Covid-19 treatment: कोरोना के नए इलाज Antisera का होगा ह्यूमन ट्रायल, जानें क्या है एंटीसेरा, कितना असरदार
By उस्मान | Published: October 7, 2020 01:43 PM2020-10-07T13:43:39+5:302020-10-07T13:43:39+5:30
कोरोना वायरस के इलाज में कितनी असरदार है यह तकनीक, जानिये सब कुछ
भारत के औषधि महानियंत्रक ने कोविड-19 के संभावित इलाज 'एंटीसेरा' (antisera) का मनुष्यों पर परीक्षण करने के पहले चरण की अनुमति दे दी है। भारतीय आयुर्विज्ञान परिषद (आईसीएमआर) के अधिकारियों ने बताया कि 'एंटीसेरा' घोड़ों में अक्रिय सार्स सीओवी-2 (वायरस) का इंजेक्शन देकर विकसित किया गया है।
आईसीएमआर के महानिदेशक डॉक्टर बलराम भार्गव ने कहा, 'बायोलॉजिकल ई. लिमिटेड के साथ मिलकर हमने घोड़ों का 'एंटीसेरा' विकसित किया है और हमें अभी-अभी उसका क्लीनिकल परीक्षण करने की अनुमति मिल गयी है।'
'एंटीसेरा' क्या है ?
इसे आईसीएमआर ने हैदराबाद स्थित फार्मास्युटिकल कंपनी के साथ मिलकर बनाया है। 'एंटीसेरा' एक प्रकार का ब्लड सीरम है जिसमें किसी विशेष रोगाणु से लड़ने की क्षमता रखने वाले एंटीबॉडी की मात्रा ज्यादा होती है।
कोविड-19 के इलाज के लिए कितना प्रभावी 'एंटीसेरा'
किसी भी विशेष संक्रमण से लड़ने के लिए रोग प्रतिरोधक क्षमता को तत्काल बढ़ाने के लिए मनुष्य को यह इंजेक्शन के माध्यम से दिया जाता है। सुरक्षा और प्रभाव के संबंध में अभी तक एंटीसेरा का मनुष्यों पर परीक्षण नहीं हुआ है।
जानवरों से तैयार इस एंटीसेरा के प्रारंभिक नतीजों को रिसर्च स्क्वायर प्लेटफॉर्म पर प्रकाशित किया गया है। शोध में कहा गया है कि इससे तैयार उच्च स्तर की एंटीबॉडी ने वायरस को निष्क्रिय करने की असरदार क्षमता दिखाई है।
यह तकनीक ज्यादा असरदार के साथ कम लागत वाली भी साबित होगी। शोधकर्ताओं के अनुसार, स्वस्थ मरीजों के प्लाज्मा दान करने में समस्याओं के बीच यह उपचार पद्धति बड़ा विकल्प साबित हो सकता है।कोरोना की वैक्सीन तैयार होने के पहले इससे बड़े पैमाने पर मरीजों की जान बचाई जा सकेगी।
मनुष्य पर परीक्षण होना बाकी
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद में महामारी और संक्रामक रोग विभाग की प्रमुख सिमरन पांडा का कहना है कि 'एंटीसेरा' सुरक्षित और प्रभावी है या नहीं यह जानने के लिए अभी उसका 'ह्यूमन क्लिनिकल ट्रायल' (मनुष्य पर परीक्षण) होना बाकी है।
देश में कोरोना वायरस संक्रमण के 72,049 नए मामले सामने आने के बाद संक्रमितों की संख्या बुधवार को बढ़कर 67,57,131 हो गई, जिनमें से 57,44,693 लोगों के संक्रमणमुक्त होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों की दर 85.02 हो गई।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, पिछले 24 घंटे में संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 67,57,131 हो गई, जबकि 986 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 1,04,555 हो गई।
कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 फीसदी
कोविड-19 से मृत्यु दर 1.55 फीसदी दर्ज है। आंकड़ों के अनुसार, देश में 9,07,883 लोगों का इलाज चल रहा है, जो कि कुल मामलों का 13.44 फीसदी है।
अब तक 8,22,71,654 नमूनों की जांच
भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) के आंकड़ों के अनुसार छह अक्टूबर तक 8,22,71,654 नमूनों की जांच हुई है और इनमें से मंगलवार को 11,99,857 नमूनों की जांच हुई।
भारत में कोविड-19 के मामले सात अगस्त को 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख, पांच सितम्बर को 40 लाख, 15 सितम्बर को 50 लाख के पार चले गए थे। देश में कोविड-19 के मामले 21 दिन में 10 लाख से 20 के पार हो गए।
इसके बाद इसे 30 लाख के पार होने में 16 दिन, 40 लाख के पार होने में 13 दिन, 50 लाख के पार होने में 11 दिन और 60 लाख के पार होने में 12 दिन लगे। वहीं देश में संक्रमितों की संख्या एक लाख तक पहुंचने में 110 दिन का समय लगा था जबकि 10 लाख पार होने में सिर्फ 59 दिन का समय लगा।
(समाचार एजेंसी भाषा के इनपुट के साथ)