और मृत्यु के जोखिम से बचने के लिए उचित चिकित्सा देखभाल की जरूरत होती है।
किन्हें है गंभीर डेंगू का खतरा
कई कॉमरेडिडिटी (चिकित्सा स्थितियों) वाले बुजुर्ग रोगियों में गंभीर डेंगू विकसित होने की संभावना अधिक होती है।
गंभीर डेंगू का इलाज
गंभीर डेंगू का कोई ज्ञात इलाज नहीं है। डेंगू बुखार के इस रूप से पीड़ित व्यक्ति को गहन देखभाल इकाई (आईसीयू) में इलाज की आवश्यकता हो सकती है। उपचार लक्षणों पर ध्यान केंद्रित करके किया जाता है।
इस दौरान प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए तरल पदार्थों के अधिक सेवन, ऑक्सीजन का स्तर कम होने पर ऑक्सीजन थेरेपी की जरूरत होती है। शीघ्र उपचार और देखभाल से रोगी गंभीर डेंगू से भी ठीक हो सकता है। हालांकि, यदि उपचार में देरी होती है तो मौत का खतरा बढ़ सकता है।
प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए खाएं ये चीजें
विटामिन के वाली चीजें
प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने के लिए आपको विटामिन के से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इसमें मुख्यतः अजमोद, केल, तुलसी, सरसों का साग, पालक, ब्रोकोली, अजवाइन, शतावरी, भिंडी और गोभी जैसी चीजें शामिल हैं।
गाजर
गाजर में सभी आवश्यक पोषक तत्व पाए जाते हैं जो शरीर के लिए जरूरी हैं। कई अध्ययन इस बात की पुष्टि करते हैं कि गाजर में डेंगू के मरीजों में प्लेटलेट्स काउंट बढ़ाने की क्षमता है।
किशमिश
किशमिश आयरन का सबसे बेहतर स्रोत है और प्लेटलेट काउंट को सामान्य करते हुए शरीर को मजबूत बनाने में मदद करते हैं। किशमिश को आप नाश्ते में खा सकते हैं या दलिया में मिलाकर खा सकते हैं।
अनार
अनार आयरन का बेहतर स्रोत है और खून बनाने में मदद करता है। नार्मल ब्लड प्लेटलेट काउंट को बनाए रखने में मदद करने के अलावा, अनार में पाए जाने वाले पोषक तत्व और खनिज ऊर्जा को बढ़ावा देने के रूप में भी काम करते हैं।
बीन्स
बीन्स में विटामिन बी 9 या फोलेट होता है जो रक्त प्लेटलेट काउंट को बढ़ावा देने में बहुत मदद करता है। बी 9 से भरपूर कुछ अन्य खाद्य पदार्थ हैं पालक, शतावरी और संतरे।
लहसुन
लहसुन न केवल एक उत्कृष्ट रक्त शोधक है, यह स्वाभाविक रूप से रक्त प्लेटलेट की गिनती बढ़ाने में भी मदद करता है।
पपीते की पत्तियां
प्लेटलेट काउंट को जल्दी बढ़ाने के लिए एक और घरेलू उपाय पपीते के पत्तों को पानी में उबालकर पीना है और परिणामस्वरूप घोल पीना है। यह विधि विशेष रूप से प्रभावी है जब प्लेटलेट काउंट में तेज गिरावट होती है, जैसे कि डेंगू बुखार और मलेरिया के मामलों में।