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COVID vaccine side effect: टीका लगवाने के बाद शरीर में जम गया है खून का थक्का, इन 5 संकेतों से समझें

By उस्मान | Updated: April 17, 2021 10:35 IST

कई देशों में कोरोना की वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स में खून का थक्का जमना भी देखा जा रहा है

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ठळक मुद्देखून का थक्का जमना वैक्सीन का संभावित दुष्प्रभावभारत में नहीं मिला ऐसा मामलालक्षणों को नजरअंदाज न करें

कोरोना वायरस का प्रकोप और ज्यादा तेजी से बढ़ रहा है। बेशक कोरोना के खिलाफ टीकाकरण जारी है लेकिन बावजूद इसके लोग वायरस की चपेट में आ रहे हैं। कोरोना की कुछ वैक्सीन के दुष्प्रभाव भी सामने आ रहे हैं। इनमें एक ब्लड क्लॉट यानी खून का थक्का जमना भी है। 

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के अध्ययनों से संकेत मिलता है ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की कोरोना वैक्सीन 'कोविशिल्ड' के कुछ साइड इफेक्ट सामने आये हैं जिनमें खून के थक्के जमना और थ्रोम्बोसिस की जटिलता शामिल हैं। 

क्या ब्लड क्लॉट जमना गंभीर समस्या है

भारत में खून के थक्के जमने की कोई घटना अभी तक सामने नहीं आई है। हालांकि कई देशों ने दो टीकों के उपयोग को रोक दिया है। बताया जा रहा है कि दुर्लभ मामलों में ऐसा पाया गया है। बावजूद इसके टीके को सुरक्षित बताया जा रहा है। 

सिरदर्दरोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा जारी किए गए हालिया दिशानिर्देशों के अनुसार, सिरदर्द शरीर में रक्त के थक्के का एक सामान्य संकेत हो सकता है, इससे रक्त मस्तिष्क में बहने लगता है।

जाहिर है सिरदर्द टीकाकरण के एक सामान्य दुष्प्रभाव भी है। हालांकि, डॉक्टर का मानना है कि रक्त के थक्के जमने की घटना से जुड़ा सिरदर्द काफी गंभीर होता है और अचानक शुरू हो सकता है। 

सीने में तकलीफ और सांस फूलनाशरीर में रक्त का थक्का जमने का एक और संकेत छाती की गुहाओं में दर्द और असुविधा होना है। इससे आप सांस की तकलीफ का अनुभव कर सकते हैं। ये आमतौर पर टीकाकरण से नहीं जुड़े होते हैं, बल्कि कोरोना के क्लासिक लक्षण होते हैं।

दौरामस्तिष्क में रक्त के थक्के जमना कई लक्षणों का कारण बन सकते हैं। दौरा पड़ना या अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण, जैसे कि बोलने या देखने में समस्याएं, शरीर को एक तरफ झुकाने में परेशानी होना जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। 

उच्च रक्तचापरक्त के थक्के से फेफड़ों, हृदय सहित महत्वपूर्ण अंगों के माध्यम से ऑक्सीजन का प्रवाह बिगड़ सकता है। यह संभवतः एक तरल पदार्थ के निर्माण में भी हो सकता है। इस लक्षण को नजरअंदाज न करें। 

पैरों और पेट में दर्दविशेषज्ञों के अनुसार, पेट या पैरों में दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में खून का थक्का तो नहीं बन रहा। खासकर अगर दर्द ज्यादा है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। इससे हाथ-पैरों में सुन्नता या कमजोरी का भी अनुभव हो सकता है।

डॉक्टर का दावा, एस्ट्राजेनेका का टीका लगवाने के बाद मरीजों में दुर्लभ खून के थक्के जमने के मामले

द गार्डियन की एक रिपोर्ट के अनुसार, मेडिसिंस एंड हेल्थकेयर प्रोडक्ट्स रेगुलेटरी एजेंसी (एमएचआरए) की समीक्षा में पाया गया कि यूके में 31 मार्च तक  20।2 मिलियन एस्ट्राजेनेका की खुराक दी गई जिसमें हर एक मिलियन में चार माले खून में थक्के जमने के पाए गए। 

हालांकि डॉक्टर, वैज्ञानिक और नियामक निकाय सभी इस बात पर जोर देते आये हैं कि एस्ट्राजेनेका वैक्सीन के कम जोखिम हैं और यह सुरक्षित और प्रभावी है। 

यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन हॉस्पिटल में कंसल्टेंट्स हेमेटोलॉजिस्ट मैरी स्कली के अनुसार, मस्तिष्क में रक्त के थक्के और कम प्लेटलेट्स होना असामान्य है लेकिन अब इस तरह के कई मामले सामने आ रहे हैं। 

उन्होंने कहा, 'ब्रिटेन में प्लेटलेट्स कम होने के साथ-साथ 79 रक्त-थक्के के मामले सामने आये हैं, जिनमें से 19 की मृत्यु हो गई है। इस मामले में टेस्ट कराना बहुत जरूरी है और इससे मृत्यु का अनुपात गिर जाएगा। 

अभी तक किसी को नहीं पता है कि कुछ लोग दूसरों की तुलना में अधिक संवेदनशील होते हैं। कम आयु वर्ग में अधिक सामान्य प्रतीत होता है। उन्होंने कहा कि हम अधिक से अधिक मामलों की पहचान कर लेते हैं।

स्कली ने कहा, 'ब्रिटेन में मार्च के पहले हफ्ते में भर्ती हुई युवती को तेज सिरदर्द, रोशनी और उल्टी की शिकायत थी। डॉक्टर ने उन्हें मानक उपचार दिया जिसमें एक प्लेटलेट ट्रांसफ्यूजन और थोड़ी मात्रा में रक्त को पतला करने वाली दवाएं थी।

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