एक अध्ययन में सामने आया है कि जो लोग पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी का सेवन करते हैं, उन्हें कोरोना वायरस से मरने का जोखिम 52 प्रतिशत कम होता है। विटामिन डी इम्यूनिटी सिस्टम को मजबूत बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है और सूजन को कम करता है। ये विशेषताएं कोरोना वायरस के खिलाफ शरीर को मजबूत बनाने का काम करती हैं।
तसनीम न्यूज़ एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, शोध में यह भी दावा गया है कि विटामिन डी के चलते गंभीर रूप से बीमार पड़ने का खतरा भी 13 फीसदी तक कम होता है। जबकि पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी मौजूद होने पर मरीज के वेंटिलेटर पर रखे जाने की जरूरत भी 46 प्रतिशत तक कम होती है।
शोधकर्ताओं के अनुसार, विटामिन-डी इस घातक वायरस को हराने में काफी हद तक कारगर साबित हो सकता है। वैज्ञानिकों ने शोध में दावा किया है कि बुजुर्गों में भी विटामिन-डी की कमी होने के कारण ही वह कोरोना वायरस की चपेट में जल्दी आ जाते हैं।
विटामिन डी क्यों जरूरी है
विटामिन डी हड्डियों को मजबूत रखने के साथ-साथ समग्र स्वास्थ्य के लिए जरूरी है। यह एक महत्वपूर्ण कारक है जो मांसपेशियों, दिल, फेफड़ों और मस्तिष्क के लिए आवश्यक है। साथ ही आपका शरीर इसकी मदद से संक्रमण से भी लड़ सकता है।
साल 2018 में जर्नल ऑफ फैमिली मेडिसिन और प्राइमरी केयर में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, भारत में सभी आयु वर्ग के 80-90% लोग विटामिन डी की कमी से पीड़ित हैं।
आपको बता दें कि विटामिन डी एक पोषक तत्व के साथ शरीर में बनने वाला हार्मोन भी है। विटामिन डी एक घुलनशील विटामिन के समूह में आता है यानी यह वसा कोशिकाओं में संचित रहता है और लगातार कैल्शियम के चयापचय और हड्डियों के निर्माण में उपयोगी होता है। यह शरीर में कैल्शियम तथा फॉस्फेट के अवशोषण को बढ़ाता है।
शरीर की कितने विटामिन डी की जरूरत होती है
ऐसा माना जाता है कि शरीर को लगभग 90% विटामिन डी की जरूरत होती है। यह तब संभव हो सकता है, जब आप पर्याप्त धूप और ऐसे खाद्य पदार्थ को नियमित सेवन कर रहे हों, जिनमें विटामिन की भरपूर मात्रा हो।
विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए क्या खाना चाहिए
विटामिन डी की कमी पूरी करने के लिए आपको धूप लेनी चाहिए। इसके अलावा अपनी डाइट में सैल्मन मछली, मशरूम, ट्यूना मछली, मांस, अंडे, सलामी, दूध, संतरे का जूस, सोयाबीन, श्रिम्प (सी-फूड) और वैनिला योगर्ट जैसी चीजों को जरूर शामिल करें।
आपको अपनी डाइट में सॉल्मन और टुना फिश शामिल करनी चाहिए। अगर आपको मछली खाना पसंद नहीं है तो आप अंडे भी खा सकते हैं। डेयरी प्रोडक्ट्स जैसे दूध से भी विटामिन डी की कमी पूरी हो जाती है। कॉड लिवर में भी विटामिन डी भरपूर मात्रा होता है।
विटामिन डी कमी से होने वाले रोग
हड्डियों के कमजोर होने का खतरा बच्चों में गंभीर विटामिन डी की कमी से रिकेट्स हो सकता है, जबकि यह वयस्कों में ऑस्टियोपोरोसिस या ऑस्टियोमलेशिया का कारण बनता है। इन स्थितियों को कमजोर, नरम हड्डियों, कंकाल की विकृति, मांसपेशियों की कमजोरी आदि द्वारा चिह्नित किया जाता है। इसकी कमी से हड्डियां अत्यधिक दुर्बल हो सकती हैं।
संक्रमण का खतराविटामिन डी की कमी प्रतिरक्षा प्रणाली को कमजोर कर देती है, जिससे संक्रमण के चपेट में आना आसान हो जाता है। इस पोषक तत्व की कमी वाले लोगों को वायरल अपर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन ( कोविड-19 सहित), टीबी आदि के शिकार होने की संभावना अधिक होती है।
कैंसरविटामिन डी कोशिका वृद्धि और स्वास्थ्य को नियंत्रित करता है। कम विटामिन डी के स्तर को कई प्रकार के कैंसर से जोड़ा गया है, जिसमें फेफड़े, स्तन, कोलोरेक्टल, प्रोस्टेट, डिम्बग्रंथि, अग्नाशय और ऑसोफेगल कैंसर शामिल हैं।