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COVID second wave symptoms: दूसरी लहर में कैसे पता चलेगा कि मुझे कोरोना हो गया है ?

By उस्मान | Updated: April 28, 2021 09:37 IST

कोरोना वायरस के इन 8 लक्षणों से समझें कि आप चपेट में आ चुके हैं

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ठळक मुद्देकोरोना की दूसरी लहर में बदल गए हैं लक्षणअब बुखार और खांसी के भरोसे न रहें लक्षण महसूस होने पर जांच कराएं

कोरोना वायरस का प्रकोप कम होने का नाम नहीं ले रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में मरीजों और मृतकों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। दूसरी लहर के लिए कोरोना के नए रूपों को बड़ा कारण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि अब कोरोना के नए लक्षण सामने आ रहे हैं।

बेशक बुखार, खांसी, नाक बहना और गंध या स्वाद की भावना कम होना आदि को कोरोना का क्लासिक लक्षण माना गया है। लेकिन दूसरी लहर में ऐसे भी लक्षण सामने आ रहे हैं जो बहुत से आम बीमारियों में दिखते हैं। यही वजह है कि लोग कोरोना के लक्षणों को लेकर कंफ्यूज हैं।

कोरोना के पुराने लक्षणबुखार, गले में खराश और दर्द, सूखी खांसी, जुकाम, स्वाद या गंध का कम होना.

कोरोना के नए लक्षणकमजोरी, थकावट, बदन दर्द, भूख कम लगना, पेट दर्द, दस्त, डायरिया, उल्टी या उल्टी महसूस होना, सिर दर्द, आंखें लाल होना, कानों से कम सुनाई देना आदि।

गुलाबी आंख या कंजंक्टिवाइटिसचीन में किए गए एक अध्ययन के अनुसार, गुलाबी आंख या कंजंक्टिवाइटिस संक्रमण का संकेत है। इस स्थिति में आंखो में लालिमा, सूजन हो सकती है और आंखों से पानी बहा सकता है। कोरोना वायरस के बहुत से मरीजों में यह लक्षण पाया गया है।

सुनने में परेशानीअगर आपको अचानक सुनने में परेशानी या कम सुनाई देने लगा है, तो यह कोरोना वायरस का संकेत हो सकता है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ ऑडियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, संक्रमण सुनने की समस्याओं का कारण बन सकता है। शोधकर्ताओं ने 56 अध्ययनों में पाया कि कोविड और सुनने की समस्याओं के बीच एक जुड़ाव है। उन्होंने अध्ययन के 24 में से डेटा को अनुमान लगाया कि सुनवाई हानि की व्यापकता 7.6 प्रतिशत थी।

पेट या आंत के लक्षणपेट या आंत की समस्या को गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल भी कहा जाता है। शोधकर्ताओं के अनुसार, कई गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल शिकायतें जैसे दस्त, उल्टी, पेट में ऐंठन, मतली और दर्द कोरोना वायरस के लक्षण हो सकते हैं। यदि आप किसी भी पाचन असुविधा का सामना कर रहे हैं, तो आपको अपना टेस्ट कराना चाहिए।

डिस्पेनियाडिस्पेनिया, छाती में बेचैनी के साथ सांस लेने में कठिनाई और दिल की धड़कन भी इसके कुछ लक्षण हैं। ऐसे में आपको तुरंत कोरोना की जांच करानी चाहिए ताकि सही इलाज में मदद मिल सके। 

थकान किसी भी बीमारी या वायरल संक्रमण से उबरने के बाद शरीर को सही होने में समय लगता है लेकिन कोरोना से पीड़ित रोगियों को थकान रहती है जो छह महीने तक रह सकती है। अध्ययनों से पता चलता है कि लगभग 63 प्रतिशत रोगियों ने लगभग छह महीने तक थकान, कमजोरी, मांसपेशियों में दर्द के लक्षण बताए हैं। 

ब्रेन फोग वायरस वाले लोगों में न्यूरोलॉजिकल लक्षण रिपोर्ट किए गए हैं। एक अध्ययन के अनुसार, लॉन्ग कोविड रोगियों में से 58 प्रतिशत ने ब्रेन फोग या मानसिक भ्रम के लक्षण बताए। यही नहीं, याददाश्त कमजोर होना और नींद की कमी सहित कई न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी देखी गई।

दिल की समस्याएंएक अध्ययन के अनुसार, दिल की धड़कन बढ़ना या कम होना भी कोरोना का संकेत हो सकता है। जामा कार्डियोलॉजी में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, कोरोना से ठीक हुए रोगियों में से 78 प्रतिशत ने दिल से जुड़ी समस्याओं का सामना किया जबकि 60 प्रतिशत ने मायोकार्डियल इन्फ्लेमेशन से पीड़ित थे।

गंध और स्वाद की हानिकोरोना वायरस के सबसे कष्टप्रद लक्षणों में से एक गंध और स्वाद का नुकसान है। अगर इस दौरान आपको यह लक्षण महसूस हो रहा है, तो आपको बिना देर किये कोरोना की जांच कराकर इलाज शुरू करना चाहिए।

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