कोरोना वायरस हर किसी को अलग-अलग तरीके से प्रभावित कर रहा है और महिला व पुरुषों में इसके अलग-अलग लक्षण हो सकते हैं। यूके में हुए एक नए शोध से पता चलता है कि आयु समूहों और पुरुषों व महिलाओं के बीच कोरोना संक्रमण के शुरुआती लक्षण भिन्न हो सकते हैं। यह शोध 'द लैंसेट डिजिटल हेल्थ' जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
कोरोना वायरस के आम लक्षण
शोधकर्ताओं ने अपने अध्ययन में पाया है कि कोरोना वायरस के सबसे आम लक्षणों में लगातार खांसी और गंध की कमी के साथ पेट में दर्द और पैरों पर छाले शामिल हैं।
बुजुर्गों में कोरोना वायरस के लक्षण
अधययन के निष्कर्षों के अनुसार, 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में, गंध की कमी महत्वपूर्ण नहीं थी और यह लक्षण 80 से अधिक उम्र के लोगों में बिल्कुल भी नहीं था। लेकिन इन वृद्ध आयु समूहों में दस्त होने की अधिक संभावना थी। 60 से 70 वर्ष की आयु के लोगों के लिए सीने में दर्द, मांसपेशियों में दर्द, सांस की तकलीफ और गंध की कमी जैसे लक्षण सबसे अधिक देखने को मिले।
40 से 50 साल की उम्र के लोगों में कोरोना के लक्षण
40 से 59 वर्ष की आयु के लोगों में लगातार खांसी का लक्षण सबसे कॉमन था। हालांकि ऐसे लोगों में 80 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्तियों की तुलना में ठंड लगना या कंपकंपी होना जैसे लक्षण कम देखने को मिले।
लिंग के आधार पर कोरोना के लक्षण
लिंग भिन्नता के आधार पर, पुरुषों में सांस की तकलीफ, थकान, ठंड लगना और बुखार होने की सबसे अधिक संभावना थी। महिलाओं में गंध की कमी, सीने में दर्द और लगातार खांसी की शिकायत होने की संभावना अधिक थी।
किंग्स कॉलेज लंदन के लेखकों में से एक क्लेयर स्टीव्स ने कहा, 'यह महत्वपूर्ण है कि लोग जानते हैं कि शुरुआती लक्षण व्यापक हैं और परिवार या घर के प्रत्येक सदस्य के लिए अलग दिख सकते हैं।'
कोरोना वायरस डेल्टा वैरिएंट के लक्षण
सीडीसी के अनुसार, डेल्टा संस्करण अमेरिका में कई राज्यों में अपनी पकड़ मजबूत कर रहा है. ओक्लाहोमा स्टेट मेडिकल एसोसिएशन के एक पूर्व अध्यक्ष डॉ जॉर्ज मोंक्स ने चेतावनी दी है कि डेल्टा संस्करण 'खांसी, सांस की तकलीफ, बुखार, शरीर में दर्द, बहती नाक जैसी समस्याएं पैदा कर सकता है।
उन्होंने बताया है कि डेल्टा के मामले में स्वाद और गंध का नुकसान होना जैसे लक्षण नहीं महसूस होते हैं. इसका मतलब है कि अगर आपको इन लक्षणों के अलावा अन्य लक्षण महसूस हो रहे हैं, तो आपको तुरंत जांच करानी चाहिए।
विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि भारत में कहर बरपाने वाले डेल्टा वेरिएंट में किसी को बीमार करने में तुलनात्मक रूप से बहुत कम समय लगता है और लक्षण अपेक्षाकृत कम समय में ही गंभीर हो जाते हैं।
ओक्लाहोमा स्टेट मेडिकल एसोसिएशन के वर्तमान अध्यक्ष डॉ मैरी क्लार्क ने अमेरिकी प्रसारकों को बताया कि जिन लोगों को पूरी तरह से टीका लगवा लिया है, उन्हें भी मास्क पहनने की आवश्यकता है।
टीका लगवाने वालों में कोरोना के लक्षण
इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के अनुसार, यूनाइटेड किंगडम में चल रहे एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि दोनों टीके लगवाने लोग भी कोरोना का शिकार हो सकते हैं और उनमें भी कोरोना के लक्षण नजर आ सकते हैं। लेकिन डेटा इस बात की पुष्टि करता है कि इन लोगों में आमतौर पर हल्के लक्षण होते हैं।
* सिरदर्द* बहती नाक* छींक आना* गले में खराश * गंध की भावना का नुकसान
टीका नहीं लगवाने वालों में कोरोना के लक्षण
कोरोना का टीका नहीं लगवाने वालों में सिरदर्द, गले में खराश, बहती नाक, बुखार, लगातार खांसी और सूंघने की कमी आदि लक्षण नजर आ सकते हैं। इनमें से सूंघने की क्षमता कम होना कोरोना के लक्षणों की सूची में नौवें स्थान पर आ गया और सांस की तकलीफ 30वें स्थान पर आ गया है।