COVID vaccine: कोरोना टीका लगवाने से पहले खाना बंद कर दें ये दवाएं, टीके का असर हो सकता है कम, इन 8 बातों का भी रखें ध्यान
By उस्मान | Published: March 5, 2021 03:53 PM2021-03-05T15:53:58+5:302021-03-05T15:58:24+5:30
ऐसा माना जा रहा है कि इन दवाओं के सेवन से टीका का असर कम हो सकता है या इम्यूनिटी सिस्टम पर प्रभाव पड़ सकता है
भारत में कोरोना वायरस के खिलाफ टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण शुरू हो गया है। पहले चरण से लेकर अब तक करीब 1.77 करोड़ लोगों को टीका लग चुका है। पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीका दिया गया और अब 60 से ऊपर के लोगों और 45 से ऊपर के पुरानी बीमारियों से पीड़ितों को टीका लगाया जा रहा है।
कोरोना वायरस के टीके के कुछ हल्के दुष्प्रभाव जरूर हैं लेकिन इसके गंभीर साइड इफेक्ट्स अभी तक सामने नहीं आए। वैक्सीन लगने के बाद बुखार या शरीर में दर्द जैसे कुछ हल्के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यह लक्षण एक या दो दिनों तक रह सकते हैं।
अध्ययन बताते हैं कि कोरोना का टीका लगवाने से पहले समय पर सोना और शराब से बचना बहुत जरूरी है और अब इस सूची में एक चीज और जुड़ गई है। यदि आप उन लोगों में से एक हैं जो इबुप्रोफेन और एसिटामिनोफेन जैसे नॉन-स्टेरायडल एंटी इंफ्लेमेटरी ड्रग्स (एनएसएआईडी) का सेवन करते हैं, तो आपको टीका लगवाने से पहले इन्हें छोड़ने की जरूरत है।
टीका लगवाने से पहले एनएसएआईडी दवाएं लेना खतरनाक क्यों
एनएसएआईडी दवाएं दर्द, सूजन और बुखार को कम करने के लिए उपयोग की जाती हैं। यह एक सामान्य प्रकार की एंटी इंफ्लेमेटरी दवा है, जो अक्सर उन लोगों द्वारा उपयोग की जाती है जो सिरदर्द, दर्द, मोच, तनाव, सर्दी और फ्लू और गठिया से पीड़ित हैं।
हालांकि, ये दवाएं आपके शरीर की प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया प्रणाली में बाधा डाल सकती हैं और टीकाकरण की प्रभावकारिता को कम कर सकती हैं देंगी। शरीर को किसी भी टीकाकरण के बाद सुरक्षा बनाने में समय लगता है।
टीओआई की रिपोर्ट के अनुसार, शॉट लेने से पहले इबुप्रोफेन या एसिटामिनोफेन जैसी दवाएं लेना कम प्रभावी बना सकता है क्योंकि वे आपके शरीर को एंटीबॉडी से बचा सकते हैं। इस प्रकार की दवाएं प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को दबाती हैं और आप शॉट के बाद एक अच्छी प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया उत्पन्न नहीं करते हैं। एक बार जब आपको टीका लग जाता है, तो आप पेरासिटामोल ले सकते हैं, जो एक एनाल्जेसिक और एंटीपीयरेटिक ड्रग है।
इस सन्दर्भ में अभी तक कोई शोध नहीं आया है लेकिन यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया इरविन ने कोरोना वैक्सीन प्राप्त करने से पहले विरोधी भड़काऊ दवाओं को लेने के खिलाफ चेतावनी दी है।
टीकाकरण से पहले इन बातों का रखें ध्यान
यदि किसी व्यक्ति को दवा, या ड्रग्स से एलर्जी है, तो चिकित्सक से बात करनी जरूरी है। कम्पलीट ब्लड काउंट (सीबीसी), सी-रिएक्टिव प्रोटीन (सीआरपी), या इम्युनोग्लोबुलिन-ई (आईजीई) लेवल के लिए चिकित्सा सलाह लें।
जो लोग टीके लो लेकर चिंता महसूस कर रहे हैं, उन्हें अच्छी तरह से खाना चाहिए और दवाइयां लेनी चाहिए। जितना संभव हो उतना आराम करने की कोशिश करनी चाहिए।
डायबिटीज या हाई ब्लड प्रेशर वाले लोगों को इन पर नियंत्रण रखने की आवश्यकता है। कैंसर रोगियों, विशेष रूप से कीमोथेरेपी करा रहे लोगों को चिकित्सा सलाह पर कार्य करना चाहिए।
जिन लोगों को कोविड-19 उपचार के दुआरण ब्लड प्लाज्मा या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी प्राप्त हुए हैं, या जो पिछले डेढ़ महीने में संक्रमित हुए हैं, उन्हें सलाह दी जाती है कि वे अभी वैक्सीन न लें।
टीकाकरण के बाद इन बातों का रखें ध्यान
किसी भी तत्काल गंभीर एलर्जी की प्रतिक्रिया से बचाव के लिए वैक्सीन प्राप्त करने वाले को वैक्सीन केंद्र पर ही नजर रखी जाती है। लोगों में जब कोई दुष्प्रभाव नहीं दिखता तो उन्हें जाने दिया जाता है।
इंजेक्शन लगने के बाद दर्द और बुखार जैसे दुष्प्रभाव आम हैं। इससे घबराने की कोई बात नहीं है। ठंड लगने और थकान जैसे कुछ अन्य दुष्प्रभावों की भी उम्मीद की जा सकती है, लेकिन ये कुछ ही दिनों में दूर हो जाते हैं।