कोरोना वायरस का प्रकोप तेजी से बढ़ रहा है। कोरोना की दूसरी लहर में संक्रमितों और मरने वालों का आंकड़ा आसमान छू रहा है। कोविड के खिलाफ दुनियाभर में टीकाकरण जारी है। भारत में फिलहाल दो वैक्सीन कोवाक्सिन या कोविशिल्ड का इस्तेमाल किया जा रहा है।
वैक्सीन को लेकर लोगों के मन में कई तरह के सवाल हैं, जिनका जवाब हर किसी को पता होना चाहिए। पिछले दिनों वैक्सीन से जुड़े कुछ दुष्प्रभाव की रपटें देखने को मिली हैं। यह भी देखा गया है कि जिन्होंने टीका लगवाया था, वो भी कोरोना की चपेट में आ रहे हैं। चलिए जानते हैं वैक्सीन को लेकर कुछ अहम सवालों के जवाब।
कौन सी वैक्सीन सबसे अच्छी है कोवाक्सिन या कोविशिल्ड? टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, दोनों पर शोध हुआ है और दोनों प्रभावी हैं। नागरिकों को दोनों में से किसी एक टीके को लगवाना चाहिए क्योंकि वे गंभीर बीमारी और कोविडडी से होने वाली मृत्यु के जोखिम को कम कर सकती है।
क्या एक खुराक कोवाक्सिन की और दूसरी खुराक कोविशिल्ड की ली जा सकती है? नहीं, दोनों खुराक एक जैसी हैं।
क्या हार्ट बायपास के मरीज वैक्सीन ले सकते हैं? हां
क्या वैक्सीन लेने के बाद कोरोना हो सकता है?भारत में सीमित डेटा है। लेकिन यूएस एजेंसी सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल के अनुसार, 99।99% वैक्सीन लेने के बाद संक्रमित नहीं हुए।
क्या एलर्जी के इतिहास वाले रोगी वैक्सीन ले सकते हैं?अपने चिकित्सक से परामर्श करें। एलर्जी के विभिन्न प्रकार हैं; अगर आपको पहले कोई एलर्जी हो गई है, तो टीकाकरण के लिए डॉक्टर से सलाह लें। यदि कोई प्रतिक्रिया होती है, तो वे मैनेज कर सकते हैं।
टीकाकरण के बाद लक्षण क्या हैं?बुखार, ठंड लगना, शरीर में दर्द और थकान। यदि ये आते हैं, तो कृपया सरल पेरासिटामोल लें। 2-3 दिनों में ठीक हो जाएगा। कोई बड़ा दुष्प्रभाव नहीं होगा। इंजेक्शन बिंदु पर लालिमा और दर्द होगा।
अगर मेरी पहली खुराक लेने के बाद परिवार के किसी सदस्य को कोरोना होता है तो क्या होगा? दूसरी खुराक के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?अनुसूची के अनुसार दूसरी खुराक लें।
क्या पिछले मेडिकल इतिहास वाले लोग टीके लगवा सकते हैं?जब आप टीकाकरण के लिए जाते हैं, तो उपस्थित चिकित्सक से पूछें।
क्या थायराइड की दवा लेने वाले मरीज टीके ले सकते हैं?हां, इसमें कोई परेशानी नहीं है
क्या टीकाकरण से पहले किसी भी परीक्षण की आवश्यकता है?किसी भी परीक्षण की आवश्यकता नहीं है। भारत में ही नहीं। दुनिया भर में ऐसा कोई परीक्षण आवश्यक नहीं है। यदि आपको कोरोना के लक्षण हैं, तो टीका लगाने से पहले एक परीक्षण करें।
क्या उसी स्थान पर दूसरा शॉट लेने की जरूरत है, जहां मैंने पहला शॉट लिया थानहीं। आप इसे कहीं भी ले जा सकते हैं।
क्या कोरोना का टीका संक्रमण दे सकता है?निश्चित रूप से नहीं। भारत में किसी भी टीके में जीवित वायरस नहीं होते हैं और इसलिए कोविड संक्रमण नहीं हो सकता है। हालांकि, एक बार जब आप टीका लगवा लेते हैं, तो मास्क पहनने और दूर करने जैसी सावधानियां रखें। पूर्ण प्रतिरक्षा दूसरी खुराक के बाद केवल 14 दिनों में निर्धारित होगी।
क्या पहली और दूसरी खुराक की वैक्सीन सामग्री में कोई अंतर है?नहीं।
क्या टीके लेने से पहले ब्लड थिनर जैसी नियमित दवाओं को बंद कर देना चाहिए?नहीं, कृपया दवा लें।
क्या होगा अगर दूसरी खुराक लेने से पहले कोरोना हो गया?वसूली के 1-2 सप्ताह बाद दूसरा शॉट लें। यदि आपको पहली खुराक से पहले कोरोना हो गया है, तो इसे पूरी तरह से ठीक होने के 28 दिन बाद लें।
क्या स्तनपान कराने वाली या गर्भवती माताओं को टीका लग सकता है?नवीनतम नियमों के अनुसार, यह सलाह नहीं दी जाती है।
क्या हृदय रोगी वैक्सीन ले सकते हैं?हाँ।
क्या गैर-एलोपैथिक दवा लेने वाले लोग टीके लगवा सकते हैं?हाँ।
मैंने वैक्सीन की एक खुराक ली। मुझे कोरोना हो गया। ठीक होने के बाद मुझे वैक्सीन की केवल दूसरी खुराक या दो खुराक लेनी चाहिए?आपको केवल दूसरी खुराक लेने की आवश्यकता है।
क्या कैंसर से बचे लोग वैक्सीन ले सकते हैं?हाँ। किसी भी पिछली बीमारी के मरीज वैक्सीन ले सकते हैं।
दूसरी खुराक के बाद, मुझे पैर में दर्द था। क्या यह आम है?अपने चिकित्सक से परामर्श करें क्योंकि पैर दर्द के कई कारण हो सकते हैं
क्या वैक्सीनएंटीबॉडी अन्य वायरस के खिलाफ प्रतिरक्षा दे सकता है?यह केवल उस बीमारी के लिए विशिष्ट है। यह अन्य बीमारियों को नहीं देगा। बच्चों को कई टीके देते हैं।
दूसरी खुराक लेने से डर लगता है। क्या एक खुराक काफी है?वैक्सीन का पूर्ण प्रभाव आप दोनों खुराक लेने के बाद और दो सप्ताह बाद प्राप्त कर सकते हैं। एक खुराक पर्याप्त नहीं होगी।