Covid-19: वैज्ञानिकों ने भारत में कोविड-19 संक्रमण फैलने के अलग तरीकों की पहचान की

By भाषा | Updated: October 2, 2020 09:53 IST2020-10-02T09:53:30+5:302020-10-02T09:53:30+5:30

कोरोना वायरस अपडेट : भारत में अन्य देशों की मुकाबले युवकों में संक्रमण के अधिक मामले पाए गए

COVID-19 update in India: Scientists identify unique patterns in coronavirus transmission in India | Covid-19: वैज्ञानिकों ने भारत में कोविड-19 संक्रमण फैलने के अलग तरीकों की पहचान की

कोरोना वायरस

Highlightsयुवकों में संक्रमण के अधिक मामलेमरीज मौत से पहले अस्पताल में औसतन पांच दिन रहे63 प्रतिशत लोग किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे

भारत में कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच एक नए अध्ययन में हैरान करने वाले तथ्य सामने आये हैं. एक बड़े विश्लेषण में पाया गया है कि विकसित देशों की तुलना में भारत में 40 वर्ष से 69 वर्ष तक की आयुवर्ग में कोरोना वायरस संक्रमण के अधिक मामले सामने आए हैं और मृतकों में भी इसी आयुवर्ग के अधिक लोग शामिल हैं।

यह विश्लेषण करने वाले अनुसंधानकर्ताओं में आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु सरकार के अनुसंधानकर्ता भी शामिल हैं। पत्रिका ‘साइंस’ में प्रकाशित अध्ययन के तहत, दोनों राज्यों में कोविड-19 के 84,965 पुष्ट मामलों के संपर्क में आए 5,75,071 लोगों में बीमारी के संक्रमण के तरीके का आकलन किया गया। 

नयी दिल्ली में 'सेंटर फॉर डिजीज डायनेमिक्स, इकोनॉमिक्स एंड पॉलिसी' के वैज्ञानिक आर लक्ष्मीनारायण समेत वैज्ञानिकों के समूह के अनुसार, इस अध्ययन के निष्कर्ष कम एवं मध्यम आय वाले देशों में महामारी फैलने के तरीके के बारे में जानकारी देते हैं। 

युवकों में संक्रमण के अधिक मामले
वैज्ञानिकों ने आंकड़ों के आधार पर बताया कि अधिक आयु वाले देशों की तुलना में दोनों भारतीय राज्यों में युवकों में संक्रमण के अधिक मामले सामने आए हैं और मृतकों में भी युवक अधिक शामिल हैं। अध्ययन में कहा गया है कि समान आयु के संक्रमित लोगों के संपर्क में आने से संक्रमण का अधिक खतरा होता है। 

अनुसंधानकर्ताओं का कहना है कि ऐसा नवजात से 14 वर्ष के बच्चों एवं 65 वर्ष से अधिक आयु के लोगो में अधिक देखा गया है। उन्होंने कहा कि संक्रमण के मामलों एवं मृतकों का अनुपात (सीएफआर) पांच वर्ष से 17 वर्ष के आयुवर्ग में 0.05 प्रतिशत और 85 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में 16.6 प्रतिशत है। 

मरीज मौत से पहले अस्पताल में औसतन पांच दिन रहे
अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि दोनों राज्यों में मरीज मौत से पहले अस्पताल में औसतन पांच दिन रहे, जबकि अमेरिका में मरीज मौत से पहले करीब 13 दिन अस्पताल में रहे। 

आंध्र प्रदेश एवं तमिलनाडु भारत के उन राज्यों में शामिल हैं, जहां स्वास्थ्यकर्मियों की सर्वाधिक संख्या है और प्रति व्यक्ति सार्वजनिक स्वास्थ्य खर्च भी सबसे अधिक है। 

63 प्रतिशत लोग किसी गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे 
अध्ययन में पाया गया है कि मृतकों में 63 प्रतिशत लोग ऐसे हैं, जो पहले से किसी एक गंभीर बीमारी से ग्रस्त थे और 36 प्रतिशत लोगों को पहले से दो या अधिक बीमारियां थीं। वैज्ञानिकों ने बताया कि मृतकों में से 45 प्रतिशत लोग मधुमेह से पीड़ित थे। 

लक्ष्मीनारायण ने कहा कि यह अध्ययन आंध्र प्रदेश और तमिलनाडु में संक्रमित लोगों के संपर्क में आए लोगों का पता लगाने के प्रयासों से संभव हुआ, जिसमें दोनों राज्यों के हजारों स्वास्थ्यसेवा कर्मियों ने मदद की।  
 

Web Title: COVID-19 update in India: Scientists identify unique patterns in coronavirus transmission in India

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