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Covid-19 vaccine distribution in india : जानिये देश के लोगों को कब और कैसे लगेगा कोरोना वायरस का टीका

By उस्मान | Updated: October 27, 2020 11:39 IST

Covid-19 vaccine drive in India: जानिये भारत में कब और कैसे चलेगा कोरोना वायरस के टीके का अभियान

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ठळक मुद्देसाल 2021 की शुरुआत तक भारत में कोरोना वायरस का टीका आ सकता हैभारत लगभग 30 मिलियन लोगों का टीकाकरण कर रहा हैइनमें से 30 मिलियन में 7 मिलियन डॉक्टर और पैरामेडिक्स शामिल होंगे

कोरोना वायरस की वैक्सीन बन गई क्या, कोरोना वायरस की वैक्सीन भारत में कब तक आएगी, कोरोना वायरस की वैक्सीन कब लांच होगी, और कोरोना वायरस की वैक्सीन लोगों को कैसे मिलेगी? यह ऐसे सवाल हैं जिनका जवाब देश की पूरी जनता जानना चाहती है क्योंकि चीन से निकले खतरनाक कोविड-19 वायरस से निपटने के लिए अब वैक्सीन का सहारा है। 

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश में कोरोना वायरस की वैक्सीन को जनता तक पहुंचाने के लिए एक आईटी-बैक्ड सिस्टम पर जोर दिया है। इस सिस्टम के तहत चुनाव प्रक्रिया की तर्ज पर काम किया जाएगा। इसमें एक्सपर्ट ग्रुप वैक्सीन की डिलीवरी प्रक्रिया में एसएमएस, डिजिटल प्रमाण पत्र जैसी डिजिटल सुविधाओं को शामिल करने की योजना बना रहा है। 

भारत में कब मिलेगा कोरोना वायरस का टीका

हिन्दुस्तान टाइम्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, केंद्र ने नीती अयोग के सदस्य वीके पॉल के नेतृत्व में वैक्सीन प्रशासन पर एक राष्ट्रीय विशेषज्ञ समिति का गठन किया था। समिति टीका भंडारण और वितरण की एक विस्तृत योजना बना रही है। बताया जा रहा है कि साल 2021 की शुरुआत तक भारत में कोरोना वायरस का टीका आ सकता है।

सबसे पहले किसे लगेगा कोरोना का टीका

केंद्र ने पहले ही राज्य सरकारों को प्राथमिकता वाले समूहों की सूची भेजने के लिए कहा है जिन्हें पहले टीके लगने चाहिए। जाहिर है इन लोगों में बजुर्ग और फ्रंटलाइन हेल्थ वर्कर शामिल होंगे। इनमें से 30 मिलियन में 7 मिलियन डॉक्टर और पैरामेडिक्स शामिल होंगे, जिसमें 20 मिलियन अन्य फ्रंटलाइन स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी शामिल होंगे। 

इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क से होगा वितरण

लाभार्थियों की जानकारी को इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (eVIN) में जोड़ा जाएगा। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत इस डिजिटल प्लेटफॉर्म का पहले से ही 32 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में विभिन्न टीकाकरण कार्यक्रमों में उपयोग किया जा रहा है।

इलेक्ट्रॉनिक वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क क्या है

यह वैक्सीन स्टॉक, फ्लो, कोल्ड स्टोरेज आदि पर वास्तविक समय की जानकारी प्रदान करता है, लेकिन वर्तमान में, यह लाभार्थियों को ट्रैक नहीं करता है।

टीकाकरण की प्रक्रिया

चुनाव की तरह, टीकाकरण अभियान चरणों में आयोजित किया जाएगा और स्कूलों को बूथ के रूप में उपयोग किया जाएगा। पहले चरण में, भारत लगभग 30 मिलियन लोगों का टीकाकरण कर रहा है, जिसमें स्वास्थ्य विशेषज्ञ भी शामिल हैं। 

एसएमएस भेजकर दी जाएगी टीके की जानकारी

विशेषज्ञ पैनल लाभार्थी को एक संदेश भेजने के लिए एसएमएस सुविधा का उपयोग करने के लिए उन्हें अपने टीके की खुराक के समय, तिथि, स्थान के बारे में सूचित करेगा। 

किसी व्यक्ति को वैक्सीन शॉट प्राप्त होने और कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं होने की रिपोर्ट के बाद, एक क्यूआर-आधारित डिजिटल प्रमाणपत्र प्रदान किया जाएगा, जिसे डिजिलॉकर में संग्रहीत किया जा सकता है।

देश में कोरोना के मामले 79 लाख पार

श में तीन महीने बाद पहली बार एक दिन में कोविड-19 के नए मामले 40 हजार से कम सामने आए हैं। वहीं इस दौरान मृतक संख्या भी 500 से कम रही। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार देश में एक दिन में कोविड-19 के 36,470 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमण के मामले बढ़कर 79,46,429 हो गए। वहीं 488 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,19,502 हो गई।

देश में 72,01,070 लोगों के संक्रमण मुक्त होने के साथ ही मरीजों के ठीक होने की दर 90.62 प्रतिशत है। वहीं कोविड-19 से मृत्यु दर 1.50 प्रतिशत है। देश में लगातार पांच दिन से उपचाराधीन लोगों की संख्या सात लाख से कम ही है। अभी कुल 6,25,857 लोगों का कोरोना वायरस का इलाज जारी है, जो कुल मामलों का 7.88 प्रतिशत है।

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