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WHO ने माना, कोविशील्ड टीके का दुष्प्रभाव है खून में थक्के जमना, शरीर में खून का थक्का जमने के 5 संकेत

By उस्मान | Updated: April 19, 2021 14:49 IST

जानिये खून का थक्का जमना क्या होता है और इस वैक्सीन से यह समस्या हो रही है

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ठळक मुद्देकोरोना का टीके से हो रही है यह समस्या अमेरिका में एक टीके पर रोक की सिफारिश जानिये क्या हैं इसके लक्षण

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की ग्लोबल एडवाइजरी कमेटी ऑन वैक्सीनेशन सेफ्टी (GACVS) ने कोरोना वैक्सीन लगवाने के बाद सामने आ रहे रक्त के थक्के के मामलों पर एक बयान जारी किया है। 

समिति ने कहा कि कोविशील्ड और वैक्सजरिया वैक्सीन लेने के बाद रक्त का थक्का जमने का एक दुर्लभ विकार थ्रॉम्बोसिस विद थ्रोम्बोसाइटोपेनिया सिंड्रोम (टीटीएस) सामने आ रहा है, जो आमतौर पर कम प्लेटलेट काउंट से जुड़ा होता है। 

नेटवर्क 18 की रिपोर्ट के अनुसार, वे सभी टीके जिनमें रक्त के थक्कों के मामलों की सूचना दी गई है वे एडेनोवायरल टीके हैं। जबकि एमएफएनए वैक्सीन जैसे फाइजर, मॉडर्न, बायोनेट और स्पुतनिक वी का अभी तक कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं आया है।

पिछले कुछ दिनों में कई देशों में टीका लगवाने के बाद रक्त के थक्के जमने के मामले सामने आए। हाल ही में, अमेरिकी संघीय स्वास्थ्य एजेंसियों ने 50 से कम आयु की छह महिलाओं में ऐसा मामला देखने के बाद जॉनसन एंड जॉनसन टीके के उपयोग को रोकने की सिफारिश की थी।

टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, हाल के अध्ययनों से संकेत मिलता है ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राज़ेनेका की कोरोना वैक्सीन 'कोविशिल्ड' के कुछ साइड इफेक्ट सामने आये हैं जिनमें खून के थक्के जमना और थ्रोम्बोसिस की जटिलता शामिल हैं। 

क्या ब्लड क्लॉट जमना गंभीर समस्या है

भारत में खून के थक्के जमने की कोई घटना अभी तक सामने नहीं आई है। हालांकि कई देशों ने दो टीकों के उपयोग को रोक दिया है। बताया जा रहा है कि दुर्लभ मामलों में ऐसा पाया गया है। बावजूद इसके टीके को सुरक्षित बताया जा रहा है। 

सिरदर्दरोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (सीडीसी) द्वारा जारी किए गए हालिया दिशानिर्देशों के अनुसार, सिरदर्द शरीर में रक्त के थक्के का एक सामान्य संकेत हो सकता है, इससे रक्त मस्तिष्क में बहने लगता है।

जाहिर है सिरदर्द टीकाकरण के एक सामान्य दुष्प्रभाव भी है। हालांकि, डॉक्टर का मानना है कि रक्त के थक्के जमने की घटना से जुड़ा सिरदर्द काफी गंभीर होता है और अचानक शुरू हो सकता है। 

सीने में तकलीफ और सांस फूलनाशरीर में रक्त का थक्का जमने का एक और संकेत छाती की गुहाओं में दर्द और असुविधा होना है। इससे आप सांस की तकलीफ का अनुभव कर सकते हैं। ये आमतौर पर टीकाकरण से नहीं जुड़े होते हैं, बल्कि कोरोना के क्लासिक लक्षण होते हैं।

दौरामस्तिष्क में रक्त के थक्के जमना कई लक्षणों का कारण बन सकते हैं। दौरा पड़ना या अन्य न्यूरोलॉजिकल लक्षण, जैसे कि बोलने या देखने में समस्याएं, शरीर को एक तरफ झुकाने में परेशानी होना जैसे लक्षणों को नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए। 

उच्च रक्तचापरक्त के थक्के से फेफड़ों, हृदय सहित महत्वपूर्ण अंगों के माध्यम से ऑक्सीजन का प्रवाह बिगड़ सकता है। यह संभवतः एक तरल पदार्थ के निर्माण में भी हो सकता है। इस लक्षण को नजरअंदाज न करें। 

पैरों और पेट में दर्दविशेषज्ञों के अनुसार, पेट या पैरों में दर्द इस बात का संकेत हो सकता है कि आपके शरीर में खून का थक्का तो नहीं बन रहा। खासकर अगर दर्द ज्यादा है तो आपको सतर्क हो जाना चाहिए। इससे हाथ-पैरों में सुन्नता या कमजोरी का भी अनुभव हो सकता है।

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