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कोरोना वायरस का पता लगाने के लिए हो रही है थर्मल स्क्रीनिंग, यह तकनीक क्या है और कैसे काम करती है?

By उस्मान | Updated: January 29, 2020 17:14 IST

चीन में जानलेवा कोरोना वायरस के डर से भारत लौट रहे यात्रियों की विभिन्न हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीन द्वारा मेडिकल जांच हो रही है

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चीन में जानलेवा कोरोना वायरस के डर से भारत लौट रहे यात्रियों की विभिन्न हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग मशीन द्वारा मेडिकल जांच हो रही है और जिन लोगों में वायरस के संदिग्ध लक्षण पाए जा रहे हैं उन्हें अस्पलातों में रखा जा रहा है। भरत ने अपने सात बड़े हवाई अड्डों पर थर्मल स्क्रीनिंग की व्यवस्था की है। जल्द ही 20 एयरपोर्ट पर थर्मल स्क्रीनिंग शुरू की जाएगी।

बहुत से लोगों को थर्मल स्क्रीनिंग या थर्मल इमेजिंग के बारे में जानकारी नहीं है कि यह मशीन कैसे काम करती है और इससे शरीर के अंदर होने वाली बीमारी के बारे में कैसे पता चलता है। हम आपको इन सवालों के जवाब दे रहे हैं।     

थर्मल इमेजिंग क्या है?

थर्मल इमेजिंग एक हानिरहित, दर्द रहित, संपर्क रहित स्क्रीनिंग उपकरण है। थर्मल इमेजिंग में उपयोग की जाने वाली तकनीक एक तस्वीर लेती है और शरीर का एक नक्शा, या थर्मल फिंगरप्रिंट बनाती है, जिससे आपको यह पता चल सकता है कि आपका शरीर कैसे कार्य कर रहा है। 

थर्मल स्क्रीनिंग कैसे काम करती है?

थर्मल स्क्रीनिंग मशीन में एक कैमरे होता है जो त्वचा की सतह से अवरक्त आवेग को विद्युत आवेगों में बदलता है। यह आपको मॉनिटर एक कलर के रूप में नजर आता है। यह इमेज शरीर के तापमान को मापती है और इसे थर्मोग्राम के रूप में जाना जाता है। रंगों का स्पेक्ट्रम शरीर की सतह से निकलने वाली गर्मी की मात्रा बढ़ने या कमी का संकेत देता है।

इससे शरीर के तापमान में किसी भी तरह के असामान्य अंतर को आसानी से पहचाना जाता है। थर्मल इमेजिंग संवहनी, पेशी, तंत्रिका और कंकाल प्रणालियों में बदलाव के प्रति अत्यधिक संवेदनशील है। इससे किसी डॉक्टर को इलाज की दिशा में मदद मिल सकती है। 

क्योंकि थर्मल इमेजिंग सक्रिय सूजन और बढ़ी हुई रक्त आपूर्ति को दर्शाता है, बहुत बार यह अन्य उपकरणों जैसे एक्स-रे, अल्ट्रासाउंड और मैमोग्राम से पहले की समस्याओं को देख सकता है। गर्मी और तापमान शरीर में होने वाली किसी भी बीमारी का पहला संकेत है। उदाहरण के लिए, पुरानी बीमारियां भी अपने शुरुआती चरणों में नई रक्त वाहिकाओं के गठन और प्रभावित क्षेत्रों में सतह के तापमान में वृद्धि का कारण बनती हैं। 

थर्मल स्क्रीनिंग की जरूरत क्यों है?

किसी भी बीमारी के प्रारंभिक चरण, निदान और उपचार के लिए यह महत्वपूर्ण है। बीमारी का पता लगाने के लिए यह अधिक सक्रिय विकल्प है। इससे बीमारी और चोट का जल्दी पता लगाने में मदद मिलती है। थर्मल इमेजिंग से शरीर में अस्पष्ट हिस्से में होने वाले दर्द को पहचानने में मदद मिलती है। 

थर्मल इमेजिंग कितना सुरक्षित और प्रभावी है?

थर्मल इमेजिंग 100% सुरक्षित है। इसमें किसी तरह के रेडिएशन के इस्तेमाल नहीं होता है जिस वजह से इसका कोई साइड इफेक्ट नहीं हैं। यह सभी उम्र के लिए उपयुक्त है-छोटे बच्चों और शिशुओं के लिए भी।  

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